इस्लामिक नववर्ष प्रारंभ होने पर हुआ कार्यक्रम
Saharanpur News - हिजरी कैलेंडर (इस्लामिक नव-वर्ष) को लेकर मरकज़ अल तुरास अल इस्लामी के तत्वावाधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

देवबंद हिजरी कैलेंडर (इस्लामिक नववर्ष) को लेकर मरकज़ अल तुरास अल इस्लामी के तत्वावाधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान दारुल उलूम के उस्ताद मौलाना शाहआलम गोरखपुरी ने इस्लामिक कैलेंडर पर विस्तार से जानकारी दी। मौलाना खानकाह में हुए कार्यक्रम में मौलाना शाहआलम गोरखपुरी ने कहा कि हिजरी कैलेंडर जिसे इस्लामी कैलेंडर भी कहा जाता है, यह इस्लाम का इतिहास और पहचान का एक मजबूत प्रतीक है। कहा कि यह कैलेंडर पैगंबर मोहम्मद साहब की मक्का से मदीना की ऐतिहासिक यात्रा हिजरत से तय हुई है। जो मुस्लिम समुदाय के लिए एक नए युग की शुरुआत है। मुस्लिम समाज के सभी महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजनों का आयोजन इसी तरह होता है।
इस दौरान मौलाना शाहबाज अख्तर, मौलाना सुफियान सईदी, मौलाना इफवास कासमी, मौलाना उमर कासमी, नजम उस्मानी और मौलाना शादाब कासमी आदि मौजूद रहे।
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