Hindi Newsविदेश न्यूज़Launch Of Shubhanshu Shukla Axiom Space Mission 25 June NASA Updates

अब इस दिन अंतरिक्ष की यात्रा पर जाएंगे भारत के शुभांशु शुक्ला, नासा ने दिया बड़ा अपडेट

नासा, एक्सिओम स्पेस और स्पेसएक्स मौसम और तकनीकी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। यदि 25 जून को लॉन्च संभव नहीं हुआ, तो अगला अवसर 30 जून तक के लॉन्च विंडो में या मध्य जुलाई में हो सकता है।

Amit Kumar लाइव हिन्दुस्तान, फ्लोरिडाTue, 24 June 2025 08:57 AM
share Share
Follow Us on
अब इस दिन अंतरिक्ष की यात्रा पर जाएंगे भारत के शुभांशु शुक्ला, नासा ने दिया बड़ा अपडेट

भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को स्पेस में ले जाने वाले मिशन को लेकर अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने मंगलवार को बड़ा अपडेट दिया। नासा ने बताया कि एक्सिओम-4 मिशन के लिए प्रक्षेपण अब 25 जून को होगा। नासा के एक बयान में कहा गया, ‘‘नासा, एक्सिओम स्पेस और स्पेसएक्स ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए चौथे निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन ‘एक्सिओम मिशन 4’ के प्रक्षेपण के लिए बुधवार 25 जून को तड़के का लक्ष्य निर्धारित किया है।’’

एक्सिऑम-4 कॉमर्शियल मिशन का नेतृत्व कमांडर पैगी व्हिटसन कर रही हैं, जिसमें शुक्ला मिशन पायलट हैं और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री टिबोर कपू और पोलैंड के स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की मिशन विशेषज्ञ हैं। शुरुआत में यह मिशन 29 मई को लॉन्च होने वाला था, लेकिन फाल्कन-9 रॉकेट में लिक्विड ऑक्सीजन रिसाव, ड्रैगन अंतरिक्ष यान के इलेक्ट्रिकल हार्नेस में समस्याएं, प्रतिकूल मौसम और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के ज्वेज्दा सर्विस मॉड्यूल में दबाव संबंधी विसंगति जैसे तकनीकी मुद्दों के कारण इसे कई बार टाला गया।

बाद में भी कई बार टाला गया मिशन

इस मिशन को 29 मई के बाद आठ जून, फिर 10 जून और फिर 11 जून के लिए टाल दिया गया। इसके बाद प्रक्षेपण की योजना फिर 19 जून के लिए टाल दी गई और फिर नासा द्वारा रूसी मॉड्यूल में मरम्मत कार्यों के बाद कक्षीय प्रयोगशाला के संचालन का आकलन करने के लिए प्रक्षेपण की तिथि 22 जून तय की गई। लेकिन 22 जून को भी निर्धारित लॉन्च को रद्द कर दिया गया था, और अब नासा ने 25 जून को नई तारीख की पुष्टि की है।

यह मिशन फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र के ‘लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39ए’ से प्रक्षेपित किया जाएगा। नासा ने कहा कि ‘डॉकिंग’ समय बृहस्पतिवार 26 जून को लगभग सुबह सात बजे (भारतीय समयानुसार शाम साढ़े चार बजे) होगा।

ये भी पढ़ें:शुभांशु को अंतरिक्ष में भेजने के लिए भारत ने कितनी रकम चुकाई? कल भरेंगे उड़ान
ये भी पढ़ें:अंतरिक्ष में बीज उगाने जैसे 7 तरह के प्रयोग, गगनयात्री करने वाले हैं कई कारनामे

क्यों खास है मिशन?

यह मिशन भारत के लिए ऐतिहासिक क्षण है, क्योंकि यह 1984 में राकेश शर्मा की सोवियत मिशन यात्रा के बाद भारत की मानव अंतरिक्ष उड़ान में वापसी का प्रतीक है। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, भारतीय वायु सेना के एक अनुभवी टेस्ट पायलट हैं और इस मिशन के भी पायलट होंगे और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचने वाले पहले भारतीय बनेंगे। उनके साथ मिशन में कमांडर के रूप में पूर्व नासा अंतरिक्ष यात्री और एक्सिओम स्पेस की मानव अंतरिक्ष उड़ान निदेशक पैगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोस्ज़ उज़नान्स्की-विस्निव्स्की (यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी) और हंगरी के टिबोर कपु (हंगेरियन स्पेस ऑफिस) शामिल हैं।

शुभांशु शुक्ल इस मिशन के दौरान सात भारतीय प्रयोग करेंगे, जिनमें माइक्रोग्रैविटी में सूक्ष्मजीवों के अनुकूलन, मांसपेशियों की समस्याओं, फसलों की लचीलापन और स्क्रीन उपयोग के संज्ञानात्मक प्रभावों का अध्ययन शामिल है। ये प्रयोग इसरो और भारतीय संस्थानों द्वारा डिजाइन किए गए हैं और यह अंतरिक्ष अनुसंधान में भारत की बढ़ती भूमिका को दर्शाते हैं। इसके अलावा, मिशन 31 देशों के साथ मिलकर 60 वैज्ञानिक अध्ययनों को अंजाम देगा, जो माइक्रोग्रैविटी में मानव जीवविज्ञान और दीर्घकालिक अंतरिक्ष मिशनों के लिए महत्वपूर्ण डेटा प्रदान करेगा।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें