ईरानी मिसाइल हमलों से अडानी का हाइफा बंदरगाह हुआ नष्ट? समूह ने क्या कहा
भारतीय समूह अडानी समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने रविवार को कहा कि ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले से कंपनी के इजरायल स्थित हाइफा बंदरगाह को नुकसान पहुंचने की खबरें झूठी हैं।
भारतीय समूह अडानी समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने रविवार को कहा कि ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले से कंपनी के इजरायल स्थित हाइफा बंदरगाह को नुकसान पहुंचने की खबरें झूठी हैं। शनिवार की देर रात ईरान ने इस सप्ताह की शुरुआत में तेल अवीव द्वारा ईरानी परमाणु और अन्य ठिकानों पर किए गए हमले के जवाब में इजरायल के हाइफा बंदरगाह और पास की एक तेल रिफाइनरी को निशाना बनाया। मामले से अवगत दो सूत्रों ने बताया कि बंदरगाह पर रासायनिक टर्मिनल में शार्पनेल गिरे और कुछ अन्य प्रक्षेपास्त्र तेल रिफाइनरी पर गिरे। उन्होंने दावा किया कि कोई हताहत नहीं हुआ।
क्या है डिटेल
मुख्य वित्तीय अधिकारी ने बताया कि किशन पश्चिम (हाइफा बंदरगाह) पर इंटरसेप्टर छर्रे का एक टुकड़ा भी मिला, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। समाचार एजेंसी पीटीआई ने अपने सूत्रों के हवाले से बताया कि ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले से बंदरगाह या उसके संचालन को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
अडानी का हाइफा बंदरगाह
इजराइल में अडानी की मौजूदगी के केंद्र में हाइफा बंदरगाह है, जहां अडानी पोर्ट्स की 70% हिस्सेदारी है, जिसे 2023 में इजराइल के गैडोट समूह के साथ साझेदारी में $1.2 बिलियन में खरीदा गया है। उत्तरी इजराइल में रणनीतिक रूप से स्थित, यह बंदरगाह अडानी पोर्ट्स के वार्षिक कार्गो वॉल्यूम में लगभग 3% का योगदान देता है और इज़राइली आयात और निर्यात के लिए महत्वपूर्ण है। हाइफा बंदरगाह एक महत्वपूर्ण समुद्री केंद्र के रूप में कार्य करता है, जो इज़राइल के 30 प्रतिशत से अधिक आयात को संभालता है।
पिछले क्षेत्रीय उतार-चढ़ाव के दौरान, अडानी पोर्ट्स के शेयरों में गिरावट आई थी क्योंकि ड्राई बल्क जहाजों को अड़चनों का सामना करना पड़ा था। बाजार सहभागियों का मानना है कि वित्तीय जोखिम सीमित हो सकता है, लेकिन परिसंपत्ति का प्रतीकात्मक और रणनीतिक वजन इसे निरंतर भू-राजनीतिक तनावों के प्रति संवेदनशील बनाता है। हाइफा अडानी पोर्ट्स और एसईजेड द्वारा संभाले गए वॉल्यूम का 2 प्रतिशत से भी कम है और राजस्व में लगभग 5 प्रतिशत का योगदान देता है। एपीएसईजेड कुल 10.57 मिलियन टन का कार्गो संभालता है।
इजराइल ने शुक्रवार की सुबह ईरान पर हमला किया और उसके परमाणु, मिसाइल और सैन्य ढांचे को निशाना बनाया। बाद में ईरान ने इज़राइल पर जवाबी हमले किए। रविवार को तीसरे दिन भी दोनों देशों ने हमले किए, क्योंकि मध्य पूर्व क्षेत्र एक लंबे संघर्ष के लिए तैयार था। ईरान ने कहा कि इजराइल ने दो तेल रिफाइनरियों पर हमला किया, जिससे ईरान के भारी प्रतिबंध वाले ऊर्जा उद्योग पर व्यापक हमले की संभावना बढ़ गई है, जिसका वैश्विक बाजारों पर असर पड़ सकता है। कुछ ईरानी मिसाइलों ने इजराइली हवाई सुरक्षा को चकमा देकर इमारतों पर हमला किया।