Hindi NewsUttar-pradesh NewsPrayagraj NewsFour-Year Integrated B Ed Course Launched at SS Khanna Degree College in Prayagraj

एसएस खन्ना में चार वर्षीय बीएड की होगी पढ़ाई

Prayagraj News - प्रयागराज के एसएस खन्ना डिग्री कॉलेज में चार वर्षीय बीएड इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम की पढ़ाई शुरू होगी। एनसीटीई ने 150 सीटों के लिए अनुमति दी है। इसमें बीए-बीएड, बीएससी-बीएड, और बीकॉम-बीएड कोर्स शामिल हैं।...

Newswrap हिन्दुस्तान, प्रयागराजThu, 26 June 2025 08:39 PM
share Share
Follow Us on
एसएस खन्ना में चार वर्षीय बीएड की होगी पढ़ाई

प्रयागराज, कार्यालय संवाददाता। एसएस खन्ना डिग्री कॉलेज में अब चार वर्षीय बीएड इंटीग्रेटेड (एकीकृत) कोर्स की पढ़ाई शुरू होगी। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने कॉलेज को इस कोर्स के संचालन की अनुमति दे दी है। यह अनुमति कुल 150 सीटों पर दी गई है। इस कोर्स में इंटीग्रेटेड शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (आईटीईपी) लागू किया जाएगा, जो एक नया चार वर्षीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय (50 सीटों बीए-बीएड) के बाद संबद्ध महाविद्यालय में चार वर्षीय बीएड की मान्यता पाने वाला पहला कॉलेज है। बीएड समन्वयक डॉ. सौम्या कृष्ण ने बताया कि इस चार वर्षीय पाठ्यक्रम में बीए-बीएड, बीएससी-बीएड और बीकॉम-बीएड में प्रवेश की सुविधा होगी।

तीनों ही कोर्सों में 50-50 सीटें निर्धारित की गई हैं। नए शैक्षणिक सत्र से इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित नेशनल कॉमन इंट्रेंस टेस्ट (राष्ट्रीय सामान्य प्रवेश परीक्षा) के स्कोर पर प्रवेश होगा। यह पाठ्यक्रम आठ सेमेस्टर का होगा। इसके तीन प्रमुख फायदे हैं। चार साल में बीए-बीएड की पढ़ाई करने के बाद छात्र-छात्राएं पीजीटी (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर) के लिए सीधे योग्य होंगे। इसके बाद बीए में शामिल मुख्य विषय से एमए (परास्नातक) कर सकेगा। इस पाठ्यक्रम को पूरा करने वाले छात्र को सिर्फ एक साल में एमएड की डिग्री मिल जाएगी। यह एक दोहरी डिग्री कार्यक्रम होगा। जो पूरी तरह से राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी-2020) के अनुरूप है। यह पूर्ण रूप से एक व्यावसायिक कार्यक्रम है, जो 100% रोजगार क्षमता प्रदान करता है। प्राचार्या प्रो. लालिमा सिंह ने समस्त शिक्षकों एवं कर्मचारियों को इस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई दी और बताया कि यह उपलब्धि न केवल महाविद्यालय के लिए, बल्कि प्रयागराज के गौरव का विषय है। यह एक ऐतिहासिक पहल है जो शिक्षकों के निर्माण की दिशा में एक सशक्त और नवोन्मेषी प्रयास के रूप में मानी जाएगी।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें