पिछली दो सीरीज में इन चार खिलाड़ियों ने इंग्लैंड को दिया था सिरदर्द, अब 3 नहीं हैं टीम का हिस्सा
भारत के पिछले दो इंग्लैंड दौरे पर रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों ने काफी अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन इस बार शुभमन गिल के नेतृत्व में भारतीय टीम बदली हुई नजर आ रही है और कम अनुभवी टीम के साथ इंग्लैंड के खिलाफ उतरेगी।

भारतीय खिलाड़ियों को इंग्लैंड दौरे पर हर बार चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन इस बार भारतीय टीम को पिछले दौरों की तुलना में ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी। शुभमन गिल के नेतृत्व में भारतीय टीम अनुभवहीन नजर आ रही है। चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा और अश्विन जैसे अनुभवी खिलाड़ी इस बार टीम का हिस्सा नहीं हैं और इनकी कमी टीम को जरूर खलेगी। रोहित और कोहली ने पिछले महीने ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया, जिसके बाद शुभमन गिल को कप्तान और ऋषभ पंत को टीम का उपकप्तान बनाया गया है। वहीं पिछले दो दौरों की बात करें तो विराट कोहली, ईशांत शर्मा, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह का नाम प्रदर्शन के मामले में सबसे आगे रहा है। हालांकि इस बार सिर्फ जसप्रीत बुमराह ही टीम के साथ मौजूद हैं।
भारत का इंग्लैंड दौरा (2018)
भारतीय टीम को इस दौरे पर 4-1 से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि विराट कोहली ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उन्होंने इस दौरे पर दो शतक और तीन अर्धशतक लगाया था। इस दौरान उन्होंने 5 मैचों में 59.30 के औसत से 593 रन बनाए। वह सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उनके अलावा केएल राहुल ने 299 रन बनाए थे। वहीं गेंदबाजों की सूची में ईशांत शर्मा ने कमाल का प्रदर्शन किया था। ईशांत ने 5 मैचों में 9 पारियों में 18 विकेट चटकाए थे। उन्होंने एक 5 विकेट हॉल हासिल किया था। इसके अलावा मोहम्मद शमी ने भी 16 विकेट लिए थे।
भारत का इंग्लैंड दौरा (2021)
भारतीय टीम ने इस सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया था और सीरीज को ड्रॉ करवाने में सफल रही थी। सीरीज 2-2 पर खत्म हुआ था, सीरीज का पहला मैच ड्रॉ रहा था। इस बार इंग्लैंड के बल्लेबाज जो रूट का जलवा देखने को मिला था। उन्होंने 737 रन ठोके थे। वहीं भारत की ओर से रोहित शर्मा ने सबसे ज्यादा 368 रन बनाए। ऋषभ पंत ने 349 और केएल राहुल ने 315 रन बनाए। वहीं कोहली नौ पारियों में इस बार 249 रन ही बना सके। हालांकि गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह ने धमाल मचाया और 5 मैचों की 9 पारियों में 23 विकेट झटके। उनके अलावा सिराज ने 18 और शमी ने 13 विकेट लिए।
रोहित और कोहली के संन्यास लेने के बाद इस बार सिर्फ जसप्रीत बुमराह ही मौजूदा टीम में हैं। इस बार शमी और ईशांत भी टीम का हिस्सा नहीं हैं। वहीं इस दौरे पर बुमराह के सभी मैच खेलने की उम्मीद काफी कम है, जिसके कारण भारत की गेंदबाजी आक्रमण कमजोर पड़ सकती है। भारत अभी तक इंग्लैंड में केवल तीन बार टेस्ट सीरीज जीत पाया है। उसने 1971 में अजीत वाडेकर, 1986 में कपिल देव और 2007 में राहुल द्रविड़ की अगुवाई में यह उपलब्धि हासिल की थी। अब शुभमन गिल इस सूची में अपना नाम लिखवाने के लिए बेताब होंगे।