गौतम गंभीर-शुभमन गिल की जोड़ी फाइनल नहीं कर सकी प्लेइंग इलेवन, तीसरे नंबर को लेकर इन दोनों के बीच टक्कर
भारतीय टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने अभी तक कंफर्म नहीं किया है कि पहले टेस्ट में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए कौन उतरेगा। हालांकि उन्होंने ये जरूर बताया है कि पहले टेस्ट में वह चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आएंगे।

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 20 जून से शुरू होने वाली है। पहला टेस्ट शुक्रवार से खेला जाएगा। इंग्लैंड ने बुधवार को ही अपनी प्लेइंग इलेवन की घोषणा कर दी थी लेकिन भारतीय टीम अपने संयोजन को लेकर दुविधा में है। भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में नंबर तीन को लेकर पूछे सवाल का सही जवाब नहीं दिया और मैच के दिन निर्णय लेने की बात कही। हालांकि उन्होंने बताया कि चौथे नंबर पर वह खुद बल्लेबाजी करते हुए नजर आएंगे।
पहले टेस्ट में भारत के तीसरे नंबर के बल्लेबाज के बारे में पूछने पर शुभमन गिल ने कहा, ''हम इंतजार कर रहे हैं। ये समर अन्य इंग्लिश समर की तुलना में अलग है और ये थोड़ा सूखा रहा है। इसलिए मैं अंतिम संयोजन बनाने से पहले एक आखिरी बार विकेट को देखना चाहता हूं।
साई सुदर्शन और करुण नायर के बीच तीसरे नंबर के लिए टक्कर है। सुदर्शन ने टेस्ट डेब्यू नहीं किया है, जबकि नायर लंबे समय बाद भारत के लिए खेलने उतरेंगे। उन्होंने नौ साल पहले मैच खेला था। सुदर्शन ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 39.93 के औसत से 1957 रन बनाए हैं। वहीं आईपीएल 2025 में उन्होंने गुजरात टाइटंस के लिए खेलते हुए 779 रन बनाकर ऑरेन्ज कैप जीता था।
दूसरी ओर, करुण नायर घरेलू क्रिकेट में ढेरों रन बना चुके हैं। वे लगभग आधे दशक तक टीम से बाहर रहने के बाद भारतीय टीम में आए और टीम से बाहर होने से पहले वह तिहरा शतक बनाने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने थे।
भारतीय टेस्ट कप्तान ने कहा कि उनका और मुख्य कोच गौतम गंभीर का मानना है कि कोहली के संन्यास के बाद उन्हें चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करनी चाहिये। उन्होंने कहा, ''विराट भाई के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद मैने और गौतम गंभीर भाई ने इस पर बात की और हम दोनों ही इस पर एकमत थे कि मुझे चौथे नंबर पर उतरना चाहिये ।’’
गिल ने यह भी कहा कि वह टीम में सुरक्षा का माहौल बनाना चाहते हैं ताकि खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें । उन्होंने कहा ,‘‘ अगर हम ऐसा करने में सफल रहे तो टेस्ट सीरीज और डब्ल्यूटीसी चक्र में काफी कामयाब होंगे । खिलाड़ियों से स्पष्ट संवाद की जरूरत है कि आप उनसे क्या चाहते हैं । उन्हें अपना स्वाभाविक खेल दिखाने की छूट मिलनी चाहिये । ’’