पृथ्वी शॉ ने खुद कबूला, इस वजह से करियर हुआ बर्बाद; गलती भी मानी
बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का मानना है कि उनका ध्यान भटक गया था और गलत संगत के कारण वह क्रिकेट से दूर हो गए थे। वह पहले आठ घंटे प्रैक्टिस करते थे लेकिन फिर वह 4 घंटे प्रैक्टिस करने लगे।

स्टार बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को भारतीय टीम का नया सुपरस्टार मान लिया गया था लेकिन मौजूदा समय में वह भारतीय टीम के आस-पास भी नजर नहीं आ रहे हैं। घरेलू टीम में भी वह जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। रणजी ट्रॉफी के दौरान उन्होंने मुंबई की प्लेइंग इलेवन से ड्रॉप कर दिया गया था और कुछ महीने बाद विजय हजारे के स्क्वॉड में भी शामिल नहीं किया गया। वहीं कुछ महीने से पृथ्वी शॉ के करियर को लेकर दिग्गजों ने चिंता जताई है। लंबे समय बाद पृथ्वी शॉ ने अपने करियर को लेकर चुप्पी तोड़ी है और कहा है कि उनका ध्यान भटक गया था।
पृथ्वी शॉ ने 2018 में टेस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने डेब्यू पारी में 134 रन बनाए। उस दौरान रवि शास्त्री ने कहा था कि पृथ्वी शॉ सचिन तेंदुलकर, ब्रायन लारा और वीरेंद्र सहवाग का मिश्रण हैं। पिछले साल शॉ को आईपीएल 2025 के मेगा नीलामी में भी कोई खरीददार नहीं मिला था। वह अनसोल्ड रहे थे और उसके बाद किसी टीम ने बतौर रिप्लेसमेंट भी उन्हें नहीं चुना।
पृथ्वी शॉ ने न्यूज 24 से कहा, ''कई चीजें हैं। क्योंकि मैं जानता हूं कि क्या हुआ है। मैं समझ सकता हूं। मैंने जिंदगी में काफी गलत फैसले लिए हैं। मैंने क्रिकेट को कम समय देना शुरू कर दिया था। मैं काफी प्रैक्टिस करता था। उदाहरण के तौर पर मैं नेट्स में 3-4 घंटे बल्लेबाजी करता था। मैं कभी बल्लेबाजी करते हुए थकता नहीं था। मैं आधे दिन ग्राउंड पर रहता था। मैं मानता हूं कि ध्यान भटका है।''
उन्होंने आगे कहा, ''उसके बाद मैंने जो जरूरी नहीं था उसे जरूरी मानना शुरू कर दिया। मैंने कुछ गलत दोस्त बनाए। क्योंकि मैं उस समय चॉप पर था। दोस्ती भी बनती है। फिर वे मुझे इधर-उधर ले गए। वो सब चीजें। फिर मैं ट्रैक से दूर हो गया। मैं ग्राउंड पर 8 घंटे प्रैक्टिस करता था। अब ये 4 घंटे हो गया है।"