प्रेमिका के परिवार को चाहिए था सरकारी नौकरी वाला दामाद, युवक ने किया गजब खेल
बरेली में प्रेमिका के प्यार में एक युवक ने ऐसा कारनाम कर दिया जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। प्रेमिका के परिवार वालों को सरकारी नौकरी वाला दामाद चाहिए था। युवक ने पहले नौकरी की तैयारी की लेकिन सफल नहीं हुआ था खेल कर दिया। शादी भी कर ली।

बरेली का शहजाद केवल बीकाम पास था। उसे गली में रहने वाली इकरा से मुहब्बत हो गई लेकिन इकरा के परिजन सरकारी नौकरी वाला दामाद चाहते थे। शहजाद ने सरकारी नौकरी के लिए यूट्यूब से CGL/UP की तैयारी शुरू कर दी। पेपर दिया लेकिन पास नहीं हुआ। दोबारा परीक्षा देने की हिम्मत भी नहीं हुई तो गजब खेल किया। इस खेल से इकरा से शादी हो गई। शादी के कुछ समय बाद खेल खुल गया। पत्नी इकरा ने पुलिस से शिकायत की। इसके बाद शुक्रवार को शहजाद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
पुलिस को खुद शहजाद ने बताया कि उसने बीकॉम ऑनर्स किया है। हाफिजगंज में इकरा उसकी गली में किराये पर रहती थी। वहां आने-जाने के चलते इकरा से उसे प्यार हो गया, लेकिन उसके घरवाले सरकारी नौकरी वाले लड़के से शादी करना चाहते थे। इसलिए कुछ दिन उसने मुरादाबाद में रहकर सीजीएल/सब इंस्पेक्टर की तैयारी कर पेपर दिया लेकिन चयन नहीं हुआ।
एक दिन वह सीजीएल (कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल एग्जाम) का रिजल्ट देख रहा था, जिसमें वर्ष 2022 की लिस्ट में 2643 नंबर पर शहजाद अंसारी का नाम था। कंप्यूटर के जरिये उसने लिस्ट में एडिटिंग कर शहजाद अंसारी की जगह शहजाद अहमद कर दिया। फर्जी नियुक्तिपत्र तैयार कर मुरादाबाद से ही दो वर्दी सिलवाईं और फिर जीएसटी इंस्पेक्टर बनकर गांव पहुंच गया।
खूब कराया सम्मान, दिए इंटरव्यू
इंस्पेक्टर बनकर शहजाद गांव में पहुंचा तो जगह-जगह समाज के लोगों ने उसका सम्मान किया। मीडिया ने भी उसका इंटरव्यू लिया और फिर उसे प्रसिद्धि पाने का चस्का लग गया। वह इंस्पेक्टर की वर्दी में सोशल मीडिया पर भी फोटो अपलोड कर रौब जमाने लगा। मगर शादी के बाद वह काम पर नहीं गया तो पत्नी और साले ने उसका भेद खोल दिया।
इकरा का क्या आरोप
इकरा ने तीन जून को थाना बारादरी में पति शहजाद अहमद और सास शहनाज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। आरोप लगाया कि शहजाद ने फर्जी जीएसटी इंस्पेक्टर बनकर उन्हें प्रेमजाल में फंसाया और 18 दिसंबर 2024 को निकाह कर लिया। इसी बीच शहजाद का भेद खुल गया कि वह जीएसटी इंस्पेक्टर नहीं है। उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे। घर में विवाद हुआ तो वह सीने में दर्द बताकर 300 बेड अस्पताल में भर्ती हो गया।
इकरा ने थाना बारादरी में ही इस मामले की रिपोर्ट लिखा दी। पुलिस ने अस्पताल से छुट्टी कराकर पूछताछ की तो थाने में उसकी तबियत फिर बिगड़ गई और परिवार वालों ने उसे दोबारा अस्पताल में भर्ती करा दिया। शुक्रवार को अस्पताल से उसकी छुट्टी हुई तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर खाकी रंग की दो वर्दी, नेम प्लेट, बेल्ट कैप, दो आधार कार्ड, पुलिस इंस्पेक्टर व जीएसटी इंस्पेक्टर दो फर्जी आईडी कार्ड और एडिट कर बनाई चयन सूची बरामद की है।
सीओ तृतीय पंकज श्रीवास्तव के अनुसार शहजाद अहमद युवती से प्रेम करता था और शादी करना चाहता था। युवती के परिजन बेरोजगार से शादी को तैयार नहीं थे तो वह फर्जीवाड़ा कर जीएसटी इंस्पेक्टर बन गया। आरोपी से दो वर्दी, आईडी कार्ड आदि बरामद कर जेल भेज दिया गया है।