मुंगेर कोर्ट में पेश हुए डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, 11 साल पुराने मामले में आरोप गठित
मुंगेर कोर्ट में आचार संहिता उल्लंघन के 11 साल पुराने मामले में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी समेत 5 लोगों के खिलाफ आरोप गठित किए गए हैं। सम्राट गुरुवार को अदालत में पेश होने के लिए मुंगेर पहुंचे।

बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। 11 साल पुराने एक मामले में मुंगेर कोर्ट ने सम्राट समेत कुल 5 आरोपियों के खिलाफ आरोप गठित किए हैं। डिप्टी सीएम गुरुवार को अदालत में अन्य आरोपियों के साथ पेश हुए। अपर मुख्य अधिकारी द्वितीय पंकज कुमार के न्यायालय ने बिना प्रशासनिक अनुमति के आम सभा आयोजित करने और जुलूस निकालने के मामले में सभी पांचों आरोपियों के खिलाफ आरोप गठित कर दिए। इस मामले में कुल आठ लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज कराया गया था, जिनमें से तीन की मृत्यु हो चुकी है।
यह मामला साल 2014 के लोकसभा चुनाव से जुड़ा हुआ है। सम्राट चौधरी समेत अन्य पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप है। जिन 5 लोगों के खिलाफ आरोप गठित किया गया है, उसमें उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उदय नारायण चौधरी, समीर मधुकर, दिवाकर और योगेंद्र शामिल हैं।
सम्राट के वकील मुकुंद कुमार सिंह ने बताया कि आचार संहिता उल्लंघन से संबंधित मामले में सभी आरोपियों ने अपने आरोपों नकार दिया है। अब आगे सबूतों पर बहस होगी। मुंगेर कोर्ट पहुंचे सम्राट चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह न्यायालय का सम्मान करते हैं। इसलिए अदालत की कार्यवाही में शामिल होने यहां पहुंचे।
सम्राट ने कहा कि मुंगेर में एयरपोर्ट का विकास होगा। इसके अलावा मुंगेर से भागलपुर के बीच गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर भी सहमति बन गई है। उन्होंने बताया कि बांका होते हुए हल्दिया तक जाने वाली सड़क जो रक्सौल से हल्दिया तक जाएगी, इस ओर से ही होकर गुजरेगी।
उन्होंने कहा कि जिले में सभी स्थानों पर छठ घाट का निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा अगुआनी घाट से सुल्तानगंज के बीच बना रहे सड़क पुल पर पटना उच्च न्यायालय के आदेशानुसार सुपर स्ट्रक्चर तैयार कर निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा सुल्तानगंज में शिव भक्तों के सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे से 17 एकड़ जमीन बिहार सरकार ने प्राप्त किया है। इस पर शिव भक्तों की सुविधा के लिए आधारभूत सुविधा तैयार की जाएगी। सुल्तानगंज-देवघर सड़क को भी फोरलेन का रूप दिया जाएगा।