बिल्ली रास्ता काटे या कोई छींक दे तो क्या करना चाहिए? प्रेमानंद जी महाराज ने बताया
कहीं जाते समय अगर कोई छींक दे या बिल्ली रास्ता काट दे तो क्या करना चाहिए। खाली बाल्टी दिख जाए तो क्या रुक जाना चाहिए। इन सवालों का जवाब प्रेमानंद महाराज ने अपने भक्तों को बहुत सरल भाषा में समझाया है।

टोटकों लेकर बहुत पुरानी भ्रांतियां चली आ रही हैं। कहा जाता है कि कहीं जाते समय बिल्ली रास्ता काट दे तो रुक जाना चाहिए। पहले किसी और को पार कर लेने देना चाहिए फिर खुद जाना चाहिए। इसी तरह किसी के छींकने पर भी रुककर पानी पीने की सलाह दी जाती रही है। खाली बाल्टी या डिब्बा को लेकर भी इसी तरह की भ्रांति लोगों के दिमाग में घुसी हुई है। ऐसा ही सवाल वृंदावन के स्वामी प्रेमानंद जी महाराज के सामने भी आया। महाराज ने साफ किया कि इन बातों पर विश्वास नहीं करना चाहिए। यह सब फालतू की बातें हैं। यह सब बकवास है।
प्रेमानंद जी ने कहा कि बिल्ली रास्ता काट गई, हम चले तो किसी ने छींक दिया। अब कोई बाल्टी लेकर पानी लेने जा रहा है तो आप लड़ाई करेंगे। अमंगल तो आप अभी करने लगे। उसे गाली देने लगेंगे। बोलेंगे खाली बाल्टी हमें दिखा दिए हम यात्रा पर जा रहे थे। यह सब बकबास है। राधा राधा जप करो कोई अमंगल नहीं कर सकता है। मंगल भवन है भगवान। भगवान का नाम स्मरण करते हुए चलो किसी की नजर नहीं लगेगी। ऊपर वाले की नजर है तो किसी की नजर हमें नहीं लग सकती है। अगर ऊपर वाले की नजर टेढ़ी है तो कोई हमें बचा भी नहीं सकता है।
कहते हैं कि बिल्ली रास्ता काट गई। अगर बिल्ली निकल गई तो होगा क्या। कहते हैं अमंगल हो जाएगा। आप नाम जाप करना, अगर अमंगल हो जाए तो बताना। कोई छींक दे तो नाम जाप करते हुए चले जाओ, कोई अमंगल नहीं होगा। अमंगल तो तब होता है जब हम विमुख हो जाते हैं। विमुख नहीं होंगे तो कोई अमंगल नहीं होगा।