पटना आ रहे ट्रांसफर से नाखुश शिक्षकों को एस सिद्धार्थ ने लताड़ा, बोले- परिक्रमा मत करो
बिहार शिक्षा विभाग के एसीएस एस सिद्धार्थ ने ट्रांसफर की समस्या लेकर पटना स्थित मुख्यालय आ रहे शिक्षकों को लताड़ा है। जिलाधिकारियों को लिखे पत्र में एसीएस ने शिक्षकों को मुख्यालय की परिक्रमा नहीं करने की हिदायत दी गई है।

बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने ट्रांसफर से संबंधी समस्याओं को लेकर पटना आ रहे शिक्षकों को लताड़ा है। एसीएस ने बुधवार को सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में पत्र जारी किया है। उन्होंने शिक्षकों से कहा है कि वे पटना स्थित राज्य मुख्यालय आकर सचिवालय की परिक्रमा नहीं करें। उन्होंने जिलाधिकारियों से इस संबंध में उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
एसीएस सिद्धार्थ ने पत्र में कहा कि तबादला से जुड़ी दिक्कतें लेकर शिक्षकों के मुख्यालय आने से शिक्षा विभाग का कामकाज प्रभावित होता है। जिलों में ही स्थानांतरित शिक्षकों की स्थापना संबंधित समस्याओं के समाधान की व्यवस्था की है। ऐसे में शिक्षकों का सीधे राज्य मुख्यालय की परिक्रमा करना उचित नहीं है।
अगर किसी टीचर को अपने ट्रांसफर से संबंधित कोई दिक्कत है तो वह अपने नजदीकी पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। इसके लिए विभाग के मुख्यालय आने की कोई जरूरत नहीं है।
बता दें कि बिहार में हाल ही में बड़े पैमाने पर शिक्षकों का ऐच्छिक ट्रांसफर हुआ है। राज्य के 1.30 लाख शिक्षकों का एक जिले या अनुमंडल से दूसरे जिले या अनुमंडल में तबादला किया गया। स्थानांतरित शिक्षकों को जिला आवंटन पहले ही हो चुका है। अब उन्हें स्कूलों का आवंटन किया जा रहा है। ट्रांसफर हुए शिक्षकों को 30 जून तक नए स्कूल में योगदान करने को कहा गया है।
हालांकि, कई शिक्षक ऐसे हैं जो अपने ट्रांसफर से नाखुश थे। शिक्षा विभाग ने उन्हें नए स्कूल में जॉइन करने से मना किया है। अगर कोई टीचर नए स्कूल में योगदान नहीं देता है, तो 1 जुलाई से उसका ट्रांसफर आदेश रद्द हो जाएगा। वह स्वतः ही अपने पुराने स्कूल में बना रहेगा।