गडकरी के कार्यक्रम में तैनात थी महिला पुलिसकर्मी, BJP नेता ने पीछे से आकर की गंदी हरकत
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 74 और धारा 75 (यौन उत्पीड़न) के तहत मामला दर्ज किया है। इस घटना का एक वीडियो सीसीटीवी में कैद हुआ है, जो जांच में महत्वपूर्ण सबूत के रूप में उपयोग किया जा रहा है।

पुणे शहर में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के एक कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारी के साथ यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ करने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता प्रमोद कोंधरे के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। फिलहाल पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने के बाद रिहा कर दिया है। इस घटना के बाद पुणे भाजपा ने बुधवार को कोंधरे को पार्टी की शहर इकाई के महासचिव पद से हटा दिया। पुलिस के अनुसार, यह घटना एक चाय की दुकान के पास हुई, जहां भीड़ का फायदा उठाकर कोंधरे ने कथित तौर पर महिला इंस्पेक्टर के साथ अनुचित व्यवहार किया
पुलिस को दिए गए अपने बयान में कोंढरे ने सभी आरोपों से इनकार किया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सोमवार सुबह हुई इस घटना की शिकायत महिला पुलिस अधिकारी ने दर्ज करवाई, जो कार्यक्रम के दौरान ड्यूटी पर थीं। शिकायत के आधार पर पुणे शहर के एक पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की गई।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "एफआईआर के अनुसार, यह घटना केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के कार्यक्रम स्थल के पास उस समय हुई जब कुछ लोग पास की एक चाय की दुकान पर चाय पी रहे थे, जिनमें भाजपा के कुछ पदाधिकारी और नागरिक भी शामिल थे। आरोप है कि इसी दौरान प्रमोद कोंढरे ने ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिस अधिकारी को अनुचित रूप से छुआ। घटना स्थल के सीसीटीवी फुटेज को जब्त कर लिया गया है और उसकी जांच की जा रही है। चश्मदीदों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। फिलहाल कोंढरे की गिरफ्तारी नहीं हुई है। मामले की जांच एक महिला सहायक पुलिस आयुक्त को सौंपी गई है।”
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला पुलिसकर्मी भीड़ के साथ एक दुकान में खड़ी है तभी कोंधरे पीछे से आकर कथित तौर पर उसे गलत तरीके से छूते हैं। आरोपी ने कथित तौर पर कार्यक्रम स्थल पर भीड़ को नियंत्रित करने के दौरान महिला पुलिस इंस्पेक्टर के साथ दो बार छेड़छाड़ की, जिसके बाद महिला ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इस घटना के बारे में सूचित किया।
कोंढरे के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 74 (महिला की लज्जा भंग करने की नीयत से हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) और 75 (यौन उत्पीड़न) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस बीच, राज्य भाजपा नेता चित्रा वाघ ने कहा, "पार्टी ने प्रमोद कोंढरे को उनके पद से हटा दिया है। भाजपा हमेशा महिलाओं का सम्मान और सुरक्षा करती है। कोंढरे का यह व्यवहार अस्वीकार्य है और उन्हें सजा मिलनी चाहिए। हम उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगे, चाहे वे किसी भी पद पर हों।”
विपक्षी दलों ने इस मामले पर भाजपा को घेरा है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट), कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) ने भाजपा पर सत्ता के दुरुपयोग और महिलाओं के प्रति अपमानजनक रवैये का आरोप लगाया है। राकांपा (शरद पवार गुट) के पुणे शहर अध्यक्ष प्रशांत जगताप ने कहा, "भाजपा नेता सत्ता के नशे में महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं। यह शर्मनाक कृत्य भाजपा नेताओं के नैतिक मूल्यों को दर्शाता है।" पुणे कांग्रेस अध्यक्ष अरविंद शिंदे ने कहा, "भाजपा ने कभी महिलाओं का सम्मान नहीं किया। इस घटना ने एक बार फिर इसे साबित कर दिया है। हम गुरुवार को इस घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे।” शिवसेना (उबाठ) के शहर अध्यक्ष संजय मोरे ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही पुणे पुलिस ने भाजपा की शहर इकाई के एक अन्य पदाधिकारी के खिलाफ पुणे महानगरपालिका की एक महिला चिकित्सक को परेशान करने के आरोप में मामला दर्ज किया था।