देश में अब भी इमरजेंसी जैसे हालात, ऐसा क्यों कह गए सपा नेता राजेंद्र चौधरी
आपातकाल के आज 50 साल पूरे हो गए हैं। देश में आपालकाल के दौरान जो रहे आज अपने अनुभव को बयां कर रहे हैं। इसी बीच वरिष्ठ सपा नेता राजेंद्र चौधरी ने भी उस समय रहे अपने अनुभव को साझा किया और साथ ही ये भी कहा कि अब भी देश में आपतकाल की स्थिति है।

आपातकाल के आज 50 साल पूरे हो गए हैं। देश में आपालकाल के दौरान जो रहे आज अपने अनुभव को बयां कर रहे हैं। इसी बीच वरिष्ठ सपा नेता राजेंद्र चौधरी ने भी उस समय रहे अपने अनुभव को साझा किया और साथ ही ये भी कहा कि अब भी देश में आपतकाल की स्थिति है। उन्होंने कहा कि देश में अब अघोषित आपातकाल के हालात हैं। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार के खिलाफ जो भी बोलता है उस पर केस हो जाते हैं और जेल भेज दिया जाता है।
आपातकाल के 50 साल पर सपा नेता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि जब आपातकाल लगाया गया और उसके बाद जो संघर्ष हुआ, वह दूसरी आजादी का संघर्ष था। मैं भी एक राजनीतिक कार्यकर्ता के तौर पर संघर्ष में सक्रिय था, उसका साक्षी था। देशभर के नौजवान, छात्र नेता और युवा नेता संघर्ष में शामिल थे। बहुत भयावह स्थिति थी। कोई बोल नहीं सकता था। कोई लिख नहीं सकता था। पूरी तरह से प्रेस पर सेंसरशिप थी। बोलने पर पाबंदी थी। लोकतंत्र की हत्या की गई। हमने इसका विरोध किया और एक पत्रिका का भूमिगत प्रकाशन करने का तय किया।
उन्होंने कहा कि आज भी ऐसी ही हालत है लगभग जैसी तब थी। तब घोषित आपातकाल था और अब अघोषित आपातकाल है। बोलने की पूरी आजादी नहीं है। सरकार के खिलाफ जो भी बोलेगा उसपर मुकदमा होगा, फर्जी मुकदमा होगा, गिरफ्तारी होगी। राजनीतिक गतिविधियों की पूरी आजादी नहीं है। स्वतंत्रता आंदोलन में जो मूल्य स्थापित हुए और जिन मकसद और उद्देश्य के लिए भारत की आजादी आई, भारतीय संविधान आया, लोकतंत्र की प्रक्रिया शुरू हुई। लेकिन, जो सत्ता में लोग हैं वो सबक नहीं ले रहे। अब फिर आजादी की लड़ाई है और इसके लिए काम कर रहे हैं। हम मानते हैं कि इसमें जनता की जीत होगी और इस कोशिश में हम हैं।