इजरायल-ईरान टेंशन के बीच भारत में क्रैश हो रहा यह शेयर, बेचने की लगी होड़, अब नया अपडेट
इजराइल में अडानी समूह के हाइफा बंदरगाह को ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले से कोई नुकसान नहीं हुआ और परिचालन सामान्य रूप से चल रहा है।

Israel-Iran war impact: अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईज़ेड) के शेयरों में शुक्रवार को एनएसई पर 3% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई थी। यह 1,402 रुपये के इंट्राडे निचले स्तर पर पहुंच गया था। इसके बाद अब कल सोमवार को अडानी पोर्ट के शेयर फोकस में रह सकते हैं। दरअसल, इजरायल-ईरान तनाव के चलते निवेशक हाइफा पोर्ट पर बढ़ते के संभावित प्रभाव के चलते खौफ में हैं। हालांकि, इजराइल में अडानी समूह के हाइफा बंदरगाह को ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले से कोई नुकसान नहीं हुआ और परिचालन सामान्य रूप से चल रहा है। इसकी जानकारी सूत्रों के हवाले से पीटीआई की एक रिपोर्ट में दी गई है।
क्या है डिटेल
इस सप्ताह की शुरुआत में ईरान के परमाणु और अन्य लक्ष्यों पर तेल अवीव के हमले के जवाब में शनिवार की देर रात ईरान ने इजराइल के हाइफा बंदरगाह और पास की एक तेल रिफाइनरी को निशाना बनाया। इस मामले से अवगत दो सूत्रों ने कहा कि बंदरगाह पर रासायनिक टर्मिनल में शार्पनेल गिरे और कुछ अन्य प्रक्षेपास्त्र तेल रिफाइनरी में गिरे। उन्होंने दावा किया कि कोई हताहत नहीं हुआ। हालांकि, हमले से अडानी का बंदरगाह प्रभावित नहीं हुआ। एक सूत्र ने कहा, ''बंदरगाह में अभी आठ जहाज हैं, माल ढुलाई सामान्य है।'' सूत्रों ने दावा किया कि ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले से बंदरगाह या इसके संचालन को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। अदाणी समूह ने इस मुद्दे पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की। उन्होंने बताया कि किशन वेस्ट (हाइफा बंदरगाह) में इंटरसेप्टर छर्रे का एक टुकड़ा भी मिला, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। सूत्रों ने कहा कि हाइफा बंदरगाह पूरी तरह से सामान्य रूप से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि रविवार को आठ जहाज माल संभाल रहे थे। बंदरगाह में लगभग 700 कर्मचारी हैं। उन्होंने कहा कि बंदरगाह इजराइल में परिवहन मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहा है और इजराइल सरकार की सुरक्षा तथा अन्य आवश्यकताओं का पूरी तरह अनुपालन कर रहा है। सूत्रों ने कहा कि चीनी बंदरगाह (जो हाइफा के बगल में है) भी सामान्य रूप से काम कर रहा है। टिप्पणी के लिए इजराइल सरकार के अधिकारियों से तुरंत संपर्क नहीं किया जा सका।
हाइफा बंदरगाह के बारे में
हाइफा बंदरगाह एक महत्वपूर्ण समुद्री केंद्र के रूप में कार्य करता है, जो इजराइल के आयात का 30 प्रतिशत से अधिक संभालता है। इसका स्वामित्व अडानी पोर्ट्स के पास है, जो 70 प्रतिशत हिस्सेदारी को नियंत्रित करता है। अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड द्वारा संभाले जाने वाले कुल माल में हाइफा की हिस्सेदारी तीन प्रतिशत से भी कम है और यह कंपनी के मुनाफे में दो प्रतिशत से भी कम योगदान देता है।