शुभमन गिल से लेकर यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत तक…हर किसी के काम आएंगे सचिन तेंदुलकर के ये टिप्स
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने भारतीय युवा खिलाड़ियों को इंग्लैंड में खेलने के कुछ बैटिंग टिप्स दिए हैं। इन खिलाड़ियों में कप्तान शुभमन गिल के अलावा उप-कप्तान ऋषभ पंत, यशस्वी जायसवाल, करुण नायर और साई सुदर्शन जैसे बल्लेबाज शामिल हैं।

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने भारतीय युवा खिलाड़ियों को इंग्लैंड में खेलने के कुछ बैटिंग टिप्स दिए हैं। इन खिलाड़ियों में कप्तान शुभमन गिल के अलावा उप-कप्तान ऋषभ पंत, यशस्वी जायसवाल, करुण नायर और साई सुदर्शन जैसे बल्लेबाज शामिल हैं। गिल और पंत पिछले इंग्लैंड दौरे पर भी भारतीय टीम का हिस्सा थे, मगर सीनियर टीम के साथ जायसवाल, नायर और सुदर्शन का यह पहला इंग्लैंड दौरा है। यहां मौसम के चलते कब मैच का रुख बदल जाता है किसी को नहीं पता चलता। कभी मैदान पर बादल छाने की वजह से गेंद अधिक स्विंग करती है तो धूप निकलने पर कंडीशन बैटिंग फ्रेंडली हो जाती है।
सचिन तेंदुलकर ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए शुभमन गिल, ऋषभ पंत, यशस्वी जायसवाल, करुण नायर और साई सुदर्शन जैसे बल्लेबाजों को कुछ टिप्स दी है। आईए जानते हैं इसके बारे में-
शुभमन गिल- उनकी चुनौती यह है कि जब ड्राइव करने के लिए लेंथ न हो तो हाथों को ढीला न छोड़ें। ‘V’ में खेलें, फ्रंट फुट पर बढ़िया स्ट्राइड लें और अच्छी तरह से डिफेंड करें - ड्राइविंग बस इसी का विस्तार है।
ऋषभ पंत- अगर वह क्रीज के बाहर खड़ा है, तो सावधानी से गार्ड चुनें। जितना वह क्रीज से बाहर होगा, उसे उतना ही ऑफ-स्टंप की तरफ आना होगा।
यशस्वी जायसवाल- बल्ले की गति को दिमाग में रखते हुए गेंद को देर से खेलने के लिए बैट-स्विंग की गति को बदला जा सकता है।
साई सुदर्शन- अगर वह अपने वर्टिकल बैट-शॉट्स के साथ अपने हाथों को शरीर के करीब रखना जारी रख सकता है, तो वह ठीक रहेगा।
करुण नायर- उन्होंने काउंटी क्रिकेट खेला है। वह समझते हैं कि कब तेजी लानी है, कब धीमा करना है। जब गेंद पुरानी होती है, तो स्विंग हो सकती है, लेकिन सतह से बहुत ज्यादा उछाल नहीं आता; वह तब आक्रमण कर सकते हैं।