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Sawan Upay : सावन में शिव जी को प्रसन्न करने के लिए करें ये खास उपाय

Sawan Shiv Ji Upay Remedies : सावन का महीना हिंदू पंचांग का पांचवा महीना होता है। हिंदू धर्म में सावन के महीने का बहुत अधिक महत्व होता है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस माह में शिव की पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।

Yogesh Joshi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीMon, 30 June 2025 03:05 PM
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Sawan Upay : सावन में शिव जी को प्रसन्न करने के लिए करें ये खास उपाय

सावन का महीना हिंदू पंचांग का पांचवा महीना होता है। हिंदू धर्म में सावन के महीने का बहुत अधिक महत्व होता है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस माह में शिव की पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इस महीने में भगवान शिव की रोजाना विधि- विधान से पूजा-अर्चना करनी चाहिए। इस साल 11 जुलाई से सावन की शुरुआत हो रही है और 9 अगस्त को सावन का महीना समाप्त होगा। इस सावन में चार सोमवारी व्रत होंगे। पहला सोमवारी व्रत 14 जुलाई को है। दूसरा 21, तीसरा 28 जुलाई और चौथा सोमवारी व्रत 4 अगस्त को है। सावन माह में कुछ उपाय करने से भगवान शंकर की विशेष कृपा प्राप्त होती है। आइए जानते हैं, सावन के उपाय-

  1. बेलपत्र पर चंदन का एक टीका लगाएं और चावल का एक दाना शिवलिंग पर अर्पित करें। मान्यता है कि इस उपाय मात्र से ही शिवजी शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं।
  2. शिवलिंग पर चढ़े हुए जल को थोड़ा-सा लोटे में भरकर घर लाएं और छिड़क दें। कहा जाता है कि ऐसा करने से व्यक्ति का यश बढ़ता है।
  3. शिवलिंग पर 5 बेलपत्र, एक चावल का दाना और जल अर्पित करें। अब एकांत में बैठकर भगवान का ध्यान करें। मान्यता है कि ऐसा करने से मन की अशांति दूर होती है और भोलेनाथ भक्तों के सभी दुखों को समाप्त करते हैं।
  4. शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। यहीं नहीं शिवलिंग, नंदी के पीछे के पैर का स्पर्श या मंदिर के चौखट का स्पर्श जरूर करें। शिव महापुराण के अनुसार, ऐसा करने से सोया हुआ भाग्य जाग जाता है और किस्मत चमक उठती है।

भगवान शिव की पूजा में प्रयोग होने वाली सामग्री- पुष्प, पंच फल पंच मेवा, रत्न, सोना, चांदी, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, कुशासन, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगा जल, पवित्र जल, पंच रस, इत्र, गंध रोली, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान्न, बिल्वपत्र, धतूरा, भांग, बेर, आम्र मंजरी, जौ की बालें,तुलसी दल, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध, ईख का रस, कपूर, धूप, दीप, रूई, मलयागिरी, चंदन, शिव व मां पार्वती की श्रृंगार की सामग्री आदि।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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