कौन थे वो 2 भारतीय खिलाड़ी, जो सौरव गांगुली को बहुत सिरदर्द देते थे? कप्तान ने खुद बताए नाम
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने उन दो खिलाड़ियों का नाम बताया है, जो उनको बहुत परेशान करते थे। अगर उनको प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिलती थी तो वे खूब सवाल किया करते थे।

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने बताया है कि भारत के कौन से ऐसे दो खिलाड़ी थे, जो उनके लिए सबसे ज्यादा मुश्किल पैदा करते थे। ये खिलाड़ी कोई और नहीं, बल्कि अनिल कुंबले और हरभजन सिंह थे। सौरव गांगुली ने बताया है कि कैसे उनमें से किसी को मजबूरी में ड्रॉप किया जाता था तो वे आकर लड़ते थे कि क्यों ड्रॉप किया गया? हालांकि, दादा का कहना है कि वे चैंपियन थे और आपकी टीम में ऐसे खिलाड़ी होने ही चाहिए।
सौरव गांगुली ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में बताया कि मैं टीम के हित में लिए गए कठिन फैसलों को खिलाड़ियों को आसानी से समझा देता था, लेकिन अनिल कुंबले और हरभजन सिंह उनके लिए मुश्किलें पैदा कर देते थे। उन्होंने कहा, "कई बार कुंबले और हरभजन में से किसी एक को चुनना सबसे मुश्किल काम था। भारत में ऐसा नहीं हुआ। उपमहाद्वीप में ऐसा नहीं हुआ, लेकिन जब आप हरी पिचों पर चले गए, जहां हमें एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज की जरूरत होती थी, तो मुझे अनिल कुंबले और हरभजन सिंह में से किसी एक को चुनना पड़ता था।"
उन्होंने आगे बताया, "कई बार ऐसा हुआ है जब वे दोनों साथ में खेले, लेकिन, हां, वह मुश्किल हिस्सा था। आप जिसे आराम देना चाहते थे, वह बहुत खुश नहीं होता था। बिल्कुल नहीं। उनका पहला सवाल होता था, मैं क्यों नहीं खेल रहा हूं? ईमानदारी से कहूं तो, आपको ऐसे खिलाड़ियों की जरूरत होती है जो आपको बताएं, मैं क्यों नहीं खेल रहा हूं? ये वे खिलाड़ी नहीं थे, जिन्हें आप कहते कि आप नहीं खेल रहे हैं और वे पांच दिन की छुट्टी पाकर खुश हो जाएंगे। आप टीम में ऐसे खिलाड़ी चाहते थे जो आकर आपसे कहें और पूछें कि मैं क्यों नहीं खेल रहा हूं? ये परिस्थितियां मेरे अनुकूल हैं, चाहे वे अनुकूल हों या नहीं हों।"
लंबे समय तक कप्तानी करने वाले सौरव गांगुली ने बताया, "यही उनका मानना है कि वे भारत के लिए मैच जीतेंगे, उन परिस्थितियों में भारत के लिए मैच जीतेंगे। अनिल और हरभजन दोनों ही थे। हां। इतनी क्षमता, इतना आत्मसम्मान, प्रदर्शन पर इतना गर्व है, लेकिन मैं खुश था, क्योंकि दिन के अंत में, मेरे पास दो खिलाड़ी थे जो पूरी तरह चैंपियन थे।"