राज्य विवि: अब बीएससी के छात्र संस्कृत भी पढ़ सकेंगे
Prayagraj News - प्रयागराज में, प्रो. राजेंद्र सिंह राज्य विश्वविद्यालय से जुड़े महाविद्यालयों के बीएससी छात्रों को विज्ञान के साथ संस्कृत जैसे पारंपरिक विषयों का अध्ययन करने की अनुमति दी गई है। नई शिक्षा नीति के तहत,...
प्रयागराज। प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) राज्य विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में पढ़ने वाले बीएससी के छात्र-छात्राएं अब विज्ञान के साथ संस्कृत जैसे पारंपरिक विषयों का भी अध्ययन कर सकेंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्नातक पाठ्यक्रमों को तैयार किया गया है। इससे विद्यार्थियों को बहु विषयी ज्ञान देने और उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाने में कारगर होगा। राज्य विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में पहले स्नातक पाठ्यक्रम में छात्र-छात्राओं को एक ही संकाय के तीन विषयों की पढ़ाई करनी पड़ती थी। नई व्यवस्था के तहत अब छात्रों को दो प्रमुख विषयों के साथ एक अन्य संकाय का माइनर विषय पढ़ना अनिवार्य होगा।
उदाहरण के तौर पर विज्ञान संकाय के छात्र संस्कृत, राजनीति विज्ञान या अर्थशास्त्र जैसे मानविकी विषयों को माइनर के रूप में चुन सकेंगे लेकिन छात्र उन्हीं माइनर विषय को चुन सकेंगे जो कॉलेज में संचालित होता है। कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि माइनर विषय की पढ़ाई स्नातक में दो वर्षों तक (प्रथम, द्वितीय वर्ष) करनी होगी। तीसरे साल में संकाय के दोनों मुख्य विषयों की पढ़ाई करनी होगी। छात्रों को तीन साल में स्नातक की डिग्री मिलेगी। चौथे साल में तीसरे साल में किसी एक मुख्य विषय की पढ़ाई करनी होगी। विद्यार्थियों को स्नातक ऑनर्स की डिग्री मिलेगी और तीनों वर्ष में 75 फीसदी से अधिक अंक पाने वाले छात्रों को ऑनर्स विद रिसर्च और पांचवें साल में भी पाठ्यक्रम में परास्नातक की डिग्री मिलेगी।
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