अभेद्य हो सुरक्षा, कोई चकू नहीं होनी चाहिए, राष्ट्रपति के कार्यक्रम को लेकर योगी का अफसरों को निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को भटहट के पिपरी स्थित राज्य के पहले आयुष विश्वविद्यालय और महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर में महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के आगमन की तैयारियां परखीं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को भटहट के पिपरी स्थित राज्य के पहले आयुष विश्वविद्यालय और महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर में महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के आगमन की तैयारियां परखीं। हवाई सर्वेक्षण के साथ ही स्थलीय निरीक्षण कर मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए कि राष्ट्रपति के आगमन पर सुरक्षा व्यवस्था अभेद्य हो। इसमें कोई चूक नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही सुविधा और स्वच्छता की उत्कृष्ट व्यवस्था कर मिसाल पेश करें। आयोजन ऐसा हो, जो महामहिम राष्ट्रपति की स्मृतियों में रच-बस जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि यह पूरे प्रदेश का आयुष विश्वविद्यालय है, इसलिए इसके नाम के साथ उत्तर प्रदेश जरूर लिखा जाए।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु एक जुलाई को पिपरी में बने महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का लोकार्पण करेंगी। इससे पूर्व शुक्रवार को मुख्यमंत्री विश्वविद्यालय परिसर का हवाई सर्वेक्षण और स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने हेलिकॉप्टर से पूरे परिसर को देखने के बाद हेलिपैड पर उतरते ही सबसे पहले पंडाल की तरफ रुख किया। इस दौरान वरिष्ठ अधिकारी और आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति उन्हें लोकार्पण समारोह की तैयारियों को लेकर जानकारी देते रहे।
मुख्यमंत्री ने आयुष विश्वविद्यालय परिसर में राष्ट्रपति के फ्लीट रूट, राष्ट्रपति के हाथों होने वाले पौधरोपण के स्थल, स्वीस कॉटेज/सेफ हाउस, मुख्य मंच, दर्शक दीर्घा आदि की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। उन्होंने कुलपति और प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि वे राष्ट्रपति के अवलोकन के लिए आयुष विश्वविद्यालय का एक मॉडल भी बनवाएं। इसमें अकादमिक भवन, ओपीडी, आईपीडी, ओटी, पंचकर्म केंद्र आदि सभी क्षेत्र और विशेषताएं प्रदर्शित की जाएं। साथ ही राष्ट्रपति के हाथों हर्बल प्लांट रोपित कराएं।
चूक की कोई गुंजाइश न रहे
निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री ने आयुष विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस में राष्ट्रपति के आगमन से जुड़ी तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक भी की। इस दौरान उन्होंने कहा कि लोकार्पण कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था में जरा-सी भी चूक की गुंजाइश नहीं रहनी चाहिए। कार्यक्रम स्थल समेत पूरे परिसर में स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना होगा। कहीं भी गंदगी मिली तो जवाबदेही तय की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में आने वाले लोगों की सुविधा के लिए पेयजल, प्रसाधन और पार्किंग की व्यवस्था भी बेहतरीन करने के निर्देश दिए।
राष्ट्रपति का आगमन विश्वविद्यालय के लिए गौरवपूर्ण अवसर
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार शाम महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमजीयूजी) में में होने वाले राष्ट्रपति के कार्यक्रमों से जुड़ी तैयारियों का भी जायजा लिया। राष्ट्रपति एक जुलाई को यहां अकादमिक भवन, ऑडिटोरियम और पंचकर्म केंद्र का लोकार्पण तथा गर्ल्स हॉस्टल का शिलान्यास करेंगी। निरीक्षण के बाद एमजीयूजी के गेस्ट हाउस में बैठक करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति का आगमन महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के लिए गौरवपूर्ण अवसर है, इसलिए तैयारियां भी उसी अनुरूप होनी चाहिए। यह गर्व की बात है कि विश्वविद्यालय के लोकार्पण को अभी चार साल भी पूरे नहीं हुए हैं और इस अंतराल में यहां दूसरी बार राष्ट्रपति का आगमन होने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सान्निध्य में 28 अगस्त 2021 को हुए विश्वविद्यालय के लोकार्पण समारोह की ही तरह इस कार्यक्रम को भी शानदार बनाया जाए। उन्होंने कहा कि एमजीयूजी को सतत हासिल हो रहीं उपलब्धियों में राष्ट्रपति का कार्यक्रम इस विश्वविद्यालय के लिए और प्रगति करने में प्रेरणादायी होगा। मुख्यमंत्री ने लोकार्पण और शिलान्यास समारोह में सुरक्षा व्यवस्था, आगंतुकों के लिए की जा रही व्यवस्था के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। कहा कि कार्यक्रम सुव्यवस्थित और सुविधाजनक होना चाहिए।