ईरान के सामने नये सिरे से अपनी वायुसेना की निर्माण के अलावा कोई ऑप्शन नहीं है, इसको लेकर ईरान ने कवायद भी शुरू कर दी है, अब तक आई खबरों के अनुसार इसके लिए ईरान चीन की मदद लेने की सोच कर रहा है, रूस से ईरान की Su-35 की डील फेल होने के बाद ईरान के पास चीन के अलावा कोई और विकल्प भी नहीं बचता है