दलित युवकों की पिटाई पर एक साथ आए सपा-बसपा के नेता, जबरदस्त प्रदर्शन के बाद बैकफुट पर पुलिस
अलीगढ़ में दलित युवकों की पिटाई के मामले में पीड़ितों के खिलाफ ही केस के खिलाफ सोमवार को सपा-बसपा नेता एक साथ दिखाई दिए। दलित समाज के लोगों के साथ दोनों दलों के नेताओं ने एसएसपी दफ्तर पर धावा बोल दिया। इसके बाद आरोपियों पर केस का आश्वासन मिला।

यूपी में अलीगढ़ के लोधा क्षेत्र में प्रैंक वीडियो बना रहे दलित युवकों को निर्वस्त्र कर पीटने के मामले में कोई कार्रवाई न होने पर दलित समाज के लोगों का गुस्सा भड़क गया। सपा, बसपा और भीम आर्मी के नेता एक साथ आए और घायल युवकों और पीड़ित परिवार को लेकर एसएसपी कार्यालय पर धावा बोल दिया। वहां घेराव करते हुए हंगामा कर दिया। पुलिस प्रशासन के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन के बाद पुलिस बैकफुट पर नजर आई। एसएसपी ने आरोपी युवकों के खिलाफ मुकदमे के आदेश दिए, तब जाकर लोग हटे।
यह घटना शनिवार सुबह हुई थी। पीड़ित युवकों के परिजनों के अनुसार प्रैंक वीडियो बना रहे तीनों दलित युवकों को तीस से 35 युवकों ने नंगाकर पीटा और उन्हें जातिगत गालियां दी गईं। पिटाई का वीडियो भी खुद आरोपी युवकों ने बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जबकि पुलिस का कहना था कि प्रैंक वीडियो बना रहे युवकों ने स्कूल जा रही आठवीं की छात्रा पर कमेंट किया था। छात्रा के शोर मचाने पर राहगीरों ने तीनों को निर्वस्त्र करके बेरहमी से पीटा था। थाने में दोनों पक्षों का समझौता हो गया। पुलिस ने शांतिभंग में कार्रवाई की।
रविवार को पिटाई का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने तीनों युवकों नगला कलार निवासी छविकांत, राहुल व प्रदीप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया। जातिगत आधार पर युवकों की पिटाई की अफवाह पर देररात दूसरा मुकदमा अज्ञात के खिलाफ लिखा गया। इसके विरोध में सोमवार को बसपा नेता सलमान शाहिद, सपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मी धनगर पीड़ित परिवार और बड़ी संख्या में दलित समाज के लोगों के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंचे। कहा कि जय भीम बोलने पर युवकों को पीटा गया। उन्हीं पर पुलिस ने उल्टा मुकदमा दर्ज कर लिया। जबकि पिटाई करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। पिटाई से घायल युवक गेट के पास ही लेट गए।
लोग मुख्य गेट से अंदर जाने को अड़े थे। लेकिन, पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद वे नारेबाजी करते हुए जबरन अंदर घुस गए। नेताओं का आरोप था कि पुलिस ने 50 हजार रुपये लेकर तीनों युवकों को छोड़ा। उनका मेडिकल तक नहीं कराया गया। उन्होंने थाना प्रभारी व अन्य पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। आरोपी युवकों पर भी केस का आश्वासन मिलने पर सभी मानें।
वहीं, एसएसपी संजीव सुमन के अनुसार युवक की पिटाई के मामले में एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस आधार पर पिटाई करने वाले लोगों पर मुकदमे के आदेश दिए हैं। घटना में कोई जातिगत जातिगत मामला नही है।