बोले गढ़वाल: बड़कोट के पंतनगर वार्ड में सीढ़ीदार और फिसलन भरे रास्तों पर आवाजाही मुश्किल
नगर पालिका बड़कोट के पंतनगर वार्ड में लोगों को बुनियादी सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है। सार्वजनिक शौचालय, पेयजल और सीवरलाइन की व्यवस्था नहीं होने से स्थानीय निवासियों को परेशानी हो रही है।

नगर निकाय इकाइयों से जुड़े होने के बावजूद भी यदि लोगों को अपने घरों तक पहुंचने के लिए दोपहिया वाहनों की आवाजाही लायक संपर्क मार्ग भी नहीं मिल पाएं और पैदल संपर्क मार्ग भी कठिन, फिसलनयुक्त व सीढ़ीदार हों तो उन पर मजबूरी में आवागमन करते लोगों के दर्द को समझा जा सकता है। इसी का उदाहरण देखने को मिल रहा है नगर पालिका बड़कोट के पंतनगर वार्ड में जहां कई मोहल्लों में इसी तरह के हालात देखने को मिल रहे हैं। ‘बोले गढ़वाल’ अभियान के तहत परेशान क्षेत्रवासियों ने हिन्दुस्तान से अपनी समस्याओं को साझा किया...
धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण बड़कोट के सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से जब 4 दशक पहले उसे नगर निकाय इकाई से जोड़ते हुए पहले नगर पंचायत और फिर 8 वर्ष पूर्व नगरपालिका क्षेत्र बनाया गया तो लोगों को उम्मीद थी कि उन्हें मूलभूत सुविधाएं मिल सकेंगी। लेकिन 4 दशक बाद भी उन्हें मायूस होना पड़ रहा है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण देखने को मिल रहा है पालिका के अंतर्गत 3000 की आबादी वाले पंतनगर वार्ड में जहां आज भी कुछ मोहल्लों में दोपहिया वाहनों लायक मार्ग तो दूर की बात, उनपर पैदल आवाजाही भी खासी मुसीबतों भरी है।
वार्ड संख्या 5 के अंतर्गत आने वाले इस क्षेत्र के बाकि हिस्सों की स्थिति बहुत अच्छी हो, ऐसा भी नहीं है बल्कि उन स्थानों पर दोपहिया वाहनों लायक सम्पर्क मार्ग तो हैं लेकिन वो पैदल आवाजाही के लिहाज से ही इतने तंग हैं कि उनपर दोपहिया वाहनों के पहुंचने पर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। वार्ड क्षेत्र के अंदर से गुजर रहे साड़ा गदेरे से हो रहे भूकटाव की वजह से उसके दोनों ओर स्थित आवासीय भवनों पर खतरा मंडरा रहा है।
पूरे इलाके में सीवरलाइन व्यवस्था का इंतजाम नहीं होने की वजह से भी क्षेत्रीय जनता को दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। लोगों का कहना है कि इस वजह से बने सीवर टैंकों की सफाई के नाम पर उन्हें आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। चारधाम यात्रा का प्रमुख पड़ाव होने के बावजूद वार्ड में 1 भी सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था नहीं है। हालांकि इलाके में सार्वजनिक पेयजल सुविधा के नाम पर 1 स्टैंडपोस्ट तो है लेकिन वो भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने के कारण बस्ती के अंदरूनी आबादी क्षेत्र को उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
इतना ही नहीं पूरे वार्ड में कूड़ेदानों का कोई इंतजाम ही नहीं होने से कई जगह कचरा और गदंगी बिखरने से लोगों को आवाजाही के दौरान तो तकलीफों का सामना तो करना ही पड़ रहा है लेकिन इस वजह से संकरी तंग नालियों में कचरा फंसने से वो चोक होने लगती हैं और फिर उनसे ओवरफ्लो होकर निकलता गंदा पानी रास्तों पर बहकर आवाजाही में लोगों के लिये मुश्किलें खड़ी करने लगता है। पूरे वार्ड में पार्किंग सुविधा के नहीं है। वार्डक्षेत्र में न खेल मैदान है और न ही मनोरंजन पार्क की कोई व्यवस्था है।
-- प्रस्तुति: द्वारिका सेमवाल
शौचालय और पेयजल की कमी से दिक्कत
पंतनगर वार्ड के बड़े आबादी क्षेत्र में सार्वजनिक शौचालय का अभाव गंभीर समस्या बन गया है। वार्ड में 1 भी सार्वजनिक शौचालय न होने के कारण लोगों को खासा असुविधा झेलनी पड़ रही है। इसके अलावा, राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक मात्र स्टैंडपोस्ट तो है, लेकिन अंदरूनी आबादी क्षेत्रों में पेयजल की सुविधा न के बराबर है, जिससे आम जनता को जल संकट का सामना करना पड़ता है।पेयजल के साथ ही पूरे इलाके में सीवर लाइन व्यवस्था का भी अभाव है।
लोग अपने-अपने सीवर टैंक जरूर बना चुके हैं, लेकिन उन्हें साफ कराना और सीवर को मुख्य मार्ग तक पहुंचाना एक बड़ी चुनौती है। संकरी गलियों और घनी आबादी के बीच सीवर टैंकों की सफाई के दौरान सीवर फैलने से लोगों को बहुत परेशानी होती है। साथ ही यह कार्य आर्थिक रूप से भी महंगा साबित होता है, क्योंकि दूरी बढ़ने पर खर्च भी बढ़ जाता है। स्थानीय लोगों की प्रशासन से मांग है कि पंतनगर में सार्वजनिक शौचालय, पेयजल और सीवरलाइन की उचित व्यवस्था की जाए, ताकि लोगों की समस्याओं का स्थायी समाधान हो सके।
पंतनगर वार्ड की ऊपरी आबादी सड़क से वंचित
यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित पंतनगर वार्ड का ऊपरी क्षेत्र आज तक मोटरमार्ग से नहीं जुड़ पाया है, जिससे यहां रहने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ऊपर बसे इस इलाके तक पहुंचने के लिए लोगों को अब भी सीढ़ीदार पैदल रास्तों का सहारा लेना पड़ता है। यही पैदल मार्ग वार्ड संख्या 3, 5 और 7 के कुछ हिस्सों को आपस में जोड़ता है, लेकिन इन रास्तों पर दोपहिया वाहन भी नहीं चल सकते।पंतनगर वार्ड दो भागों—राजमार्ग के ऊपर और नीचे—में बंटा हुआ है।
ऊपरी क्षेत्र में बसे करीब 500 से अधिक लोग वर्षों से सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं। यदि इस क्षेत्र को सड़क से जोड़ा जाए, तो न केवल तीन वार्डों के लोगों को सीधी और सुविधाजनक आवाजाही मिलेगी, बल्कि क्षेत्र का समग्र विकास भी संभव होगा।स्थानीय लोग "साड़ा मोटरमार्ग" को उपराड़ी गांव के निचले बैंड से वार्ड संख्या 7 होते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ऊपर स्थित जीजीआईसी तक जोड़ने की मांग कर रहे हैं। इससे स्थानीय निवासियों को बड़ी राहत मिल सकती है।
सड़क बनने से स्थानीय लोगों को मिलेगा लाभ
पंतनगर वार्ड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ऊपरी क्षेत्र को सड़क मार्ग से जोड़ने की मांग क्षेत्रवासी लंबे समय से कर रहे हैं। जहां अब तक निर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने इस दिशा में कोई ठोस और ईमानदार पहल नहीं की, वहीं वर्तमान नगरपालिका अध्यक्ष विनोद डोभाल ने जनप्रतिनिधि बनने के तुरंत बाद इस समस्या को गंभीरता से लिया और सड़क निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाया।
पिछले माह पालिका अध्यक्ष की पहल पर इस क्षेत्र में सड़क निर्माण के लिए स्थलीय सर्वे कराया गया, जिससे स्थानीय लोगों में उम्मीद जगी है कि अब उनकी रोजमर्रा की परेशानियां समाप्त हो सकती हैं। प्रस्तावित सड़क का निर्माण हो जाने पर लगभग एक किमी क्षेत्र के निवासियों को सीधा लाभ मिलेगा और वार्ड संख्या 3, 5 और 7 के लोगों की वर्षों पुरानी मांग पूरी हो सकेगी।यह मोटरमार्ग पीडब्ल्यूडी कार्यालय गेट से शुरू होकर जीजीआईसी, वार्ड 3, 5 और 7 से होते हुए भद्री मोहल्ला तक जाएगा और अंततः उपराड़ी मोटर मार्ग से जुड़ जाएगा।
इससे भद्री मोहल्ला, पटवारी चौकी मोहल्ला, जीजीआईसी जैसे मोहल्ले आपस में सीधे सड़क से जुड़ सकेंगे। वर्तमान में इन मोहल्लों को जोड़ने वाला पैदल सीढ़ीदार मार्ग बेहद ढलान वाला है। ऐसे में सड़क निर्माण क्षेत्र के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकता है।
साड़ा नाला और पार्किंग की समस्या बनी मुसीबत
पंतनगर वार्ड के अंतर्गत बहने वाला साड़ा बरसाती नाला स्थानीय आबादी के लिए बड़ी समस्या बन गया है। बरसात के मौसम में जब नाले का जल स्तर बढ़ता है, तो तेज बहाव के कारण गदेरे के दोनों ओर भूकटाव की समस्या गंभीर हो जाती है। खासकर नागेश्वर मंदिर के नीचे जल संस्थान की कालोनी के निकट भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सुरक्षा दीवारों और अन्य जरूरी इंतजामों का अभाव उनके आवासीय भवनों को खतरे में डाल रहा है, जिससे बरसात के दिनों में उन्हें रातों को जागना पड़ता है।
साड़ा गदेरे से वार्ड संख्या 4 की बस्तियों को भी भूकटाव की समस्या झेलनी पड़ रही है। क्षेत्र में पार्किंग की भी कमी है, जिससे लोग मजबूरी में मुख्य और संपर्क मार्गों पर वाहन पार्क करते हैं। इससे न केवल यातायात बाधित होता है, बल्कि पैदल आवाजाही भी प्रभावित होती है। संकरी गलियों में तो स्थिति और जटिल हो जाती है, जहां दोपहिया वाहनों की आवाजाही और पार्किंग के दौरान लोग काफी परेशान हैं। स्थानीय नागरिकों ने पालिका प्रशासन से समस्याएं हल करने की मांग की है।
सुझाव
1. क्षेत्र में सीवरलाइन व्यवस्था हो और संकरे तंग रास्तों को चौड़ा किया जाय।
2. संकरी तंग नालियों को चौड़ा व गहरा करने के बाद उन्हें कवर कर उनपर चैम्बर बनाये जायें।
3. साड़ा गदेरे से हो रहे भूकटाव को रोकने के इंतजाम हों और पर्याप्त संख्या में स्ट्रीटलाइटस लगाई जायें।
4. सार्वजनिक शौचालय और पेयजल सुविधा दी जाय। कूड़ेदानों के साथ नियमित सफाई की व्यवस्था हो।
5. हॉस्पिटल के ऊपरी क्षेत्र को मोटरमार्ग से जोड़ा जाय व साड़ा गदेरे पर झूला पुल का निर्माण हो।
शिकायतें
1. क्षेत्र में सीवरलाइन नहीं होने से कई बार खुले में बहते सीवर से और संकरे तंग रास्तों पर आवागमन में होती हैं मुश्किलें।
2. संकरी तंग नालियों के चोक होने से गंदा पानी रास्तों पर बहकर उन्हें खराब कर रहा है।
3. साड़ा गदेरे के किनारों से हो रहे भू-कटाव की वजह से आवासीय भवनों पर खतरा। पर्याप्त संख्या में स्ट्रीटलाइटस का अभाव।
4. न सार्वजनिक शौचालय हैं, न कूड़ेदान हैं और ना ही नियमित तौर पर सफाई की व्यवस्था है।
5. हॉस्पिटल के ऊपरी क्षेत्र में मोटरमार्ग नहीं होने व साड़ा गदेरे पर पुल नहीं होने से आवाजाही में हो रही दिक्कतें।
वार्ड की समस्याएं लोगों की जुबानी:
पंतनगर अंतर्गत नेशनल हाईवे पर बहुगुणा दुकान से नागेश्वर मंदिर होते हुए आईटीआई रोड़ तक मार्ग काफी संकरा है। जिससे आवागमन में परेशानी होती है, लिहाजा में इसे चौड़ा किया जाना चाहिए।
-ताजवर कलूड़ा
लोग रात में सड़क किनारे कूड़ा रख देते हैं, जिससे आवारा पशु उस कूड़े को फैलाकर पूरी सड़क को गंदा कर देते हैं। क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए और ऐसे लोगों का चालान किया जाना चाहिए।
-देवेंद्र रतूड़ी
पंतनगर वार्ड में वाहन पार्किंग की सुविधा नहीं है। लोग अपने वाहनों को सड़क पर ही खड़ा करते हैं। जिन स्थानों पर संकरा पैदल मार्ग हैं वहां दोपहिया खड़ा रहने से आवागमन में दिक्कत होती है।
-विपिन अग्रवाल
नगर के अंतर्गत कई लोगों ने अपने मकान के छतों पर डाउनपाइप नहीं लगाया है जिस कारण बरसात में छतों से गिरते पानी के कारण लोगों को आवाजाही के दौरान दिक्कतें उठानी पड़ती हैं।
- सुमन रावत
वार्ड के अंदर कई स्थानों पर नालियां क्षतिग्रस्त हो रखी हैं, जिस कारण पानी का रिसाव लोगों के मकानों के नीचे हो रहा है। बरसात में नालियों का पानी सड़क पर बहता है। निगम इसका संज्ञान ले।
-दीपक बहुगुणा
वार्ड में घरों, दुकानों और रास्तों के ऊपर से गुजरते विभिन्न सुविधाओं वाले तारों के मकड़जाल से दिक्कतें हो रही हैं। उनकी वजह से दुर्घटनाओं का भी भय बना रहता है। उन्हें व्यवस्थित किया जाय।
-राजीव थपलियाल
पंतनगर का एक बड़ा हिस्सा साड़ा गदरे के कटाव की जद में है, जिससे स्थानीय लोगों के मकानों को खतरा पैदा हो गया है। भूस्खलन का स्थाई ट्रीटमेंट जरूरी है, ताकि मकानों को सुरक्षित किया जा सके।
-जय सिंह पंवार
वार्ड 5 को वार्ड 4 से जोड़ने के लिये साड़ा गदेरे पर तहसील मार्ग के सामने से वार्ड 4 तक झूला पुल बनना चाहिए। कुछ साल पहले पुल निर्माण को लोनिवि ने सर्वे भी किया था, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
-धनवीर सिंह जयाड़ा
नागेश्वर शिव मंदिर के आसपास यूरिनल की व्यवस्था नहीं है। मंदिर में श्रद्धालु पूजा-पाठ करने आते हैं। आसपास यूरिनल की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ती है।
-संजय अग्रवाल
क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े हुए हैं। बंद पड़े सीसीटीवी कैमरों को ठीक किया जाए और जहां आवश्यकता है वहां कैमरे नहीं लगे हुए हैं। इस लिए वहां नए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।
-जसपाल सिंह रावत
इलाके में सीवरेज निस्तारण प्रमुख समस्या है। पंतनगर वार्ड के अंतर्गत हॉस्पिटल के ऊपर वाले हिस्से में सड़क मार्ग नहीं होने के कारण सीवर वाहन भी नहीं पहुंच पाता है। दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं।
-मेहताब धनाई
नालियों में जल संस्थान के पाइपलाइनों के जाल बिछे होने के कारण आये दिन नालियां चोक होती रहती हैं और उनकी ठीक से सफाई भी नही हो पाती है। जल संस्थान को इन्हें जल्द से जल्द हटाना चाहिए।
-सुनील थपलियाल
बोले जिम्मेदार…..
पंतनगर के अंतर्गत हॉस्पिटल के ऊपर वाले हिस्से को सड़क से जोड़ने के लिए सर्वे किया गया है। सर्वे के अंतर्गत वार्ड नंबर सात से उपराड़ी प्राथमिक विद्यालय होते हुए वार्ड तीन के जीजीआईसी तक तथा आगे डायट गेट से लगते हुए पीडब्ल्यूडी के पास नेशनल हाईवे तक जोड़ने के लिए सम्पर्क मार्ग का निर्माण किया जाना है।
-विनोद डोभाल, अध्यक्ष, नगर पालिका बड़कोट
पंतनगर के अंतर्गत अस्पताल के ऊपरी वाले हिस्से में लंबे समय से नगरवासियों द्वारा सड़क मार्ग की मांग की जा रही है। इसके लिए नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा सर्वे भी किया गया है। उम्मीद है कि इस एरिया में सड़क का जल्द निर्माण होगा। सड़क बनने से जहां लोगों को आवागमन करने में सहूलियत होगी, वहीं क्षेत्र का विकास भी होगा।
-अमिता पंवार, सभासद, नगर पालिका बड़कोट
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