पदोन्नति परीक्षा के विरोध में दूसरे दिन भी जुटे कर्मचारी
Varanasi News - आईआईटी बीएचयू में तकनीकी सहायक बुधवार को पदोन्नति के लिए लिखित परीक्षा का विरोध कर रहे हैं। लगभग डेढ़ सौ सहायक परीक्षा को निरस्त करने और डीपीसी के जरिए पदोन्नति की मांग कर रहे हैं। उन्होंने 20 जून को...

वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। आईआईटी बीएचयू में पदोन्नति के लिए लिखित परीक्षा के विरोध में बुधवार को दूसरे दिन भी लगभग डेढ़ सौ तकनीकी सहायक जुटे। इन कर्मचारियों ने आईआईटी प्रशासन से लिखित परीक्षा निरस्त कर डीपीसी के जरिए उनकी पदोन्नति करने की मांग की। घोषणा की कि 20 जून को होने वाली परीक्षा का सभी बहिष्कार करेंगे। साथ ही तय किया कि 9 जून यानी सोमवार तक मांगें नहीं मानी गईं तो निदेशक कार्यालय के सामने धरना शुरू किया जाएगा। तकनीकी सहायकों ने इससे पहले मंगलवार को रजिस्ट्रार का घेराव कर उन्हें ज्ञापन सौंपा था। संस्थान के विभिन्न विभागों में कार्यरत यह तकनीकी सहायक 40 की संख्या में रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचे और लिखित परीक्षा की व्यवस्था पर सवाल उठाए।
उन्होंने पूछा कि संस्थान में नियमानुसार सभी की पदोन्नति हो रही है, तो दशकों से सेवा दे रहे कर्मचारियों की लिखित परीक्षा की जरूरत क्यों पड़ गई। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि लिखित परीक्षा कर्मचारियों का हक मारने की कोशिश है। बुधवार को प्रशासनिक ब्लॉक में जुटे डेढ़ सौ से ज्यादा कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में बैठक की। इन तकनीकी सहायकों का यह भी कहना है कि 2012 में आईआईटी बनने से पहले आईटी बीएचयू में 1200 से ज्यादा तकनीकी सहायक थे। उनकी संख्या अब घटकर आधी रह गई है। ऐसे में लगन से काम कर रहे सहायकों के साथ परीक्षा के रूप में अन्याय किया जा रहा है। बैठक के बाद कर्मचारियों ने एक स्वर में 20 जून को प्रस्तावित परीक्षा का बहिष्कार करने की घोषणा की। इसके बाद निदेशक, रजिस्ट्रार और पदोन्नति समिति के अध्यक्ष के कार्यालय में अपना मांगपत्र भी प्रेषित किया।
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