मेडिकल कॉलेज के मालिक कैसे बने, किनके बच्चों को डॉक्टर बनाए? दिलीप जायसवाल के पीछे पड़े प्रशांत किशोर
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर आरोप लगाते हुए पूछा है कि जिस मेडिकल कॉलेज के वो क्लर्क थे, उसके मालिक कैसे बन गए? और इस कॉलेज से कितने नेताओं के बच्चों ने मेडिकल की डिग्री ली है?

जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर नीतीश कुमार की सरकार में जेडीयू के मंत्री अशोक चौधरी और भाजपा के मंत्री मंगल पांडेय के बाद अब बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के पीछे पड़ गए हैं। प्रशांत किशोर ने दिलीप जायसवाल से पूछा है कि वो बताएं कि वो क्लर्क से मेडिकल कॉलेज के मालिक कैसे बने और किन-किन नेताओं के बच्चों को वहां से डॉक्टर बनाया गया है। प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि तमाम पार्टियों के दर्जनों नेताओं के बच्चे जायसवाल के मेडिकल कॉलेज से डॉक्टर बने हैं। उन्होंने कहा कि अगर जायसवाल उनके सवालों का जवाब नहीं देते हैं तो वो कुछ दिन बाद सारे पेपर के साथ जायसवाल के कॉलेज को लेकर खुलासे करेंगे।
वैशाली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि 'दिलीप जायसवाल को अपनी ही सरकार से सही इस मामले की जांच करानी चाहिए। जिस कॉलेज पर कब्जा करके बैठे हुए हैं। वो बिहार में सिखों के माइनॉरिटी स्टेटस का एक मात्र मेडिकल कॉलेज है। वो उसी कॉलेज में क्लर्क हुआ करते थे, कॉलेज को बनाने वाले सरदार करतार सिंह जिनका संदिग्ध अवस्था में निधन हो गया था। ये आज उस कॉलेज को कब्जा करके बैठे हैं। पीके ने कहा कि दिलीप जायसवाल बताएं जिस कॉलेज के मालिक बनकर बैठे हुए हैं, उस पर कब्जा कैसे किया? बीते 25-30 सालों में बिहार के कितने नेताओं के बच्चों ने इस मेडिकल की डिग्री हासिल की।
पीके ने कहा कि 'इस आदमी ने गलत बटन दबा दिया है। इनको लग रहा है, कि इन्होने हमें डरा दिया है। लेकिन मैं 2-3 दिन बाद में इस मामले पर डिटेल प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा। ये कैसे उस कॉलेज के मैनेजमैंट में घुसे। अपनी बहू को जो कि सिख हैं, उसको इंचार्ज बना दिया है। क्योंकि कॉलेज का मालिक सिख ही हो सकता है। अलग-अलग दलों के 50 नेताओं के बच्चों ने इस कॉलेज से मेडिकल की डिग्री ली है। आप लोग जायसवाल से पूछ लीजिएगा कि प्रशांत किशोर ने ये आरोप लगाए हैं।