उपद्रव करने वाले आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता नहीं; प्रयागराज में तोड़फोड़ पर चंद्रशेखर की सफाई
रविवार को प्रयागराज में उपद्रव मचाकर की गई तोड़फोड़ पर आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने सफाई दी। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि करछना में उपद्रव करने वाले उनकी पार्टी के कार्यकर्ता नहीं थे।

रविवार को प्रयागराज में उपद्रव मचाकर की गई तोड़फोड़ पर आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने सफाई दी। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि करछना में उपद्रव करने वाले उनकी पार्टी के कार्यकर्ता नहीं थे। पुलिस साजिश के तहत आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं को फंसा रही है। उन्होंने अपने बयान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है।
नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने रविवार को करछना में हुए उपद्रव में आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के कार्यकर्ताओं के शामिल होने के सवाल पर मीडिया से कहा कि सब कुछ साजिश के तहत किया गया। कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता संविधान को मानने वाले हैं। जिस वक्त करछना में उपद्रव हो रहा था, उस समय पार्टी के पदाधिकारी और हजारों कार्यकर्ता सर्किट हाउस में थे। वीडियो क्लीपिंग में स्थानीय लोग भीड़ के पीछे भागते देखे जा रहे हैं। करछना में रविवार को हुई घटना के जरिए पुलिस और प्रशासन कौशाम्बी में हुई घटना से लोगों का ध्यान भटकाना चाहता है।
सांसद चंद्रशेखर ने उपद्रव करने वाले लोगों पर जाति सूचक शब्द कहने की बात कही और घटना की निष्पक्ष पुलिस जांच पर भी सवाल खड़ा किया। कहा, पुलिस उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को परेशान कर रही है। झूठे मुकदमे लगा रही है। पुलिस ने साजिश के तहत सर्किट हाउस में रोका। मुख्यमंत्री को सीबीआई से घटना की जांच करानी चाहिए। सांसद ने यह भी कहा कि प्रयागराज में उनको फोन पर 10 दिन में जान से मारने की धमकी दी गई। यहां महाकुम्भ में भी कितने लोगों की जान जा चुकी है। विरोधी उनकी बढ़ती ताकत देखकर डरे हुए हैं। पुलिस आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न जारी रखेगी तो चुप नहीं बैठेंगे। इसके खिलाफ लखनऊ में आंदोलन होगा।
उपद्रवियों की धरपकड़ तेज, 75 आरोपी गिरफ्तार
करछना क्षेत्र के भड़ेवरा बाजार में रविवार को किए गए बवाल, तोड़फोड़ और आगजनी मामले में पुलिस ने भीम आर्मी के तहसील अध्यक्ष व उपाध्यक्ष समेत 54 नामजद और 550 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वहीं, 75 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें आठ नाबालिग भी शामिल हैं। पुलिस, एसओजी व सर्विलांस टीम अन्य आरोपियों की पहचान कर लगातार दबिश दे रही है। पुलिस के अनुसार, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भीम आर्मी के सह संस्थापक नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद को रविवार को कौशाम्बी और करछना के इसौटा में जाने से रोका गया था। इस पर भीम आर्मी के करछना तहसील अध्यक्ष अभय सिंह उर्फ सोनू और उपाध्यक्ष प्रतीक देव वर्मन ने लगभग छह सौ लोगों के साथ भड़ेवरा बाजार में जमकर उत्पात मचाया था।
पथराव व आगजनी में एसीपी करछना अरुण कुमार त्रिपाठी, भुंडा चौकी प्रभारी कैलाश और हेड कांस्टेबल जयशंकर पांडेय गंभीर रूप से घायल हो गए थे। वहीं कई राहगीर, महिलाएं व बच्चे उपद्रव के दौरान घायल हुए। उपद्रवियों ने लाठी डंडे, ईंट-पत्थर के अलावा पेट्रोल बोतल का भी इस्तेमाल कर अराजकता फैलाने का काम किया। पुलिस के चार वाहन समेत दर्जनों चारपहिया व दोपहिया गाड़ियों को क्षतिग्रस्त व आग के हवाले कर दिया गया। करछना थाना प्रभारी अनूप सरोज की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने अब तक 75 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें 48 आरोपियों को सोमवार को जेल भेज गया था, जबकि आठ नाबालिग आरोपियों को पुलिस अभिरक्षा में रखा गया है।
उपद्रवियों के तीन दर्जन दोपहिया वाहन जब्त
भड़ेवरा बाजार में पुलिस बल के मोर्चा संभालने के बाद कई उपद्रवी भागते समय अपनी गाड़ियां छोड़ गए थे। पुलिस ने उपद्रवियों के तीन दर्जन से अधिक दोपहिया वाहन जब्त किए हैं। इन वाहनों के नंबरों के आधार पर भी पहचान की जा रही है। पुलिस ने सभी वाहनों को ट्रैक्टर पर लदवाकर करछना और आसपास की पुलिस चौकियों में रखवाया है। पुलिस क्षेत्र के ककरम, तेली का पूरा, इसौटा, भुंडा, मछहर का पूरा, घोरघट, अरई, भीरपुर, करछना, करबालपुर, बरसवल, लखरावा, लहबरा, अकोढ़ा, कौंधियारा, भमोखर सहित दर्जनों गांव में आरोपितों की तलाश में दबिश दी।
थाना परिसर में कान पकड़ बैठे दिखे उपद्रवी
भड़ेवरा बाजार में रविवार को जमकर उत्पात मचाने वाले उपद्रवी दूसरे दिन सोमवार को पुलिस की गिरफ्त में आते ही टूट गए। करछना थाना परिसर में उपद्रवी कान पकड़कर बैठे दिखे।यमुनानगर डीसीपी विवेक चंद्र यादव ने बताया, अब तक 75 उपद्रवियों को चिह्नित कर गिरफ्तार किया जा चुका है। वीडियो फुटेज व पूछताछ के आधार पर अन्य आरोपियों की भी तलाश जारी है। आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर व रासुका समेत अन्य धाराओं में कार्रवाई की जा रही है। आरोपितों से सरकारी संपत्ति के नुकसान की भी वसूली की जाएगी।