शिक्षा को नवाचार और राष्ट्र निर्माण से जोड़ना होगा : उपराष्ट्रपति
फोटो कार्यक्रम :: - कुमाऊं विवि की स्वर्ण जयंती पर उपराष्ट्रपति और राज्यपाल का युवाओं को संदेश - पूर्व छात्रों से संस्थान के सशक्त सहयोग की अपील - पौ

नैनीताल, संवाददाता। कुमाऊं विवि के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने विद्यार्थियों, शिक्षकों और पूर्व छात्रों को प्रेरणास्पद संदेश दिया। दोनों ही अतिथियों ने शिक्षा, नवाचार, शोध, और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने शिक्षा को नवाचार और राष्ट्र निर्माण से जोड़ने की बात कही। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि शैक्षणिक संस्थान केवल डिग्रियां प्राप्त करने का माध्यम नहीं हैं, बल्कि ये विचार और नवाचार के स्वाभाविक स्थल हैं। आपके साथियों के साथ बिताया गया समय आपके सोचने के तरीके को परिभाषित करता है।
उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने विचारों को खुलकर अभिव्यक्त करें, प्रयोग करें और राष्ट्र के निर्माण में सक्रिय भागीदार बनें। उन्होंने परिसर आधारित शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए इसे परिवर्तन का केंद्र बताया। पूर्व छात्रों की भूमिका पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि किसी भी संस्थान की आत्मनिर्भरता उसके पूर्व छात्रों से जुड़ाव से आती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि विवि के एक लाख पूर्व छात्र प्रतिवर्ष दस हजार का योगदान करें, तो यह ₹सौ करोड़ की स्थायी निधि बन सकती है जिससे विवि आत्मनिर्भर बन सकता है। उन्होंने देवभूमि उत्तराखंड से एक सशक्त पूर्व छात्र संगठन की शुरुआत का आह्वान किया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने कहा कि कुविवि ने बीते 50 वर्षों में शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ समाज के अंतिम व्यक्ति तक ज्ञान की रोशनी पहुंचाई है। कहा कि भारत की युवा शक्ति को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, रोजगारपरक कौशल और सामाजिक चेतना से युक्त करना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने शिक्षकों की भूमिका को राष्ट्र निर्माण में अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि वे केवल पाठ्यक्रम नहीं पढ़ाते, वे नेतृत्व गढ़ते हैं, विचारों को संस्कारों से जोड़ते हैं। राज्यपाल ने विवि से स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप वैश्विक क्षितिज की ओर अग्रसर होने का आह्वान किया और कहा कि यह स्वर्ण जयंती आत्ममंथन, संकल्प और पुनर्निर्माण का अवसर है। पौधरोपण किया कार्यक्रम से पूर्व उपराष्ट्रपति ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत अपने पूज्य माता-पिता के नाम पर पौधरोपण किया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायकगण, विश्वविद्यालयों के कुलपति, मंडलायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, जिलाधिकारी सहित अनेक अधिकारी एवं स्थानीय लोग रहे। ये रहे मौजूद कार्यक्रम में उच्च शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ धनसिंह रावत, विधायक नैनीताल सरिता आर्या, विधायक भीमताल रामसिंह कैड़ा, पूर्व सांसद डॉ. महेंद्र पाल, कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत, आईजी रिद्धिम अग्रवाल, डीएम वंदना, कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत, उत्तराखंड मुक्त विवि के कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी, कुलपति जीबी पंत विश्वविद्यालय डॉ. मनमोहन सिंह चौहान, एरीज के निदेशक डॉ. मनीष नाजा आदि रहे।
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