शुभमन गिल की टेस्ट कप्तानी पर गौतम गंभीर बोले- यह किसी को गहरे समुद्र में धकेलने जैसा है, उनको…
मुख्य कोच गौतम गंभीर ने सभी से टेस्ट कप्तान शुभमन गिल को 'समय' देने का आग्रह किया, क्योंकि उन्होंने हेडिंग्ले में सीरीज के पहले मैच में कैप्टेंसी डेब्यू किया। हालांकि, पहले मैच में इंग्लैंड के खिलाफ बुरी तरह से टीम हारी।

भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने सभी से टेस्ट कप्तान शुभमन गिल को 'समय' देने का आग्रह किया। गिल ने हेडिंग्ले में सीरीज के पहले मैच में इंग्लैंड के खिलाफ कैप्टेंसी डेब्यू किया। इस मैच में टीम इंडिया को पांच विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा। कप्तान के तौर पर शुभमन गिल की शुभ शुरुआत नहीं हुई। भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में उनका दौर हार के कड़वे स्वाद के साथ शुरू हुआ। हालांकि, उनकी टीम ने इस मैच में ज्यादातर समय इंग्लैंड पर दबदबा बनाए रखा था। हेड कोच ने कहा है कि यह किसी को गहरे समुद्र में धकेलने जैसा है, लेकिन उनको यकीन है कि वे इससे बाहर निकल आएंगे।
भारतीय टीम इस मैदान पर 2002 के बाद पहली जीत की तलाश में थी। भारत की ओर से पांच शतक इस मैच में देखने को मिले। फाइव विकेट हॉल भी जसप्रीत बुमराह को मिला, लेकिन टीम को जीत नहीं मिली। यही कारण रहा कि शुभमन गिल के ईरा की अच्छी शुरुआत नहीं हुई। मैच के बाद गौतम गंभीर ने प्रेस को संबोधित किया और कहा, “देखिए, उनका ये कप्तान के तौर पर पहला टेस्ट मैच। जाहिर है, नर्वसनेस होती है। यह एक बड़ा सम्मान है। जैसा कि उन्होंने पहले ही उल्लेख किया है, टेस्ट टीम की कप्तानी करना, बहुत से लोगों को ऐसा अवसर नहीं मिलता है और उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि मुझे लगता है कि जिस तरह से उन्होंने पहली पारी में बल्लेबाजी की। मुझे यकीन है कि पहली बार कप्तान बनने और फिर शतक बनाने पर उन्हें थोड़ा अच्छा महसूस हुआ होगा।”
हेड कोच ने आगे कहा, "इसलिए, एक सफल कप्तान बनने के लिए जो कुछ भी चाहिए, हमें उसे बस समय देना होगा। हम अभी भी बहुत शुरुआती दौर में हैं और वह पहली बार कप्तानी कर रहा है। मुझे यकीन है कि वह बेहतर होने जा रहा है। इसके अलावा ये कप्तानी के लिए कठिन जगह (इंग्लैंड) है। यह किसी को गहरे समुद्र में धकेलने जैसा है और मुझे यकीन है कि वह एक प्रोपर प्रोफेशनल के रूप में इससे बाहर आने वाला है।" दूसरा मुकाबला एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का 2 जुलाई से खेला जाना है।