लखनऊ में डॉक्टर के फ्लैट से पकड़ीं गईं विदेशी महिलाएं, प्लास्टिक सर्जरी से बदलवा लिए थे चेहरे
फारेनर्स रिजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस ने लखनऊ में छापेमारी कर दो विदेशी युवतियों को पकड़ा है। दोनों उज्बेकिस्तान की नागरिक हैं। दो साल पहले भारत आई थीं और यहां फ्लैट में 18 जून से थीं। इन्हें मकान पत्रकारपुरम और अहिमामऊ में क्लीनिक चलाने वाले डॉ. विवेक गुप्ता ने मकान दिलाया था।

लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार सेक्टर सात स्थित ओमेक्स न्यू हजरतगंज टाउनशिप के फ्लैट नम्बर 527 में पुलिस और फारेनर्स रिजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस (एफआरआरओ) ने छापेमारी कर दो विदेशी युवतियों को पकड़ा है। दोनों उज्बेकिस्तान की नागरिक हैं। दो साल पहले भारत आई थीं और यहां फ्लैट में 18 जून से थीं। इन्हें मकान पत्रकारपुरम और अहिमामऊ में क्लीनिक चलाने वाले डॉ. विवेक गुप्ता ने मकान दिलाया था। युवतियों ने पूछताछ में बताया कि पहचान छिपाने के लिए डॉ. विवेक ने उनकी प्लास्टिक सर्जरी कर दी थी। सुशांत गोल्फ सिटी थाने के दरोगा की तहरीर पर डॉक्टर और सहयोगी पर केस दर्ज किया गया है।
पासपोर्ट-वीजा नहीं मिला
पुलिस के मुताबिक सूचना मिली थी कि दो विदेशी युवतियां अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं। दरोगा महेश सिंह ने फ्लैट पर छापा मारा तो मौके से होलिडा, नीलोफर को पकड़ा गया। दोनों उज्बेकिस्तान नागरिकों के पास पासपोर्ट और वीजा नहीं मिला। इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस डॉक्टर विवेक के क्लीनिक पहुंची, लेकिन वह नहीं मिला। डॉ. विवेक और अर्जुन की तलाश जारी है।
पकड़ी गई उज्वेक नागरिक होलिडा ने पुलिस को बताया कि उज्बेकिस्तान निवासी लोला कायूमोवा भारत में अवैध रूप से रह रही है। दावा है कि लोला के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी है। हालांकि इसकी पुष्टि सुशांत गोल्फ पुलिस नहीं कर सकी। होलिडा ने बताया कि उनके पासपोर्ट-वीजा खो गए हैं। उन्होंने लोला कायूमोवा, त्रिजिन राज उर्फ अर्जुन राणा को इसकी सूचना दी थी। दोनों ने बताया कि कायूमोवा ने ओमेक्स आर वन के फ्लैट नंबर 104 तथा 1103 में रहने वाले त्रिजिन राज उर्फ अर्जुन राणा से पहचान कराई। अर्जुन और डॉ. विवेक गुप्ता की मदद से ही उन्हें ओमेक्स न्यू हजरतगंज स्थित फ्लैट में रहने की जगह मिली।
डॉक्टर ने की थी प्लास्टिक सर्जरी
पूछताछ में बताया कि लोला काफी समय से भारत रह रही है। उसके सहयोग से दोनों और अन्य साथी भारत आईं थी। लोला के जरिए डॉ. विवेक गुप्ता से मुलाकात हुई। वह पत्रकारपुरम और अहिमामऊ में मिनर्वा नाम से क्लीनक चलाते हैं। आरोप है कि डॉक्टर विवेक ने मोटी धनराशि लेकर प्लास्टिक सर्जरी की। विदेशी अधिनियम समेत कई धाराओं में रिपोर्टसुशांत गोल्फ सिटी के दरोगा महेश कुमार सिंह की तहरीर पर डॉ. विवेक गुप्ता और अर्जुन राणा के खिलाफ पहचान बदलने के लिए प्लास्टिक सर्जरी करने, विदेशी अधिनियम, धोखाधड़ी और विदेशी पंजीकरण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।