'शुभमन गिल में विराट कोहली जैसा ऑरा नहीं...टीम इंडिया को है हार्दिक पांड्या जैसे ऑलराउंडर की जरूरत'
शुभमन गिल में विराट कोहली जैसा ऑरा नहीं है। टीम इंडिया को हार्दिक पांड्या जैसे ऑलराउंडर की जरूरत है। ये बात रवि शास्त्री और नासिर हुसैन ने लीड्स टेस्ट मैच में टीम इंडिया को मिली हार के बाद कही है।

लीड्स टेस्ट मैच में मिली शर्मनाक हार का विश्लेषण पूर्व भारतीय क्रिकेट रवि शास्त्री और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने किया। नासिर हुसैन ने शुभमन गिल की कप्तानी पर सवाल उठाए, जो पहली बार टेस्ट टीम की कप्तानी कर रहे थे। नासिर और रवि शास्त्री ने माना कि उनके अंदर विराट कोहली जैसा ऑरा नहीं है। इसके अलावा हार्दिक पांड्या या उनके जैसे ऑलराउंडर को टीम में शामिल करने की भी बात नासिर ने कही। उन्होंने ये भी कहा कि गिल की कप्तानी ऐसी लगी, जैसे पूरी कमिटी कप्तानी कर रही है। पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया 1-0 से पीछे है, जो हैरान करने वाला इसलिए है, क्योंकि 5 शतक इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने जड़े थे। इसके अलावा फाइव विकेट हॉल जसप्रीत बुमराह ने लिया था।
मैच के बाद स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट पर बात करते हुए नासिर हुसैन ने कहा, "मुझे लगा कि मैंने किसी को अपनी राह तलाशते हुए देखा, ईमानदारी से। आपको पहले टेस्ट मैच में बहुत सावधान रहना था, क्योंकि उन्होंने कोहली और फिर रोहित शर्मा जैसे दिग्गजों के बाद कमान संभाली। मुझे लगा कि उसके पास मैदान पर वैसा ऑरा नहीं था, जैसा मैंने वहां बताए गए नामों में था। आप उन दो पिछले नामों को देखें। आपको तुरंत पता चल जाएगा कि भारत की कमान किनके हाथ में थी। मैंने प्रेस बॉक्स, कमेंट्री पोजिशन से नीचे देखा, वहां बहुत सारे कप्तान थे; यह एक तरह से कमिटी द्वारा कप्तानी की जा रही थी, जो एक नेता के रूप में आपके शुरुआती दिनों में हो सकती है, क्योंकि आपके पास अभी भी ऋषभ पंत और केएल राहुल जैसे सीनियर खिलाड़ी हैं, जो आपकी यथासंभव मदद करने की कोशिश करना चाहते हैं। मुझे लगा कि वह गेंद का बहुत पीछा करता है। मुझे लगा कि वह सक्रिय के बजाय प्रतिक्रियात्मक था।"
नासिर ने माना कि उन्हें इस बात पर आश्चर्य हुआ कि गिल या किसी भी सीनियर खिलाड़ी ने रविंद्र जडेजा से बात नहीं की, जिन्होंने हेडिंग्ले में पांचवें दिन की पिच पर रफ में गेंदबाजी नहीं की, जिससे इंग्लैंड के बल्लेबाज आसानी से बड़े लक्ष्य तक पहुंच गए। उन्होंने कहा, "जडेजा से एक बार भी बात नहीं की, शायद एक युवा कप्तान के रूप में संभव नहीं था कि वे अनुभवी स्पिनर के पास जाएं और कहें कि रफ (खुरदरी पिच) है वहां। रवि शास्त्री और मार्क बुचर वहां थे, हमें दिखा रहे थे कि गेंद कहां पिच हो रही है और यह रफ के पास कहीं भी पिच नहीं हो रही थी। रवि कह रहे थे, थोड़ा धीमा, थोड़ा वाइड, रफ में गेंदबाजी करो। मुझे आश्चर्य हुआ कि किसी भी सीनियर खिलाड़ी या कप्तान ने जडेजा से जाकर नहीं कहा, क्या हम थोड़ा वाइड जा सकते हैं, लेकिन रवि सही कह रहे हैं, उन्होंने दो चीजों के कारण गेम को खो दिया, जिन्हें वह नियंत्रित नहीं कर सके।"
नासिर यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि इंडिया को एक हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ी की जरूरत है, जो सीम बॉलिंग करे और रन भी बनाए। टीम मैनेजमेंट ने इंग्लैंड में नितीश कुमार रेड्डी पर भरोसा किया, जबकि इंग्लैंड में वे शार्दुल ठाकुर के साथ उतरे। हालांकि, इसका फायदा टीम को नहीं मिला। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने कहा, "स्लिप कॉर्डन और कैचिंग खराब थी, कुछ ऐसा जो भारत ने पिछले दो या तीन सालों में अच्छा किया है। यह मुझे चिंतित करता है, क्योंकि भारत के पास स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर के साथ एक निचला क्रम है और पिछले एक दशक से है, जो शानदार है। अश्विन, जडेजा, अक्षर पटेल। इंग्लैंड में, वे अभी भी, मुझे लगता है, उस सीम बॉलिंग ऑलराउंडर की तलाश कर रहे हैं, आप जानते हैं, हार्दिक पांड्या जैसा कोई, रवि के समय में वापस जाएं तो कपिल देव या जो भी हो वहां थे, वे अभी भी उस निचले क्रम के गेंदबाज की तलाश कर रहे हैं जो बल्लेबाजी कर सके। अगर वे 41 रन में सात और 30 रन में छह विकेट खोते रहते हैं तो यह सीरीज जल्दी खत्म हो सकती है।"