Hindi Newsऑटो न्यूज़Maruti Suzuki Baleno Bharat NCAP crash test, know Why same car get different scores?

क्या सेफ है मारुति बलेनो? एक ही कार को भारत NCAP में क्यों मिली दो अलग-अलग सेफ्टी रेटिंग? जानिए वजह

मारुति बलेनो को भारत NCAP में दो अलग-अलग रेटिंग क्यों मिलीं? क्या ये कार पूरी तरह से सेफ है या नहीं? आइए इसकी पूरी कहानी समझते हैं।

Sarveshwar Pathak लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 15 June 2025 05:44 PM
share Share
Follow Us on
क्या सेफ है मारुति बलेनो? एक ही कार को भारत NCAP में क्यों मिली दो अलग-अलग सेफ्टी रेटिंग? जानिए वजह

मारुति सुजुकी बलेनो भारत की सबसे ज्यादा बिकने वाली प्रीमियम हैचबैक कारों में से एक है। इसकी कीमत 6.70 लाख से शुरू होकर 9.92 लाख (एक्स-शोरूम) तक जाती है। FY25 में इस कार की कुल 1.67 लाख यूनिट्स बिकीं, जिससे यह सेगमेंट की टॉप सेलिंग कार बन गई। हाल ही में जब इस कार का भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP या BNCAP) के तहत क्रैश टेस्ट हुआ, तो इसके दो अलग-अलग सेफ्टी स्कोर सामने आए। एक बार 4-स्टार और दूसरी बार 5-स्टार। अब सवाल यह है कि एक ही कार को दो रेटिंग कैसे मिल सकती हैं? अगर आप भी कंफ्यूज हैं, तो आइए इस रहस्य को आसान शब्दों में समझते हैं।

ये भी पढ़ें:झटका! 44% तक घट गई इस सस्ती मारुति कार की बिक्री; कीमत ₹6 लाख से कम

मिलती जुलती गाड़ियाँ

और गाड़ियां देखें...
Maruti Suzuki Baleno

Maruti Suzuki Baleno

₹ 6.7 - 9.92 लाख

...

ऑफ़र समाप्त हो रहे हैं

ऑफर देखें

एक ही बलेनो, दो अलग-अलग रेटिंग – वजह क्या है?

बलेनो को दो अलग-अलग वैरिएंट्स के रूप में टेस्ट किया गया था। बेस वेरिएंट सिग्मा और डेल्टा, जिनमें सिर्फ 2 एयरबैग होते हैं। टॉप वैरिएंट जेटा और अल्फा, जिनमें 6 एयरबैग होते हैं (ड्यूल फ्रंट, साइड और करटेन एयरबैग्स)। यही एयरबैग की संख्या दो अलग-अलग स्कोर की असली वजह है।

कैसे किया गया टेस्ट?

भारत NCAP कारों को तीन कैटेगरी में परखता है।

1-AOP (Adult Occupant Protection): यानी वयस्क यात्रियों की सुरक्षा

2-COP (Child Occupant Protection): यानी बच्चों की सुरक्षा

3-सेफ्टी असिस्ट सिस्टम: जैसे ESC, सीट बेल्ट रिमाइंडर, आदि

टेस्टिंग में शामिल थे:

फ्रंटल ऑफसेट क्रैश (64 km/h)

साइड इंपैक्ट क्रैश (50 km/h)

साइड पोल इंपैक्ट (29 km/h)

क्या रहे स्कोर?

क्या रहे स्कोर?

वैरिएंटएयरबैगAOP स्कोर (32 में से)COP स्कोर (49 में से)कुल स्टार रेटिंग
बेस मॉडल (Sigma/Delta)224.0434.814 स्टार
टॉप मॉडल (Zeta/Alpha)626.5234.815 स्टार

बड़ा अंतर देखने को मिला साइड क्रैश टेस्ट में, जहां 6 एयरबैग वाले वेरिएंट ने ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया।

मतलब आपके लिए क्या है?

अगर आप बलेनो का बेस वेरिएंट लेते हैं, तो आपको 2 एयरबैग मिलते हैं और यह 4 स्टार सेफ्टी देता है। लेकिन, अगर आप Zeta या Alpha वेरिएंट लेते हैं, तो आपको 6 एयरबैग मिलते हैं और सेफ्टी बढ़कर 5 स्टार हो जाती है। इसलिए सिर्फ मॉडल नहीं, वेरिएंट भी ध्यान से चुनें। ज्यादा एयरबैग यानी ज्यादा सुरक्षा।

कुछ सेफ्टी फीचर्स सभी वैरिएंट्स में स्टैंडर्ड

इसमें इलेक्ट्रॉनिक स्थिरता नियंत्रण (ESC), पैदल यात्री सुरक्षा प्रणाली और सीटबेल्ट रिमाइंडर जैसे फीचर्स हर वैरिएंट में मिलते हैं, जिससे बेस मॉडल भी सुरक्षित है।

ये भी पढ़ें:मारुति ने इस महीने के लिए एक झटके ब्रेजा SUV को कर दिया सस्ता, इतने में मिल रही

रेटिंग नहीं, सेफ्टी की गहराई समझें

मारुति बलेनो को भारत NCAP में दो अलग-अलग सेफ्टी रेटिंग मिलीं। इसका मतलब ये नहीं कि कार में गड़बड़ी है, बल्कि यह दिखाता है कि वैरिएंट के अनुसार सुरक्षा का स्तर बदलता है। इसलिए अगली बार कार खरीदते समय सिर्फ ब्रांड या कीमत नहीं, एयरबैग्स और सेफ्टी फीचर्स पर भी जरूर ध्यान दें।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें