बच्चों को भूख नहीं लग रही है तो इसके पीछे ये 7 कारण हो सकते हैं जिम्मेदार
Poor Appetite In Kids: बच्चे खासतौर पर एक से पांच साल के बच्चों के पैरेंट्स अक्सर उनके भूख ना लगने की वजह से परेशान रहते हैं। बढ़ती उम्र वाले इन बच्चों में भूख कम लगने या ना लगने के पीछे कई बार ये 7 कारण जिम्मेदार होते हैं।

काफी सारे पैरेंट्स बच्चों के भूख ना लगने की वजह से परेशान रहते हैं। खासतौर पर एक साल से लेकर 5 साल तक के बच्चों में ये समस्या देखने को मिलती है। जिसके लिए कई सारे कारण जिम्मेदार होते हैं। डॉक्टरों से अगर पूछा जाए तो वो बताते हैं कि ज्यादातर बच्चे जो खाना ना खाने की इच्छा प्रकट करते हैं तो इसके पीछे ये 7 कारण जिम्मेदार होते हैं। जिन्हें अगर दूर किया जाए तो बच्चों को खुलकर भूख लगती है और वो खाने में इंटरेस्ट जगाते हैं। जानें वो कौन से 7 कारण हैं जो बच्चों की भूख को कम कर देते हैं।
आयरन की कमी
बच्चों में भूख ना लगने के पीछे ज्यादातर आयरन की कमी जिम्मेदार होती है। आयरन की कमी शरीर में पर्याप्त मात्रा में हीमोग्लोबिन नहीं बनने देती है। जिसकी वजह से बच्चों में थकान और चिड़चिड़ापन होता है। साथ ही बच्चों में भूख भी कम हो जाती है। आयरन की कमी दूर करने के लिए बच्चे को दाल, बींस, चना, हरी सब्जियां, नट्स और सीरियल्स खिलाएं।
मुंह के छाले या अल्सर
बच्चों के मुंह को टाइम टू टाइम चेक करते रहना चाहिए। कई बार बच्चों में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और जिंक की कमी की वजह से मुंह में छाले निकल आते हैं। छोटे बच्चे अक्सर बता नहीं बाते हैं और उनकी भूख कम हो जाती है। इसके लिए बच्चों की डाइट में फल और सब्जियों को जरूर शामिल करें। साथ ही बी कॉम्प्लेक्स की दवा भी खिलाएं।
पेट में कीड़े
बच्चों के पेट में कीड़े पड़ना काफी कॉमन प्रॉब्लम है। इसलिए हर छह महीने पर छोटे बच्चों की डिवॉर्मिंग कराना जरूरी होता है। बच्चों के पेट में कीड़े होने पर कई बार बच्चों की भूख पर असर पड़ता है। कुछ बच्चों को बिल्कुल भी भूख नहीं लगती है।
सिस्टमेटिक इलनेस
आमतौर पर बच्चों को सर्दी-जुकाम, बुखार, गले में खराश, दर्द होता है तो बच्चे खाने से दूर भागते हैं। ऐसे मौके पर बच्चे को जबरदस्ती किसी खाने को नहीं खिलाना चाहिए। क्योंकि बच्चे ठीक होने के बाद अक्सर फिर उस खाने को नहीं खाना चाहते हैं।
जबरदस्ती खिलाना
बच्चे को काफी सारे पैरेंट्स इन दिनों मोबाइल और स्क्रीन दिखाकर जबरदस्ती ज्यादा खिला देते हैं। जिसकी वजह से उन्हें भूख का पता ही नहीं चलता। इसलिए पहले बच्चे को भूख का एहसास होने दीजिए और फिर कुछ खाने को दें।
ज्यादा एंटीबायोटिक का इस्तेमाल
वायरल बुखार होने या किसी और वजह से अगर एंटीबायोटिक दवाओं की ओवरडोज बच्चे को दी गई है तो इसकी वजह से भी बच्चे को गैस से जुड़ी दिक्कत हो जाती है और साथ ही बच्चे की भूख कम हो जाती है।
ज्यादा मात्रा में दूध और दूसरी चीजें
बच्चा जब एक से पांच साल तक का हो जाता है तो कई सारे पैरेंट्स तीनों टाइम के मील के बीच में दूध, चिप्स, शुगरी ड्रिंक्स वगैरह काफी ज्यादा मात्रा में पिला देते हैं। जिसकी वजह से बच्चे की भूख मर जाती है और वो खाना खाने पर फोकस नहीं करता है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।