भंडाफोड़! पोर्न वीडियो का डर दिखा 66 लोगों से लाखों की वसूली, हाई टेक उपकरण और इस शातिर तरीके से लूटा
यूपी में पोर्न वीडियो का डर दिखाकर लोगों से लाखों की वसूली करने वाले गैंग का क्राइम ब्रांच की साइबर सेल टीम ने गुरुवार को भंडाफोड़ किया। गैंग के सरगना समेत चार लोगों को पुलिस ने दबोचा, जबकि दो सदस्य फरार हैं।

हैलो, क्राइम ब्रांच अधिकारी बोल रहा हूं। क्यों तुम मोबाइल पर खूब पोर्न वीडियो देखते हो, यह सरकार द्वारा प्रतिबंधित वेबसाइट है। अब तुम्हारे ऊपर मुकदमा दर्ज होगा। फिर टीम तुम्हारे घर आकर परिवार वालों को तुम्हारी करतूत बताएगी। कुछ इस तरह से मोबाइल पर बातचीत के दौरान अरदब में लेकर लोगों से लाखों की वसूली करने वाले गैंग का क्राइम ब्रांच की साइबर सेल टीम ने गुरुवार को भंडाफोड़ किया। गैंग के सरगना समेत चार लोगों को पुलिस ने दबोचा, जबकि दो सदस्य फरार हैं।
यूपी में कानपुर के डीसीपी क्राइम एसएम कासिम आबिदी ने बताया कि आई4सी (इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर) द्वारा संचालित प्रतिबिंब पोर्टल के जरिए एक गैंग के बारे में जानकारी हुई। यह फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर लगातार वसूली कर रहे थे। साइबर सेल ने वादी बनकर मुकदमा दर्ज कराने के बाद मामले की तह तक जाना शुरू किया।
फिर पता चला कि गैंग पोर्न वीडियो देखने वालों के अलावा डाउनलोड करने वालों को भी अपने जाल में फंसाता था। संदिग्ध नंबरों को ट्रेस करने पर हॉट-स्पॉट गैंग की लोकेशन शहर में निकली। साइबर टीम ने जाल बिछाकर कैफे संचालक समेत गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। यह गैंग करीब 66 सोशल मीडिया यूजर्स को मुकदमे में फंसाने व इज्जत नीलम होने का भय दिखाकर 50 लाख से ऊपर की वसूली कर चुका है।
सौ सिम समेत अन्य हाईटेक उपकरण बरामद
क्राइम ब्रांच की टीम ने गैंग के पास से 3 बायोमीट्रिक मशीन, 1 फिनो बैंक पेमेंट मिनी एटीएम डिवाइस, 7 एयरटेल 5 जी प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड, 1 वोडाफोन प्री एक्टिवेटेड सिम, 12 फिनो बैंक के डेबिट कार्ड, 95 एयरटेल के 5 जी सिम, 38 फिनो बैंक एकाउंट कोंबो किट, 1 एयरटेल पेमेंट बैंक किट और 5 मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
सरगना समेत इनकी गिरफ्तारी हुई
साइबर सेल टीम ने गिरोह का सरगना शिवम वर्मा, अंकित दीक्षित, गौरव सचान और कासान को गिरफ्तार किया गया है।
जीजा-साले फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर लगा रहे थे चूना
गिरोह में शामिल अमन और राहुल की भी मुख्य भूमिका है। जबकि राहुल अमन का जीजा है। दोनों ही कॉलर का काम करते थे। कॉल करने के बाद जीजा-साले की जोड़ी पोर्न वीडियो देखने वालों को इस कदर फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर लोगों को फंसाते थे कि सामने वाला शख्स गिरफ्तारी व इज्जत नीलाम होने डर के मारे रोने- गिड़गिड़ाने पर मजबूर हो जाता। फिर धीरे-धीरे मामले को निपटाने के एवज में लाखों पर सौदा तय होने के बाद फर्जी खातों में रकम ट्रांसफर करवाते थे।
आठवीं पास मास्टरमाइंड गैंग कर रहा था ऑपरेट
डीसीपी क्राइम ने बताया गैंग का मास्टरमाइंड कैफे संचालक शिवम वर्मा है। जो कि आठवीं पास है। इसके अलावा अंकित भी आठवीं पास है। जबकि कासान रायनी ने छठवीं कक्षा तक ही शिक्षा ग्रहण की। गौरव सचान एलएलबी द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रहा है। सरगना शिवम गौरव की मदद से पूरा गैंग ऑपरेट कर रहा था।
डीसीपी क्राइम, एसएम कासिम आबिदी ने बताया कि आईफोरसी (इंडियन साइबर क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर) द्वारा संचालित प्रतिबिंब पोर्टल के जरिए गैंग के बारे में क्राइम ब्रांच को जानकारी हुई। गैंग पोर्न वीडियो देखने का भय दिखाकर वसूली करता था। वहीं मामले में फरार चले आरोपित जीजा-साले को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
सिम के साथ सौ फर्जी खाते
गैंग के पास से करीब सौ सिम मिले। जो कि कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर निकाले गए। इसी तरह फर्जी सिम व दस्तावेजों का सहारा लेकर फिनो सिस्टम बैंक में म्यूल खाते खुलवाए। जिसमें वह वसूली कर रकम मंगवाते थे।