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UNSC में अमेरिकी दूत से हुई बड़ी चूक, मध्य पूर्व में अराजकता के लिए इजरायल को ठहराया जिम्मेदार

अमेरिकी दूत डोरोथी शीआ ने गलती से कहा, 'हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि ईरान की सरकार हमास के इजरायल पर घातक हमले के पीछे वैचारिक और भौतिक समर्थन देने वाली शक्ति थी।' उन्होंने ईरान की सरकार को सही रास्ता अपनाने का आह्वान किया।

Niteesh Kumar लाइव हिन्दुस्तानSat, 21 June 2025 05:38 PM
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UNSC में अमेरिकी दूत से हुई बड़ी चूक, मध्य पूर्व में अराजकता के लिए इजरायल को ठहराया जिम्मेदार

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक में अमेरिकी दूत डोरोथी शीआ ने भाषण के दौरान गलती कर दी। उन्होंने जुबान फिसलने के चलते इजरायल को मध्य पूर्व में अराजकता, आतंक और पीड़ा फैलाने का जिम्मेदार ठहरा दिया। हालांकि, इसके बाद उन्होंने तुरंत अपनी गलती सुधार ली और कहा कि ईरान की सरकार ने क्षेत्र में अराजकता, आतंक और पीड़ा फैलाई है। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। अमेरिकी दूत ने अपने भाषण में इजरायल के प्रति यूएस के समर्थन को दोहराया। उन्होंने कहा, 'अमेरिका इजरायल के साथ खड़ा है और ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं के खिलाफ उसकी कार्रवाइयों का समर्थन करता है।'

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अमेरिकी दूत डोरोथी शीआ ने गलती से कहा, 'हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि ईरान की सरकार हमास के इजरायल पर घातक हमले के पीछे वैचारिक और भौतिक समर्थन देने वाली शक्ति थी।' उन्होंने ईरान की सरकार को सही रास्ता अपनाने का आह्वान किया। साथ ही, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि ईरान को अपना परमाणु संवर्धन कार्यक्रम और परमाणु हथियार हासिल करने की महत्वाकांक्षाएं पूरी तरह छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ईरान ने वह समझौता ठुकरा दिया, जिससे वह परमाणु हथियार प्राप्त करने से रुक सकता था। शीआ ने चेतावनी दी कि अब ईरान के पास परमाणु हथियार के लिए जरूरी सभी संसाधन हैं और केवल उसके सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के फैसले का इंतजार है।

ईरान की ओर से भी धमकी भरी बयानबाजी

डोरोथी शीआ ने जी-7 नेताओं के हवाले से कहा कि ईरान मध्य पूर्व में अस्थिरता और आतंक का प्रमुख स्रोत है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इजरायल के ईरान के खिलाफ हमलों में अमेरिका शामिल नहीं है, लेकिन वह इजरायल का समर्थन करता है। वहीं, शनिवार को ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा कि अगर अमेरिका इस युद्ध में सक्रिय रूप से शामिल होता है, तो यह सभी के लिए बहुत खतरनाक होगा। दूसरी ओर, राष्ट्रपति ट्रंप ने इजरायल और ईरान के बीच युद्धविराम की संभावनाओं पर संदेह जताया है। उन्होंने कहा कि इजरायल के हमलों को रोकना बहुत मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि इजरायल युद्ध में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, जबकि ईरान कमजोर स्थिति में है।

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