VIDEO: ISS पर खास अंदाज में डॉक हुआ ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट, शुभांशु शुक्ला और टीम का भव्य स्वागत
Shubhanshu Shukla: भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने इतिहास रच दिया है। वह स्पेस स्टेशन पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर शुभांशु और उनकी टीम का वहां मौजूद यात्रियों ने जोरदार तरीके से स्वागत किया गया।

Shubhanshu Shukla: भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने इतिहास रच दिया है। शुभांशु इंटरेनशनल स्पेस स्टेशन पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। शुभांशु और उनके तीन साथियों ने आज शाम अपने ड्रैगन अंतरिक्ष यान को सफलता पूर्वक तरीके से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से जोड़ा। इसके बाद पूरी टीम सफलतापूर्वक स्टेशन में दाखिल हुई। वहां पर पहले से मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों ने पूरी टीम का जोर-शोर के साथ स्वागत करते हुए एक-दूसरे को गले लगाया।
नासा की तरफ से जारी किए गए वीडियो में सबसे पहले उनका अंतरिक्ष यान स्टेशन के साथ जुड़ते हुए देखा जा सकता है। इसके बाद शुभांशु शुक्ला समेत उनकी पूरी टीम मुस्कुराते हुए आगे बढ़ती है, स्टेशन में मौजूद सभी लोग उनका स्वागत करते हैं। इसके बाद वहां पर सभी लोग हंसते हुए और कुछ पीते हुए दिखाई देते हैं।
कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में अपने साथ गाजर का हलवा, मूंग दाल हलवा और आम का रस अपने साथ ले गए हैं। ग्रुप कैप्टन शुक्ला के साथ उनकी टीम में तीन और यात्री भी शामिल हैं, जिनमें पोलैंड के स्लावोज उज्नान्सकी, हंगरी के टिबोर कापू और अमेरिका के डॉ पैगी व्हिटसन हैं।
आपको बता दें शुभांशु शुक्ला का यह मिशन एक्सिओम-4 का हिस्सा है, जो ह्यूस्टन स्थित एक्सिओम स्पेस प्रोग्राम द्वारा आयोजित किया जा रहा है। शुक्ला और उनकी टीम अपने इस 14 दिन के मिशन में आईएसएस पर 60 प्रयोग करेंगे, जिनमें से 7 का प्रतिनिधित्व शुक्ला करेंगे।
यह मिशन नासा और इसरो के बीच एक प्रमुख सहयोग को भी दर्शाता है। इस मिशन के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस प्रतिबद्धता को भी पूरा किया गया, जिसमें इसरो से जुड़े व्यक्ति को अंतरिक्ष में भेजने पर सहमति बनी थी। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से दोनों एजेंसियां पांच साइंटिफिक और दो स्टेम फोकस्ड इन प्रयोग करेंगीं। यह प्रयोग दोनों एजेंसियों के बढ़ते वैज्ञानिक अनुसंधान पर दीर्घकालिक साझेदारी की दर्शाता है।
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के बारे में खास बातें..
इसरो के गगनयान प्रोजेक्ट का हिस्सा और भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन 39 साल के शुभांशु शुक्ला लखनऊ के रहने वाले हैं। वह भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे और इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाने वाले पहले भारतीय बन गए हैं।
भारतीय वायुसेना के काबिल पायलट शुक्ला को इसरो के गगनयान प्रोजेक्ट के लिए भी चुना गया है। अपनी इस अंतरिक्ष यात्रा के अनुभव को वह आने वाली गगन यान प्रोजेक्ट में इस्तेमाल करेंगे। इसके अलावा शुक्ला ने भारतीय वायुसेना के कई विमान Su-30 MKI, MiG-21, MiG-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर और An-32 सहित कई तरह के विमानों पर 2,000 से ज़्यादा घंटे उड़ाने का अनुभव हासिल किया है।
अपनी टीम में शक्स नाम से जाने जाने वाले वाले शुक्ला एक्सिओम मिशन को पायलट कर रहे हैं। डॉकिंग के दौरान यान की संचालन की पूरी जिम्मेदारी उन्हीं के हाथों में थी।