विरोध के चलते गांवों को छोड़ शहरी क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया तेज
Shamli News - जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर के विरोध के कारण अब विद्युत विभाग शहरी क्षेत्रों में मीटर लगाने की प्रक्रिया जारी रखे हुए है। अब तक केवल 23.8 प्रतिशत उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगे...

जिले के ग्रमीण क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर के विरोध के चलते विभाग द्वारा गांवों को छोड शहरी क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया जारी है। वही अभी तक जिले में मात्र 23.8 फीसदी विद्युत उपभोगताओं के यहां पर ही स्मार्ट मीटर लगाए गए है। जिले में कुल 2 लाख 70 हजार 508 स्थानों पर स्मार्ट लगाए जाने थे। बिजली चोरी पर अंकुश लगाने और बिल में हेराफेरी को रोकने के लिए विद्युत उपभोगताओं के यहां विभाग द्वारा स्मार्ट मीटर लगाए जाने का अभियान करीब एक साल से चल रहा है। जिसके चलते जिले में 403 फीडरों और 1471 में से 788 सरकारी दफ्तरों पर स्मार्ट मीटर लगाए जाने के बाद 23873 ट्रांसफार्ममरों के सापेक्ष 2236 टांसफार्ममरों पर और 244761 घरेलू विद्युत कनेक्शनों में से अभी तक कुल 60 हजार 983 घरों पर ही विद्युत स्मार्ट मीटर लगाए गए है।
जो कुल लक्ष्य का मात्र 23.8 प्रतिशत ही है। विद्युत स्मार्ट मीटर लगाने की यह प्रक्रिया धीमी होने का कारण ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगाने का विरोध माना जा रहा है। हालाकी अब शहरी क्षेत्र में भी बिजली विभाग द्वारा स्मार्ट मीटर लगाए जा रहें है। यह स्मार्ट लगाने की प्रक्रिया चार चरणों में पूरी होनी थी जिसके प्रथम चरण में जिले के सभी फीडरों पर दूसरे चरण में जिले के सरकारी कार्यालयों में तीसरेह चरण शहरी क्षेत्र में और चौथे चरण में ग्रमीण क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगाए जाने की प्रक्रिया पूरी होनी थी। लेकिन जब विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में लगें ट्रांसफार्ममरों पर स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया शूरू की गई तो ग्रमीणों ने इसका विरोध करना शूरू कर दिया और स्मार्ट मीटर लगाने वाले विद्युत कर्मियों को गांव से भगा दिया। इसके बाद विभाग द्वारा जिले के शहरी क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहा है। जिसके चलते शहरी क्षेत्र में करीब मरीब 50 फीसदी विद्युत उपभोगताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके है। शहरों से चला गांव में जाकर थमा स्मार्ट मीटर लगाने का अभियान शहरों में तो विद्युत विभाग को स्मार्ट मीटर लगाने में आसानी रही लेकिन जैसे ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगाने का अभियान शूरू हुआ तो ग्रामीणों ने इसका पूर्जीर तरीके से विरोध करना शुरू कर दिया। जिस कारण विद्युत उपभोक्ताओं ने स्मार्ट मीटर लगवाने से मना कर दिया। जिसके चलते कई गांवों में विद्युत विभाग के कर्मचारियों के साथ ग्रामीणों ने मारपीट भी की। लोगों के विरोध के बाद अब स्मार्ट मीटर लगाने का यह अभियान थम सा गया है। हाला की इस अभियान के चलते शासन से सभी उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य 2030 तक निरधारित किया है। जिसके चलते विभाग द्वारा लागों को स्मार्ट मीटर के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। कोट सभी विद्युत उपभोगताओं को स्मार्ट मीटर लगवाने चाहिए। जिससे विद्युत चोरी और लाईन लॉस में कमी लाई जा सकें। साथ ही उपभोगताओं को इसका यह फायदा है कि उपभोगताओं को बिल से लेकर विद्युत विभाग की योजनाओं की जानकारी भी मीटर कनेक्ट स्मार्ट फोन पर एमएमएस के माध्यम से मिल जाती है। अधीक्षण अभियंता - विरेन्द्र सिंह
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