दरभंगा से मुंबई के लिए एक जुलाई से नई फ्लाइट, जानें शेड्यूल और किराया
मुंबई-दरभंगा-मुंबई रूट पर एक जुलाई से अकासा एयर नई फ्लाइट शुरू करने जा रही है। जो हर दिन चलेगी। 180 सीटों वाले इस विमान की सभी सीटें इकोनॉमी क्लास की हैं। आरंभिक किराया मुंबई से दरभंगा और दरभंगा से मुंबई का करीब पांच हजार रुपए है।

आगामी एक जुलाई से आकासा एयर की मुंबई-दरभंगा-मुंबई रूट पर नई उड़ान सेवा शुरू हो रही है। यह मुंबई-दरभंगा-मुंबई मार्ग पर रोज आएगी और जाएगी। 180 सीटों वाले इस विमान की सभी सीटें इकोनॉमी क्लास की हैं। पहली जुलाई को इसका आरंभिक किराया मुंबई से दरभंगा और दरभंगा से मुंबई का करीब पांच हजार रुपए है। अब तक मुंबई-दरभंगा-मुंबई के बीच स्पाइसजेट व इंडिगो की ही उड़ान उपलब्ध थी।
अब आकासा के आने से यात्रियों को एक और विकल्प मिलेगा। नई विमान सेवा से एक तो यात्रियों को नया विकल्प मिलेगा, वहीं दोनों तीनों कंपनियों के बीच किराये की प्रतिस्पद्र्धा बढ़ेगी। अभी दरभंगा से कुल सात जोड़ी विमानों की आवाजाही हो रही है। जिसमें दिल्ली के लिए तीन, मुंबई के लिए दो तथा कोलकाता व हैदराबाद के लिए दरभंगा से एक-एक जोड़ी फ्लाइट है। इनमें आठ इंडिगो की है। चार स्पाइसजेट व एक जोड़ी आकासा की है।
इधर, मुंबई-दरभंगा-मुंबई रूट पर आकासा एयर की नई उड़ान सेवा शुरू होने पर हर्ष जताते हुए सांसद सह दरभंगा हवाई अड्डा सलाहकार समिति के अध्यक्ष डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि इसके लिए वे लंबे समय से प्रयासरत थे। उन्होंने कहा कि इससे लोगों को मुंबई व उससे आगे तक की यात्रा करने में सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि दरभंगा से देश के धार्मिक स्थलों को भी हवाई मार्ग से जोड़ने का प्रयास चल रहा है। इसके अलावा दरभंगा-रांची रूट पर भी हवाई सेवा जल्द शुरू करने की कवायद चल रही है। सांसद ने दरभंगा एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग की सुविधा भी जल्द शुरू होने की बात कही। उन्होंने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट पर विमानों की संख्या 20 करने का प्रयास चल रहा है।
वहीं डीएम कौशल कुमार ने दरभंगा हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने के लिए अधिगृहीत की गई जमीन का शनिवार को स्थल निरीक्षण किया। डीएम ने अधिग्रहित की गई जमीन में पड़ने वाली ग्रामीण सड़क को वैकल्पिक सड़क बनाने के लिए जिला भू-अर्जन पदाधिकारी से समन्वय कर ग्रामीण कार्य विभाग के सहायक अभियंता को निर्देश दिया। एयरपोर्ट के लॉजिस्टिक के लिए अतिरिक्त 50 एकड़ भूमि के लिए स्थल भ्रमण किया गया। मौके पर जिला भू-अर्जन पदाधिकारी बालेश्वर प्रसाद, सहायक अभियंता आदि थे।