गोरखनाथ मंदिर पहुंची राष्ट्रपति मुर्मू, पूजन-अर्चन के बाद महंत अवेद्यनाथ की समाधि स्थली पर टेका मत्था
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने सोमवार देर शाम गोरखनाथ मंदिर पहुंचकर शिवावतार महायोगी गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन किया। गोरखनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद महंत अवेद्यनाथ की समाधिक स्थली पर माथा भी टेका।

राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने सोमवार देर शाम गोरखनाथ मंदिर पहुंचकर शिवावतार महायोगी गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन किया। गोरखनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद महंत अवेद्यनाथ की समाधिक स्थली पर माथा भी टेका। राष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री की मेजबानी में आयोजित कार्यक्रम में प्रसाद भी ग्रहण किया। सीएम योगी की अगुवाई में राष्ट्रपति का स्वागत किया गया। उनके साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल भी उपस्थित रहीं।
एम्स गोरखपुर का दीक्षांत समारोह संपन्न होने के बाद राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु पहले सर्किट हाउस और फिर वहां से गोरखनाथ मंदिर आईं। यहां मंदिर परिसर में प्रवेश करते ही मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उनका भव्य स्वागत किया। मंदिर के मुख्य द्वार से गर्भगृह के प्रवेश द्वार तक साधु-संतों ने उनका अभिवादन किया। इस दौरान वेदपाठी विद्यार्थियों ने मंत्रोच्चार कर महामहिम का स्वागत किया। वेदपाठी विद्यार्थियों द्वारा उच्चारित वेदमंत्रों की गूंज के बीच महामहिम राष्ट्रपति मुख्य मंदिर में शिवावतारी गुरु गोरखनाथ की प्रतिमा समक्ष पहुंची और श्रद्धावनत होकर दर्शन-पूजन किया। यहां राष्ट्रपति के साथ गुरु गोरक्षनाथ संस्कृत विद्यापीठ के आचार्यों ने विधि विधान से पूजन की प्रक्रिया संपन्न कराई।
मेडिकल टूरिज्म में मजबूत हुआ भारत : मुर्मू
इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गोरखपुर एम्स के पहले दीक्षांत समारोह में पहुंची थीं। दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में नवाचार से गुणवत्ता बढ़ी है। विश्व के मानचित्र पर मेडिकल टूरिज्म भारत में मजबूत हुआ है। दुनिया भर में जटिल बीमारियों से जूझ रहे लोगों को भारत सस्ता इलाज मुहैया करा रहा है। यहां पर बड़ी संख्या में विदेशों से भी मरीज इलाज कराने आ रहे हैं। सस्ता इलाज भारत के गौरव की गाथा है। राष्ट्रपति, सोमवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर के पहले दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सामान्य पेशा नहीं है। समाज में चिकित्सक को भगवान के समान दर्जा मिला है। चिकित्सक अगर सो जाए तो एक मरीज की जान चली जाती है। चिकित्सा मरीज की सेवा के साथ देश सेवा का माध्यम है।
तेजी से आधुनिक हो रहा चिकित्सा क्षेत्र
राष्ट्रपति ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में तेजी से आधुनिकीकरण हो रहा है। अब गुणवत्ता के साथ नवाचार को बढ़ाने की आवश्यकता है। टेलीमेडिसिन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक सर्जरी से चिकित्सा सेवा बेहतर हो रही है। एम्स में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक सर्जरी का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एम्स के कंधे पर बड़ी जिम्मेदारी है। एम्स पूर्वी यूपी, पश्चिम बिहार और नेपाल के मरीजों के इलाज का प्रमुख केंद्र है। एम्स को मरीजों को गुणवत्तापूर्ण सेवा देने के साथ नवाचार का केंद्र बना बनना चाहिए।