ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल जारी, रसोई गैस की हो सकती किल्लत
Prayagraj News - झूंसी के इंडियन ऑयल के एलपीजी बॉटलिंग प्लांट में ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल जारी है, जिससे आम उपभोक्ताओं पर असर पड़ रहा है। अधिकारियों का कहना है कि प्लांट चालू है और 40-50 गाड़ियां रोज़ सिलेंडर लोड कर...

झूंसी के त्रिवेणीपुरम स्थित इंडियन ऑयल के एलपीजी बॉटलिंग प्लांट में ट्रांसपोर्टरों का हड़ताल शनिवार को भी जारी रही। चालक प्लांट के पास ट्रकें खड़ी कर घर चले गए हैं। हड़ताल का असर अब आम उपभोक्ताओं पर भी पड़ने लगा है। इससे किल्लत बढ़ सकती है। वहीं अधिकारियों का कहना है कि हड़ताल के बावजूद प्लांट चालू है और डिस्ट्रीब्यूटर्स की 40-50 गाड़ियां सिलेंडर लोड कर प्रतिदिन प्लांट से निकल रही हैं। ट्रांसपोर्टरों का आरोप है कि प्लांट के अधिकारियों की मनमानी की वजह से ट्रकों की किस्तें जमा नहीं हो पा रही हैं। 289 गैस एजेंसियों के लिए 198 ट्रकों का अनुबंध किया गया था, लेकिन महज 50 एजेंसियों पर ही गैस सिलेंडर की आपूर्ति कराई जा रही है।
यही नहीं एक साल से टोल टैक्स का भुगतान भी नहीं किया गया है। ऐसे में ट्रक मालिकों का काफी नुकसान हो रहा है। ट्रांसपोर्टरों के आठ सदस्यीय एक दल को वार्ता के लिए सोमवार को लखनऊ बुलाया गया है। वहीं प्लांट के अधिकारियों का कहना है हड़ताल का असर आम उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ रहा है। अधिकांश गैस एजेंसी मालिक अपनी ट्रकें भेजकर गैस सिलेंडर की डिमांड पूरी कर रहे हैं। 15-20 एजेंसी मालिक ऐसे हैं जिनके पास खुद की ट्रकें नहीं है, उन्हें कानपुर, लखनऊ, सुल्तानपुर तथा वाराणसी के प्लांटों से गैस सिलेंडर की आपूर्ति कराई जा रही है। जुलाई से बढ़ जाती सिलेंडर की मांग प्लांट कर्मियों का कहना अमूमन गर्मी की अपेक्षा ठंडी में सिलेंडरों की डिमांड ज्यादा रहती है। अप्रैल व मई माह में तो यहीं से गैस सिलेंडरों की डिमांड पूरी की गई है। जुलाई से मांग बढ़ने पर अन्य प्लांटों से प्रयागराज सहित बांदा, जौनपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, सोनभद्र, भदोही, जौनपुर आदि जिलों में गैस सिलेंडरों की आपूर्ति का कार्य इन्हीं ट्रांसपोर्टरों की गाड़ियों से कराया जाता है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।