क्या है बराक सिस्टम, पहली बार इस्तेमाल करते ही IDF हो गया बमबम; क्या आयरन डोम की लेगा जगह?
Israel-Iran War: ईरानी मिसाइल हमलों के डर से अब इजराइल में लोग भूमिगत ट्रेन स्टेशन में पनाह लेने लगे हैं क्योंकि हमले का सायरन बजने पर उन्हें अचानक इधर-उधर भागने पर मजबूर होना पड़ता है। IDF ने पहली बार बराक एयर डिफेंस सिस्टम उतारा है।

ईरान के ताबड़तोड़ मिसाइल और ड्रोन हमलों को देखते हुए इजरायली वायु सेना ने अब अपने हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने वाले ईरानी ड्रोनों और मिसाइलों को रोकने के लिए पहली बार उन्नत किस्म की “बराक” वायु रक्षा प्रणाली की तैनाती की है। इजराइली रक्षा बलों (IDF) ने शुक्रवार को एक्स पर एक पोस्ट में इसकी जानकारी दी है। यह वायु रक्षा प्रणाली पलक झपकते ही दुश्मन के ड्रोन को पकड़ लेती है और उसे तबाह कर देती है। बराक सिस्टम ने अपनी पहली तैनाती में ही आठ ईरानी ड्रोन्स को सफलता पूर्वक नेस्तनाबूद कर दिया है। इससे IDF गदगद है।
क्या है बराक सिस्टम?
हिब्रू भाषा में इसका अर्थ है बिजली की ढाल। यानी बिजली की गति से सुरक्षा कवच प्रदान करने वाला। यह स्वदेशी रूप से विकसित वायु रक्षा प्रणाली है। बराक सिस्टम को मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी), क्रूज मिसाइलों और अन्य हवाई खतरों से सुरक्षा दिलाने के लिए डिजायन किया गया है। IDF ने कहा, “वायु सेना इजरायली आसमान को खतरा पहुंचाने वाले किसी भी हथियार को रोकने के लिए काम करती रहेगी और इस मामले में हवाई सुरक्षा श्रेष्ठता बनाए रखेगी।”
इस नवीनतम वायु रक्षा प्रणाली को तब सामने लाया गया है, जब अति सुरक्षित माने जाने वाले आयरन डोम को भेदकर तेल अवीव और जेरुशेलम समेत कई इजरायली क्षेत्रों में ईरानी मिसाइलों और ड्रोनों ने कहर बरपाए हैं। लिहाजा, ईरान की बैलिस्टिक मिसाइलों के खिलाफ IDF ने अपने तटीय क्षेत्रों की रक्षा के लिए बराक सिस्टम को उतारा है। यह विशेष रूप से इजरायली नौसेना के लिए तैयार किया गया था, जो क्रूज मिसाइलों, समुद्र से समुद्र में मार करने वाली मिसाइलों और कुछ बैलिस्टिक मिसाइलों समेत अत्याधुनिक ड्रोनों के खिलाफ पूर्ण सुरक्षा कवच प्रदान करती है।
बराक सिस्टम कैसे करता है काम?
इस सिस्टम की मुख्य ताकत इसकी अत्याधुनिक मॉडल और मल्टी लेवल रेसिस्टेंस कैपिसिटी है। इसमें वर्टिकल लॉन्चर शामिल है जो खतरे की रूपरेखा के आधार पर विभिन्न प्रकार के इंटरसेप्टर तैनात कर सकते हैं। इस सिस्टम में 35 किलोमीटर तक के खतरों की पहचान के लिए MRAD (मध्यम रेंज एरिया डिफेंस), जबकि 70 किलोमीटर तक के लक्ष्यों तक की पहचान करने के लिए LRAD (लॉन्ग रेंज एरिया डिफेंस) और 150 किलोमीटर तक की दूरी पर खतरों से निपटने के लिए ER (विस्तारित रेंज) इंटरसेप्टर लगाए गए हैं।
360-डिग्री का रक्षा कवच
जो बात बराक मैगन को नौसेना की तैनाती के लिए विशिष्ट रूप से उपयुक्त बनाती है, वह है जटिल समुद्री खतरे के परिदृश्य के लिए गतिशील रहते हुए काम करने की इसकी क्षमता। इंटरसेप्टर वर्टिकल (लंबवत) रूप से लॉन्च किए जाते हैं, जो पूरे 360-डिग्री का रक्षात्मक कवरेज और कई दिशाओं से एक साथ होने वाले हमलों की पहचान करने और तत्क्षण उसका जवाब देने की क्षमता प्रदान करते हैं। ये मिसाइल सिस्टम तीनों प्रकार के इंटरसेप्टर का समर्थन करती हैं। इस मिसाइल ढांचे के साथ एक डिटेक्शन और ट्रैकिंग सिस्टम भी जुड़ी हुई है, जो एक एडवांस सेंसर है। वह व्यापक क्षेत्र की निगरानी, ट्रैकिंग क्षमता और उच्च गति से लक्ष्य प्राप्ति की क्षमता प्रदान करता है।
आठ ईरानी ड्रोनों को मार गिराया
दरअसल, इस सप्ताह की शुरुआत में, इजरायली नौसेना ने खुलासा किया था कि उसने पहली बार युद्ध में नौसैनिक संस्करण, "बराक मैगन" प्रणाली का इस्तेमाल किया है। आईडीएफ के अनुसार, ईरान द्वारा लॉन्च किए गए आठ ड्रोनों को नौसेना बलों ने सा'आर 6-क्लास कोर्वेट पर सिस्टम का उपयोग करके रात भर में रोक दिया था। इजरायली नौसेना ने बताया कि पिछले शुक्रवार को ईरान के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से, इजरायल को निशाना बनाने वाले लगभग 25 ड्रोन को समुद्र में रोक दिया गया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।