दो महीने के अंदर दो मेधावियों ने मौत को गले लगाया
Prayagraj News - प्रयागराज के दो प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों में बीटेक के दो छात्रों ने आत्महत्या कर ली। दोनों छात्र पहले वर्ष के थे और पढ़ाई के दबाव और अभिभावकों की अपेक्षाओं के बोझ के कारण तनाव में थे। ट्रिपलआईटी के...

प्रयागराज। शहर के दो प्रतिष्ठित तकनीकी शैक्षिक संस्थानों में लगभग दो महीने के अंदर दो मेधावियों ने मौत को गले लगा लिया। दोनों होनहार इंजीनियरिंग छात्रों की मौत से व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआईटी) और मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) में छात्रों के आत्महत्या की दोनों घटनाओं से यह सवाल उठता है कि ऐसा कौन सी परेशानी थी जिसका दोनों छात्र सामना नहीं कर सके, कहीं इसके लिए उनके अभिभावकों की अपेक्षाओं का बोझ या पढ़ाई का दबाव तो जिम्मेदार नहीं? खास बात यह है कि दोनों ही छात्र बीटेक प्रथम वर्ष के थे।
बात दें कि 29 मार्च को ट्रिपलआईटी के छात्रावास की पांचवीं मंजिल से दिव्यांग (मूकबधिर) बीटेक छात्र मडला राहुल चैतन्य ने कूदकर जान दे दी थी। ट्रिपलआईटी प्रबंधन ने घटना की जांच के लिए कमेठी गठित की थी। खुदकुशी करने वाले तेलंगाना के 20 वर्षीय मडला राहुल चैतन्य ने जेईई में 52वीं रैंक प्राप्त कर ट्रिपलआईटी में बीटेक इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) में प्रवेश लिया था। प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा के छह पेपर में बैक आने से वह काफी दिनों से तनाव में था। जन्मदिन से एक दिन पहले राहुल ने मौत को लगे लगा लिया था। इसके 55 दिन बाद एमएनएनआईटी में गुरुवार को बीटेक प्रथम वर्ष द्वितीय सेमेस्टर कम्पयूटर साइंस के छात्र निकेश कुमार रोहिदास ने विवेकानंद हॉस्टल के कमरा संख्या 101 में फांसी लगाकर जान दे दी। इन संस्थानों में प्रवेश लेने वाले मेधिवयों को जेईई की परीक्षा उत्तीर्ण करना होता है। संस्थान के चीफ वार्डेन प्रो. नरेश कुमार ने कहा कि विवेकानंद छात्रावास में निकेश कुमार रोहिदास निवासी सेनेरिया जांजगीर छत्तीसगढ़ बीटेक प्रथम वर्ष कंप्यूटर साइंस ब्रांच के छात्र ने आत्महत्या कर ली। इस दु:खद घटना से संस्थान प्रशासन आहत है। दिवंगत छात्र के परिजनों को सूचना दे दी गई है।
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