टिल्लू ताजपुरिया हत्याकांड में एनएचआरसी ने बैठाई जांच
Rampur News - रामपुर में तिहाड़ जेल के अंदर गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने प्रशासन को विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। आरटीआई एक्टिविस्ट दानिश खान की शिकायत पर आयोग ने यह...

रामपुर। तिहाड़ जेल के अंदर गैंगस्टर सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया की नृशंस हत्या के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने शिकंजा कस दिया है। प्रशासन से प्राप्त रिपोर्ट के बाद आयोग ने डीजी (इनवेस्टिगेशन) को प्रकरण की विस्तृत जांच कर दो सप्ताह में रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं। आयोग ने यह कार्रवाई रामपुर के आरटीआई एक्टिविस्ट दानिश खान के उस पत्र पर की है, जिसमें उन्होंने आयोग से अपील की थी कि संबंधित अधिकारी मामले को दबाने में लगे हैं। सिविल लाइंस के मॉडल कालोनी, मडैयान नादरबाग निवासी आरटीआई एक्टिविस्ट एवं डीके फाउंडेशन आफ फ्रीडम एंड जस्टिस के डायरेक्टर दानिश खां ने एनएचआरसी के अध्यक्ष से शिकायत की थी।
इसमें कहा गया था कि दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल देश की अति सुरक्षित जेल मानी जाती है, लेकिन वहां आए दिन गैंगवार की घटनाएं हो रही हैं। आरोप लगाया कि यह सब जेल अधीक्षक और जेल प्रशासन की मिलीभगत से ही संभव है। इनकी भूमिका संदिग्ध है। इसी के चलते दो मई को टिल्लू ताजपुरिया की जेल के अंदर हत्या कर दी गई। इसके सीसीटीवी फुटेज तमाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हो रहे हैं। उन्होंने जेल प्रशासन के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई का अनुरोध किया था। आयोग ने दानिश खां की शिकायत पर केस दर्ज कर राजा गार्डन वेस्ट देहली के डीएम, राजौरी गार्डन के डीसीपी और डीजी जेल से अब तक की कार्रवाई, क्या जांच करायी गई, पीएम रिपोर्ट, सीसीटीवी फुटेज आदि केसाथ छह सप्ताह में स्टेटस रिपोर्ट तलब की थी। लेकिन, रिपोर्ट आधी-अधूरी भेजी गई। जिस पर शिकायतकर्ता ने आयोग में दोबारा पत्र प्रेषित कर आरोप लगाया कि जेल प्रशासन मामले को दबाने में लगा हुआ है, इस पर आयोग ने शिकंजा कसा तो प्रशासन ने रिपोर्ट आयोग के समक्ष प्रस्तुत कर दी। अब आयोग ने डीजी(आई) को इस रिपोर्ट के आधार पर प्रकरण की विस्तृत जांच कर दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट तलब की है। जांच के दौरान आयोग की टीम और शिकायतकर्ता को भी साथ रखने को कहा गया है। इनको जारी किए गए थे नोटिस आयोग ने पश्चिमी दिल्ली, राजा गार्डन के जिलाधिकारी, राजौरी गार्डन के डीसीपी और पश्चिमी दिल्ली के डायरेक्टर कारागार को नोटिस जारी कर रिपोर्ट तलब की थी। तीन बार रिमाइंडर जारी करने के बाद अधिकारियों ने रिपोर्ट आयोग को सौंपी है। आयोग को दिए ये सब साक्ष्य आयोग ने शिकंजा कसा को जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस उपायुक्त और जेल महानिदेशक, तिहाड़ सेंट्रल जेल, पश्चिमी दिल्ली ने आयोग को टिल्लू ताजपुरिया हत्याकांड की विस्तृत रिपोर्ट, प्रारंभिक स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट, पूर्ण चिकित्सा उपचार रिकॉर्ड, जांच पंचनामा, पोस्टमॉर्टम जांच रिपोर्ट, विसरा की रासायनिक जांच, विसरा की हिस्टोपैथोलॉजी जांच, मृत्यु का अंतिम कारण और न्यायिक मजिस्ट्रेट की जांच रिपोर्ट सौंपी है। टिल्लू ताजपुरिया भले ही गैंगस्टर था लेकिन, तिहाड़ जैसी सुरक्षित जेल में उसकी हत्या किया जाना, जघन्य अपराध है। हमने इसकी शिकायत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से की थी। जिसमें आयोग ने प्रशासन द्वारा सौंपी गई जांच रिपोर्ट का विश्लेषण कर डीजी इनवेस्टिगेशन से दो सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है। -दानिश खान, डायरेक्टर, डीके फाउंडेशन आफ फ्रीडम एंड जस्टिस
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