विजिलेंस के बिछाए जाल में फंस गया आरपीएफ कांस्टेबल, 40 हजार की रिश्वत लेते तीन गिरफ्तार
अम्बेडकरनगर में आरपीएफ कांस्टेबल समेत तीन लोग थोड़े से लालच पकड़े गए। उन्होंने रेलवे एक्ट के मुकदमे से नाम निकलने के बदले 40 हजार रुपये की घूस मांगी थी। 20 हजार रुपये पीड़ित ने दे दिए थे, 20 हजार बकाया थे।

यूपी के अम्बेडकरनगर में आरपीएफ कांस्टेबल समेत तीन लोग थोड़े से लालच पकड़े गए। उन्होंने रेलवे एक्ट के मुकदमे से नाम निकलने के बदले 40 हजार रुपये की घूस मांगी थी। 20 हजार रुपये पीड़ित ने दे दिए थे, 20 हजार बकाया थे। शिकायत के बाद विजिलेंस ने जाल बिछाया और तीनों धर दबोचे गए। इसमें आरपीएफ का कॉस्टेबल और बिचौलिए की भूमिका निभाने वाला रेलवे का वेंटर शामिल है। टीम तीनों को शुक्रवार की मध्यरात्रि में लखनऊ ले गई और जेल भेज दिया है।
करीब दो माह पहले टांडा अकबरपुर रेलखंड के रेलवे फाटक को एक ट्रैक्टर ने तोड़ दिया था और ट्राली ट्रैक पर फंस गई थी। इसमें आरपीएफ पोस्ट अकबरपुर में रेलवे एक्ट में मुकदमा दर्ज हुआ था। पोस्ट के प्रभारी इंस्पेक्टर जीएस गौतम ट्रैक्टर मालिक से उसका नाम मुकदमें से विवेचना में निकाल देने का आश्वासन दिया और बदले में एक लाख रुपए की मांग की। मुकदमें से नाम निकालने का सौदा 60 हजार रुपए में तय हो गया। साथ ही 20 हजार रुपए ले भी लिया गया था। 40 हजार देने के लिए ट्रैक्टर मालिक ने समय लिया था। इस बीच ट्रैक्टर मालिक ने सीबीआई से संपर्क किया। तय समय पर पैसे देने की जानकारी दे दी।
बीते शुक्रवार को आरपीएफ कांस्टेबल हितेंद्र सिंह और बिचौलिया रेलवे के वेंडर कमलेश कुमार ने बैंक खाते में 40 हजार रुपए ट्रांसफर कराया। मौके पर पहुंची विजिलेंस की टीम ने उन्हें पकड़ लिया। इन्होंने पैसा पोस्ट प्रभारी के नाम पर लेना बताया। इन्हें अकबरपुर रेलवे स्टेशन के आरपीएफ की आफिस लाकर इनके साथ पोस्ट प्रभारी इंस्पेक्टर जीएस गौतम से पूछताछ की। पोस्ट का लैपटॉप और प्रिंटर को कब्जे ले लिया और आरपीएफ कांस्टेबल हितेंद्र सिंह और वेंडर कमलेश कुमार से भी घंटों पूछताछ की। शुक्रवार को देर रात तीनों को विजिलेंस टीम लखनऊ लेकर चली गई। मामले में तरह-तरह की चर्चा हो रही है। बताया गया है कि तीनों लोगों से रेलवे एक्ट के मुकदमें का खौफ दिखाकर वसूली करते थे। पैसा बिचौलिए के खाते में ऑनलाइन मंगाया जाता था।
आरपीएफ कांस्टेबल के घर पर भी पड़ा छापा
अकबरपुर रेलवे सुरक्षा बल के पोस्ट में तैनात कांस्टेबल हितेंद्र सिंह काफी चर्चित है। रेलवे स्टेशन पर उसका काफी दबदबा है। प्लेटफार्म, सर्कुलेटिंग एरिया और चैन पुलिंग कर ट्रेन रोकने के साथ रेलवे ट्रैक पार करने के नाम पर वह यात्रियों के साथ आम लोगों से वसूली करता था। शिकायत पर भी उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं होती थी। बताया जाता है कि उस पर पोस्ट प्रभारी का हाथ था। बताया गया है कि बीते शुक्रवार को रेलवे विजिलेंस की टीम अकबरपुर के साथ कांस्टेबल हितेंद्र के घर जनपद हापुड़ में भी छापामारी की है। हालांकि इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं है।
शाहगंज के आरपीएफ इंस्पेक्टर को मिला अकबरपुर का प्रभार
रेलवे सुरक्षा बल अकबरपुर के प्रभारी इंस्पेक्टर जीएस गौतम को मुकदमें से नाम निकालने के बदले रिश्वत लेने पर गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद कागजी कार्रवाई के दौरान जौनपुर आरपीएफ के कमांडेंट इंस्पेक्टर अजय कुमार और आरपीएफ शाहगंज पोस्ट के प्रभारी इंस्पेक्टर सुनील कुमार को बुलवा लिया गया था। गिरफ्तारी से अकबरपुर पोस्ट के प्रभारी का पद खाली हो गया था। अब पोस्ट का अतिरिक्त प्रभार शाहगंज के प्रभारी इंस्पेक्टर को दिया गया है। शनिवार को उन्होंने कार्यभार ग्रहण भी कर लिया।