मुझे दिग्विजय यादव कहकर बुलाते हैं लालू; आरजेडी चीफ से मुलाकात के बाद बोले दिग्गी राजा
कांग्रेस नेता और सांसद दिग्विजय सिंह शनिवार को अचानक राजद चीफ लालू यादव से मिलने राबड़ी आवास पहुंचे। इस दौरान उन्होने तेजस्वी यादव से भी मुलाकात की। पत्रकारों से बातचीत में उन्होने बताया कि लालू उन्हें दिग्विजय यादव बुलाते हैं। वो उनके बड़े भाई है, उनकी सेहत ठीक है।

कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह आज अचानक राजद चीफ लालू यादव से मुलाकात करने राबड़ी आवास पहुंचे। इस दौरान वो लालू यादव और तेजस्वी यादव से मिले। करीब आधे घंटे तक मुलाकात चली। इस दौरान क्या चर्चा हुई ये तो पता नहीं चल सका। लेकिन मुलाकात के बात मीडिया से बातचीत के दौरान दिग्विजय सिंह ने बताया कि लालू यादव हमारे सीनियर लीडर हैं, हमारे बड़े भाई हैं। वो मुझे मुझे दिग्विजय यादव बोलते हैं। आज लालू यादव से मिलने दिग्विजय यादव आए हैं।
वहीं लालू यादव की सेहत के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनका स्वास्थ्य ठीक है। इस दौरान इस दौरान बिहार प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अखिलेश सिंह भी उनके साथ मौजूद रहे। रविवार को दिग्विजय सिंह कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय शिविर में भाग लेंगे। आपको बता दें दो दिन पहले अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी, इस दौरान उन्होने कहा था कि तेजस्वी ही महागठबंधन के सीएम फेस है। जिसके बाद कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने भी तेजस्वी को महागठबंधन का सीएम पद का चेहरा बताया, और कहा कि मुख्यमंत्री राजद का ही होगा।
आपको बता दें महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर अगली बैठक में चर्चा हो सकती है। महगठबंधन के सभी सहयोगी दलों से सीटों का ब्यौरा देने को कहा गया है। वहीं कांग्रेस इस बार सीटों की संख्या के बजाय जीत की अधिक संभावना वाली सीटों को तरजीह दे सकती है। पार्टी इस बार वर्ष 2020 के मुकाबले कुछ कम सीट पर किस्मत आजमाने की तैयारी में है। वहीं, पार्टी कुछ सीट बदलने की भी तैयारी कर रही है।
वर्ष 2020 में कांग्रेस ने 70 सीट पर चुनाव लड़ा था, पर उसका स्ट्राइक रेट बहुत अच्छा नहीं रहा। तमाम कोशिशों के बावजूद वह सिर्फ 19 सीट जीत पाई थी इसलिए पार्टी इस बार सीट की संख्या के बजाय मजबूत सीटों पर अपनी दावेदारी कर रही है। प्रदेश कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस बार पार्टी के हिस्से में 55 से 60 सीट तक आ सकती है। पार्टी कम सीट पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो सकती है, बशर्ते उसे कुछ पसंदीदा सीट दी जाए। ताकि, वह कम सीट पर चुनाव लड़कर बेहतर प्रदर्शन कर सके। पार्टी ने संभावित सीट की एक सूची भी बनाई है।