Hindi Newsबिहार न्यूज़Even after the children refused, they were fed Khichdi 100 children fell ill after eating MDM in Supaul

बच्चों के मना करने पर भी खिला दी खिचड़ी; सुपौल में MDM खाने से 100 बच्चे बीमार

सुपौल के सरकारी स्कूल में मिड जे मील खाने से 100 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उन्होने आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि बच्चों के मना करने के बावजूद खराब खिचड़ी खिलाई गई। इस मामले में बीईओ के स्तर से मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

sandeep लाइव हिन्दुस्तान, एक प्रतिनिधि, छातापुर/सुपौलSun, 29 June 2025 07:17 AM
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बच्चों के मना करने पर भी खिला दी खिचड़ी; सुपौल में MDM खाने से 100 बच्चे बीमार

सुपौल जिले के मोहम्मदगंज पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय शंकरपट्टी में शनिवार को एमडीएम खाने के बाद आठ दर्जन से अधिक बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। विद्यालय में एक साथ कई बच्चों को अचानक बेहोश होता देख वहां हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही बच्चों के अभिभावक दौड़े-दौड़े स्कूल पहुंचे। अभिभावकों का कहना था कि जैसे ही वह स्कूल पहुंचे देखा कि उनके बच्चे बेहोश होकर गिरे जा रहे हैं। इसके बाद विभिन्न माध्यमों से पीड़ित बच्चों को उपचार के लिए सीएचसी छातापुर लाया गया। सीएचसी के सभी वार्डों में बच्चों को शिफ्ट कर उसका उपचार शुरू किया गया।

इधर, एक साथ करीब 100 बच्चों के बीमार होने की खबर से प्रशासन के हाथ-पांव फूलने लगे। हर विभाग के अधिकारी सक्रिय होकर मामले की जानकारी लेने में जुट गए। सूचना के बाद बीडीओ डॉ. राकेश गुप्ता, सीओ राकेश कुमार, थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंह सीएचसी पहुंचे और बच्चों के स्वास्थ्य व चल रहे इलाज की जानकारी ली। बच्चों में पेट दर्द, उल्टी, सिर दर्द आदि की शिकायतें थीं। अधिकांश बच्चों को स्लाइन लगाया गया और आवश्यक दवा दी गई। बीडीओ डॉ.. राकेश गुप्ता ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग के कारण बच्चों की तबीयत खराब हुई है। बीईओ के स्तर से मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है। जांच में जो भी दोषी पाये जायेंगे, उनके विरुद्ध समुचित कार्रवाई होगी

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बच्चों ने बताया कि एमडीएम में शनिवार को स्कूल में खिचड़ी और चोखा बना था। बच्चों का कहना था कि सड़ा हुआ चावल था, जिसमें कीड़ा और पिल्लू था। वह चावल स्कूल प्रबंधन द्वारा रसोइया को बनाने के लिए दिया गया था। इस पर रसोइया ने उक्त चावल की खिचड़ी बनाने से मना कर दिया। बावजूद इसके दबाव में रसोइया ने खिचड़ी बनाई। हालांकि लगभग सभी बच्चों ने खिचड़ी खाने से मना कर दिया और अपने घर जाने लगे। इस बीच शिक्षक ने स्कूली बच्चों को पिटाई का भय दिखाकर घर जाने से रोक लिया और जबरन खिचड़ी खिलाई। खिचड़ी खाने के आधा घंटा बाद ही बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी।

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इस बाबत सीएचसी प्रभारी डा. नवीन कुमार ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग से संबंधित बीमार बच्चे सीएचसी में भर्ती हैं। सभी का समुचित इलाज किया जा रहा है। सभी सुरक्षित हैं और खतरे से बाहर हैं। इधर, इस इस पूरे मामले को लेकर एचएम हरी चंदर कुमार ने बताया कि एमडीएम दो बैच में बच्चों ने खाया है। पहले बैच में एमडीएम खाने वाले बच्चे में किसी तरह की शिकायत नहीं है। दूसरे बैच में बैठे स्कूली बच्चों को परेशानी हुई है।

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