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बोले गढ़वाल: बड़कोट बाजार में ट्रैफिक जाम का कारण बन रहे 5 दशक पुराने पुल

बड़कोट बाजार में पुराने तंग पुलों के कारण ट्रैफिक जाम की गंभीर समस्या उत्पन्न हो रही है। तीर्थयात्रियों, व्यापारियों और आम जनता को प्रतिदिन लंबी जाम में फंसने के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा...

Newswrap हिन्दुस्तान, श्रीनगरThu, 26 June 2025 04:24 PM
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बोले गढ़वाल: बड़कोट बाजार में ट्रैफिक जाम का कारण बन रहे 5 दशक पुराने पुल

समय के साथ पुरानी पड़ चुकी सुविधाओं में यदि बदलाव न हों तो वो आम जनता के लिए मुसीबतों का कारण बन जाती हैं। इसकी तस्वीर दिखाई देती है चारधाम यात्रामार्ग के प्रमुख पड़ाव बड़कोट में जहां बाजार क्षेत्र में मौजूद दशकों पुराने तंग पुलों की वजह से लगता ट्रैफिक जाम ने आम जनता के साथ व्यापारियों, तीर्थयात्रियों व पर्यटकों को भी बुरी तरह से परेशान किया हुआ है। लम्बे समय बाद भी नए पुलों के नहीं बनने और पुराने तंग पुलों पर एक साथ दो वाहनों के आमने-सामने नहीं गुजर पाने के कारण लोगों को लम्बे जाम में फंसकर रोज दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। बोले गढ़वाल अभियान के तहत परेशान क्षेत्रवासियों ने हिन्दुस्तान से अपनी समस्याओं को साझा किया...

चारधामों में शामिल यमुनोत्री और गंगोत्री धामों तक पहुंच मार्ग का अहम पड़ाव और धार्मिक, सांस्कृतिक व पर्यटन के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण बड़कोट वैसे तो तहसील मुख्यालय के साथ नगरपालिका क्षेत्र भी है लेकिन बाजारक्षेत्र इसका हृदयस्थल माना जाता है और नगर की रौनक भी इसी इलाके से है। लगभग 2500 की आबादी वाले बड़कोट बाजार के बीच से ही यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरता है लेकिन सबसे बड़ी परेशानी भी इसी क्षेत्र में है जहां हाईवे पर रोज लगता वाहनों का लम्बा जाम तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, व्यापारियों और आम जनता के लिये सरदर्द बना हुआ है।

दरअसल इसका मुख्य कारण है हाईवे पर बाजार क्षेत्र में ही मौजूद दशकों पुराने 3 मोटरपुल जिनके बेहद तंग होने की वजह से उनपर एक ही समय में दो वाहन आमने सामने नहीं गुजर पाते जिसकी वजह से वाहनों का काफिला सड़कों पर ही जाम की शक्ल में खड़ा रहता है। हालांकि हाईवे के भी सिंगल लेन होना भी इसकी वजह है जिस कारण बाजारक्षेत्र में चौड़ीकरण कार्य भी प्रस्तावित तो है लेकिन विस्थापन मुआवजे के मामले पर गतिरोध बने होने से प्रक्रिया फिलहाल लटकी हुई दिखाई दे रही है। पूरे बाजारक्षेत्र में 1 ही सार्वजनिक शौचालय तो है लेकिन पानी और सफाई के अभाव में उसकी हालत इस कदर खराब रहती है कि उसका इस्तेामल भी हर किसी के लिये आसान नहीं होता।

बाजारक्षेत्र में बस स्टैंड और टैक्सी स्टैंड के लिये अलग से व्यवस्था नहीं होने की वजह से वो बाजार में ही हाईवे के किनारों पर ही अपने वाहनों को पार्क कर सवारियां उठाते हैं जिस कारण से भी हाईवे तंग होता है और इस कारण भी जाम की समस्या पैदा होती है। बाजारक्षेत्र में बने अस्थायी बस टैक्सी स्टैंडों व आसपास यात्री प्रतीक्षालय नहीं होने से भी लोगों को मुश्किलें उठानी पड़ रही हैं। बाजार के बीच पार्किंग सुविधा नहीं होने से भी मुश्किलें हो रही है, हालांकि बाजार से कुछ दूरी पर अधूरी पार्किंग सुविधा तो है लेकिन थोड़ी दूरी होने की वजह से उसका लाभ उस तरह नहीं मिल पा रहा है जिस तरह मिलना चाहिए था। भद्री मोहल्ले में उपराड़ी गदेरे की तरफ 1 वर्ष से खराब पड़ी स्ट्रीटलाइट को आज तक ठीक नहीं किये जाने की वजह से स्थानीय जनता को शाम ढलते ही आवाजाही के दौरान समस्याएं उठानी पड़ती हैं।

बाजारक्षेत्र में मौजूद सीसीटीवी कैमरे भी लम्बे समय से खराब पड़े हैं जिन्हें ठीक नहीं किये जाने की वजह से आपराधिक घटनाएं होने पर उनका लाभ नहीं मिल पाने से व्यापारी सबसे ज्यादा परेशान हैं। इलाके में संकरी तंग नालियां भी व्यापारियों के लिए सरदर्द बनी हुई हैं। बरसात में तो स्थिति तब खराब हो जाती है जब बरसाती पानी के सामने वो दिखाई ही नहीं देती। इतना ही नहीं बल्कि नालियों से गुजरते पेयजल लाइनों के मकड़जाल ने भी नालियों की स्थिति को और खराब किया हुआ है। पेयजल लाइनों के कारण उनकी सफाई भी नहीं हो पाती है, जिस कारण उनमें फंसी गदंगी और कचरे की वजह से नालियां चोक होने लगती हैं और फिर उनका पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर बहने लगता है जिससे आम जनता को तकलीफें उठानी पड़ती हैं।

प्रस्तुति:- द्वारिका सेमवाल

बड़कोट बाजार में लग रहे जाम से लोगों को उठानी पड़ रही परेशानी

नगर के बड़कोट बाजार में सबसे बड़ी समस्या बाजारक्षेत्र के 200 मीटर दायरे में मौजूद लगभग 50 वर्ष पुराने 3 मोटरपुल हैं जिनके बेहद संकरे होने की वजह से एक बार में केवल एक वाहन ही गुजर सकता है। दो वाहनों के आमने सामने आने पर ट्रैफिक जाम लग जाता है। इस दौरान बारी-बारी से ही दोनों ओर के वाहन इस पर गुजर पाते हैं जिस वजह से पुलों के दोनों ओर लम्बा ट्रैफिक जाम लग जाता है और इस कारण लोगों को परेशानियां उठानी पड़ती हैं। लम्बे समय से स्थानीय व्यापारियों के साथ आम जनता भी इन पुलों के स्थान पर चौड़े नये पुलों को बनाये जाने की मांग कर रही है जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिल सके लेकिन फिलहाल इस ओर ध्यान नहीं देने से हर वर्ष यात्रा सीजन में विशेषतौर पर ये समस्या सर्वाधिक रहती है। लोगों ने प्रशासन से जाम से निजात दिलाने की मांग उठाई है।

चार किलोमीटर क्षेत्र के चौड़ीकरण की मांग लंबे समय से कर रहे लोग

बाजारक्षेत्र से गुजर रहे यमुनोत्री नेशनल हाईवे से ही यमुनोत्री और गंगोत्री धाम की यात्रा के लिए आवाजाही होती है। ऐसे में तंग राष्ट्रीय राजमार्ग को सरुखेत से लेकर दोबाटा तक के करीब 4 किलोमीटर क्षेत्र में चौड़ीकरण की मांग भी लम्बे समय से हो रही है। हालांकि एकतरफ इस हाईवे को चौड़ा करने की मांग हो रही है तो दूसरी तरफ बाजारक्षेत्र में चौड़ीकरण के दायरे में आ रही लगभग 50 दुकानों की वजह से इस मामले पर गतिरोध भी बना हुआ है। व्यापारियों का कहना है कि प्रभावित दुकानदारों को उनकी दुकानों की एवज में कहीं दूसरी जगह पर स्थान दिया जाय और मुआवजा भी दिया जाय और जब तक ऐसा नहीं होता है तब तक इस मामले को सुलझाये बिना हाईवे चौड़ीकरण प्रक्रिया को शुरू न किया जाय। टैक्सी स्टैंड, बस स्टैंडों पर और उसके पास 1 भी प्रतीक्षालय नहीं होने से भी दिक्कतें होती हैं।

पार्किंग की सुविधा नहीं होने से व्यापारियों को हो रहा है नुकसान

बाजार के आंतरिक क्षेत्र में पार्किंग सुविधा नहीं होने की वजह से भी सबसे ज्यादा नुकसान व्यापारियों को ही हो रहा है। नगर में मौजूद 1 बस स्टैंड और 3 टैक्सी स्टैंड तो हैं लेकिन उनके पास अपनी भूमि नहीं होने व वैकल्पिक व्यवस्था की गैरमौजूदगी की वजह से यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग जो कि बाजार से ही गुजर रहा है, उसके किनारे पर ही उन्हें अस्थायी तौर पर बनाया गया है। बताते चलें कि हाईवे पर मौजूद मुख्य चौराहे पर बस स्टैंड है जबकि इससे 50 मीटर आगे नौगांव टैक्सी स्टैंड और बस स्टैंड से 100 मीटर पीछे यमुनोत्री रोड की तरफ बड़कोट टैक्सी स्टैंड है। बाजारक्षेत्र से रोज 500 से अधिक छोटे बड़े वाहनों की आवाजाही होती है जिनके माध्यम से तीर्थयात्री, पर्यटक और आम जनता आवाजाही करती है लेकिन बाजार में ही हाईवे के आसापास पार्किंग सुविधा नहीं होने यात्री यहां बहुत कम रुकते हैं।

बड़कोट बाजार में लगे 45 सीसीटीवी कैमरे खराब

बाजारक्षेत्र में कई वर्ष पूर्व आपराधिक घटनाओं पर रोकथाम और उनके होने पर जांच उपरांत अपराधियों की धरपकड़ में सहायता के उद्देश्य से 45 सीसीटीवी कैमरे लगवाये गए थे लेकिन उनकी देखभाल के प्रति सरकारी तंत्र कितना सजग और मुस्तैद रहा, इसका पता इस बात से ही चलता है कि लगभग 1.5 वर्ष से वो खराब होकर बंद पड़े हैं। लगभग 2 किलोमीटर क्षेत्र में फैले बाजारक्षेत्र में लगाये गए सीसीटीवी कैमरों के खराब होने की वजह से कई बार आपराधिक घटनाएं हो चुकी हैं लेकिन सीसीटीवी कैमरे खराब होने की वजह से, उन्हें सुलझाया ही नहीं जा सका। नगर व्यापार मंडल उन्हें ठीक करने को लेकर लम्बे समय से मांग करता रहा है और इस मुद्दे पर लिखित और मौखिक रूप से भी कह चुका है लेकिन न खराब कैमरों को ठीक करवाया गया है और न इस मामले पर कोई प्रक्रिया होती हुई दिखाई दे रही है। हालांकि नगरपालिका प्रशासन का कहना है कि अब वो अच्छी क्वालिटी के 40 नाइटविजन सीसीटीवी कैमरों को क्षेत्र में लगवायेगी जिसका फायदा पुलिस को भी होगा और व्यापारियों के साथ आम जनता को भी।

सुझाव

1. बाजार क्षेत्र को सीवरलाइन व्यवस्था से जोड़ा जाय व नालियों की नियमित सफाई हो।

2. राष्ट्रीय राजमार्ग व मौजूद 3 मोटरपुलों को प्रस्तावित चौड़ीकरण जल्द हो।

3. बाजार क्षेत्र में पार्किंग सुविधा का हो इंतजाम। मौजूद 1 शौचालय की नियमित सफाई हो व अन्य शौचालय बनें।

4. पर्याप्त संख्या में कूड़ेदानों की व्यवस्था के साथ नियमित सफाई हो। बस स्टैंड और टैक्सी स्टैंडों पर प्रतीक्षालय बनें।

5. नालियों में पेयजल लाइनों व घरों एवं रास्तों के ऊपर से लटकते तारों के मकड़जालों को हटाया जाय।

शिकायतें

1. क्षेत्र में सीवरलाइन नहीं होने से कई बार खुले में बहता है सीवर जिससे होती है परेशानी।

2. राष्ट्रीय राजमार्ग और 3 मोटरपुलों के संकरे व सिंगल लेन होने से हो रही दिक्कतें। लचर ड्रेनेज सिस्टम से कठिनाइयां।

3. पार्किंग सुविधा नहीं होने से हाईवे पर लगते ट्रैफिक जाम से होती हैं परेशानियां। एक ही शौचालय की व्यवस्था है।

4. कूड़ेदान नहीं होने की वजह से फैला रहता है कचरा। बस स्टैंड और टैक्सी स्टैंडों पर प्रतीक्षालय नहीं होने से दिक्कतें।

5. नालियों में पेयजल लाइनों के व घरों के ऊपर से गुजरते तारों के मकड़जाल से मुश्किलें।

बोले जिम्मेदार

नगरपालिका क्षेत्र में चौड़ीकरण कार्य से प्रभावित व्यापारियों के साथ पालिका प्रशासन खड़ा है। बिना समुचित व्यवस्था किए प्रभावित व्यापारियों को हटाया नहीं जाएगा। पालिका द्वारा इस संबंध में राजमार्ग निर्माण खंड और प्रशासन से इनकी व्यवस्था के लिए सुझाव पत्र भी दिया है।

विनोद डोभाल, नगरपालिका, अध्यक्ष

लोगों की बात

बड़कोट बाजार के अंदर आज तक भी एनएच का चौड़ीकरण नहीं होना जाम की समस्या का प्रमुख कारण है। बाजार के अंदर एनएच को शीघ्र चौड़ा किया जाना चाहिए। बाजार में मौजूद शुलभ शौचालय बदहाल है।

-धनवीर रावत

बाजार के अंदर एनएच पर बने तीन पुल जाम की समस्या के लिए ज्यादा ही नासूर बने हुए हैं। ये तीनों पुल काफी संकरे हैं और इन पुलों से एक साथ दो वाहन पास नहीं हो पाते हैं, लिहाजा इन पुलों को शीघ्र चौड़ा किया जाना चाहिए।

-सोहन गैरोला

बड़कोट नगर यात्रा का मुख्य पड़ाव है, यहां जाम की समस्या से निजात पाने के लिए एनएच का चौड़ीकरण किया जाना जरूरी है। बड़कोट से दोबाटा तक ज्यादातर सरकारी भूमि है, यह जल्दी ही चौड़ा किया जा सकता है।

-अजय रावत

बाजार से सटे भद्री मोहल्ले के किनारे पर बीते साल से स्ट्रीटलाइट खराब हो रखी हैं, जिससे इस क्षेत्र में रात में अंधेरा पसरा रहता है। कई बार पालिका को इसे ठीक करने के लिए कहा गया है, लेकिन अभी तक ठीक नहीं हुई है।

-रणवीर सिंह राणा

नालियों में जलसंस्थान के पाइपलाइनों के जाल बिछे होने के कारण नालियां चोक होती रहती हैं। पाइपों के इन जालों के कारण नालियों की ठीक से सफाई भी नहीं हो पाती है। जलसंस्थान शीघ्र इन लाइनों को हटाए।

-सुनील थपलियाल

मुख्य बाजार में स्थानीय व्यापारियों के साथ-साथ क्षेत्र के लोगों तथा चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों का भारी दबाव रहता है, लेकिन यहां बाजार में एक ही सुलभ शौचालय है, उसमें भी पानी की व्यवस्था नहीं है।

-संजय रतूड़ी

बाजार में एनएच चौड़ीकरण से पूर्व प्रभावित व्यापारियों को उचित स्थान पर व्यवस्थित करने के साथ प्रभावित व्यापारियों को भी मुआवजा दिया जाय, ताकि प्रभावित दूसरी जगह दुकान कर सके।

-सुरेन्द्र रावत

बड़कोट बाजार के बीच से निकलने वाले भट्टी गदेरे और साड़ा गदेरे से दोनों तरफ लगातार भूकटाव हो रहा है। भूकटाव की इस समस्या को कम करने के लिए जल्द ही उचित सुरक्षात्मक कार्य किया जाना बहुत जरूरी हो गया है।

-वीरेंद्र सिंह रावत

बाजार में कहीं वाहन पार्किंग की सुविधा नहीं होने के कारण लोग अपने वाहनों को सड़क पर ही खड़ा करने को मजबूर हैं, लेकिन ज्यादा देर तक सड़क पर वाहन खड़े करने पर जाम की स्थिति पैदा हो जाती है जिससे सब परेशान होते हैं।

-दीपक बहुगुणा

बाजार क्षेत्र में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे खराब होकर बंद पड़े हुए हैं। बंद पड़े सीसीटीवी कैमरों को ठीक किया जाना चाहिए तथा जिन आवश्यक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हुए हैं वहां नए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।

-संजय अग्रवाल

तारों के जाल नगर की सुंदरता पर दाग लगा रहे हैं। पूरे क्षेत्र में कहीं बिजली के तार, कहीं केबल तो कहीं फाइबर की तारों का जाल फैला हुआ है। इन तारों को अंडरग्राउंड किया जाना चाहिए, ताकि नगर की सुंदरता बनी रहे।

-विजय जगूड़ी

बाजार के आसपास क्षेत्र में मनोरंजन पार्क नही है। यदि यहां बढ़िया पार्क हो तो चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों, पर्यटकों को घूमने व यहां रुकने के लिए माध्यम मिल जायेगा जिसका लाभ स्थानीय व्यापारियों को भी मिलेगा।

-मदन पैन्यूली

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