बारिश से पहले ही बढ़ा चंबल नदी का जलस्तर, खतरे के निशान से 11 मीटर दूर; अलर्ट जारी
यूपी के आगरा में चंबल का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद चंबल नदी के जलस्तर में आठ मीटर की बढ़ोतरी हो गयी है। तहसील प्रशासन ने तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है। वहीं, प्रशासन ने नदी में स्टीमर का संचालन भी बंद करा दिया है।

यूपी के आगरा में चंबल का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद चंबल नदी के जलस्तर में आठ मीटर की बढ़ोतरी हो गयी है। तहसील प्रशासन ने तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है। वहीं, प्रशासन ने नदी में स्टीमर का संचालन भी बंद करा दिया है। जलस्तर बढ़ने से नदी के किनारे स्थित शिव मंदिर पानी में डूब गया है। बरसात के दिनों में राजस्थान और मध्य प्रदेश में बारिश होते ही राजस्थान के कोटा शहर में चंबल नदी पर बने बैराज से पानी छोड़ना शुरू हो जाता है।
खतरे के निशान से 11 मीटर दूर
आठ मीटर जलस्तर बढ़ने के बाद 119 पर पहुंची नदी अभी खतरे के निशान 130 से 11 मीटर नीचे है। वहीं, चेतावनी का निशान 127 मीटर पर है। शनिवार को करीब 1 लाख 68 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। यहां से 56000 क्यूसेक पानी प्रतिदिन छोड़ा जा रहा है। चंबल नदी की बाढ़ दो बार खतरे के निशान को पार कर चुकी है।
कमजोर पड़े बादल, 27 से होगी भारी बारिश
आगरा में 27 जून से बादल जोर मार सकते हैं। कई दिनों तक भारी बारिश के आसार हैं। जिले में सोमवार दोपहर तक 94.6 एमएम बारिश हो चुकी है। जबकि शाम से लेकर मंगलवार दोपहर तक 16 एमएम बारिश और रिकार्ड की गई है। इस तरह जिले में अब तक 110.6 एमएम बारिश हो चुकी है। आने वाले दिनों में भी बादल छाए रहेंगे।
दिन में एक या अधिक बार हल्की बारिश के आसार हैं। इस दौरान अंधड़ के भी संकेत हैं। साथ में बिजली गरजने की चेतावनी भी दी गई है। विभाग के मुताबिक 27 जून से भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है। इसी के साथ चंबल में जलस्तर और तेजी से बढ़ेगा। चंबल में पानी खतरे के निशान तक जल्दी पहुंच सकता है।