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कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए : शिवराज

Varanasi News - केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर आपातकाल के दौरान सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लोकतांत्रिक आवाजों को दबाया और आपातकाल का निर्णय अपनी कुर्सी बचाने...

Newswrap हिन्दुस्तान, वाराणसीSat, 28 June 2025 03:57 AM
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कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए : शिवराज

वाराणसी, विशेष संवाददाता। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने अपनी सरकारों में सत्ता का दुरुपयोग किया। आंतरिक अशांति का बहाना बनाकर आपातकाल थोपा। यह निर्णय किसी युद्ध या विद्रोह के कारण नहीं, बल्कि अपनी कुर्सी बचाने को लिया था। कांग्रेस को इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। केंद्रीय कृषि मंत्री शुक्रवार को सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर भाजपा की ओर से आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे शिवराज सिंह चौहान कांग्रेस पर खूब बरसे। उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान लोकतांत्रिक आवाजें बंद कर दी गईं।

आज भी कांग्रेस सबसे बड़ी अलोकतांत्रिक पार्टी है। अब भी एक परिवार के इर्द-गिर्द ही पार्टी सिमटी है। नकली चेहरे आगे लाए जाते हैं, असली सूरत छिपाई जाती है। शिवराज ने कहा कि 50 वर्ष बाद आज भी सिर्फ तरीकों का बदलाव हुआ है। नीयत आज भी वैसी ही तानाशाही वाली है। तानाशाही कांग्रेस के डीएनए में है। लोकतंत्र भाजपा के स्वभाव में है, प्रधानमंत्री से सीखें शिवराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकतंत्र को बचाया और मजबूत किया। 2014 के बाद लोकतंत्र का असली रूप सामने आया। भाजपा लोकतंत्र की सच्ची रक्षक है, जिसने संविधान को सर्वोपरि माना। भाजपा के स्वभाव में लोकतंत्र है। कांग्रेस को लोकतंत्र की सीख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेनी चाहिए। जरूरत पड़ी तो उन्होंने विपक्षी दलों को भी सरकार का प्रतिनिधि बनाकर भेजा। धर्म निरपेक्ष शब्द को हटाया जाना चाहिए केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने आपातकाल के दौरान संविधान में ‘धर्मनिरपेक्ष और ‘समाजवाद जैसे शब्द जोड़े। तब सवाल उठता है कि इसकी जरूरत क्यों पड़ी? भारत की असली ताकत उसकी विविधता और ‘सर्वधर्म समभाव में है। समाजवाद शब्द जोड़ने का अर्थ था, आर्थिक संसाधनों का समान वितरण, लेकिन व्यवहार में देखा गया कि समाजवाद के नाम पर सरकारी नियंत्रण बढ़ा। भारत का समाज प्राचीन काल से ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः और“वसुधैव कुटुम्बकम् जैसे सिद्धांतों को मानता है। जबरन थोपा गया समाजवाद धीरे-धीरे अवरोधक बन गया, जिसका परिणाम देश ने आर्थिक पिछड़ापन और बेरोजगारी के रूप में भुगता। इस ऐतिहासिक संशोधन पर मंथन और पुनर्विचार कर हटाया जाना चाहिए। 16 वर्ष के युवा के ऊपर भी लाठी बरसाई गईं केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं 16 वर्ष का था और 11वीं में पढ़ता था। आपातकाल के दौरान पुलिस मेरे घर आई और मुझे हथकड़ी पहनाकर ले गई। मेरे ऊपर लाठी बरसाई गई, रातभर यातनाएं दी गईं। आज भी उस दिन को याद करता हूं तो रुह कांप जाती है। पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप पटेल, जिलाध्यक्ष और एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मोर्या, नवरतन राठी, संतोष सोलापुरकर, अशोक पांडेय उपस्थित रहे।

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