सीओ पट्टी, सर्विलांस सेल, फतनपुर और महेशगंज पुलिस के सहयोग से चला 'ऑपरेशन जुआरी'
Pratapgarh-kunda News - प्रतापगढ़ में नगर कोतवाली पुलिस ने 'ऑपरेशन जुआरी' चलाया, जिसमें 19 जुआरियों को गिरफ्तार किया गया। छापेमारी कांशीराम कॉलोनी में हुई, जहां 5 लाख से अधिक रुपये, ताश के पत्ते, और जेवरात बरामद हुए। पुलिस...
प्रतापगढ़, शैलेश तिवारी। शहर के सरोज चौराहा स्थित कांशीराम कॉलोनी के पास जर्जर सरकारी भवन में गुरुवार शाम चले 'ऑपरेशन जुआरी' से नगर कोतवाली पुलिस को दूर कर दिया गया। किसी पुलिस चौकी इंचार्ज या सिपाहियों को इसकी भनक नहीं लगी। सीओ सिटी ने सीओ पट्टी, सर्विलांस सेल, फतनपुर और महेशगंज पुलिस के सहयोग से 'ऑपरेशन जुआरी' को अंजाम दिया। 19 की गिरफ्तारी, नकदी, ताश के पत्ते, जेवर, वाहन बरामद होने के बाद नगर कोतवाली पुलिस को मौके पर बुलाया गया। मुकदमा दर्ज करने और चालान की कार्रवाई नगर कोवताली पुलिस ने की। अब जुए की फड़ की छापेमारी की वास्तविकता सामने आने के बाद लोग नगर कोतवाली पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं।
शहर के जुए की फड़ चलाने को लेकर कई मोहल्ले 8-10 साल से चर्चा में हैं। अभी दो साल पहले नगर कोतवाली के ही रूपापुर में जुआ खेलने के दौरान तीन लोगों को गोली मार दी गई थी। रेलवे स्टेशन के जर्जर आवास, रामलीला मैदान, बलीपुर, करनपुर, भुलियापुर, चौक सहित कई इलाके में जुए की फड़ चलने की चर्चाएं रही हैं। नगर कोतवाली पुलिस जुआरियों को पकड़ती है तो उनसे हजार, दो हजार रुपये ही बरामद होते हैं। शहर में जुए की फड़ को लेकर नगर कोतवाली पुलिस पर हमेशा ही सवाल उठते रहे हैं। गुरुवार रात कुछ इस कदर 'ऑपरेशन जुआरी' चला कि नगर कोतवाली पुलिस को इसकी भनक नहीं लगी। सर्विलांस सेल के इनपुट पर सीओ सिटी शिवनारायण वैस ने सीओ पट्टी मनोज रघुवंशी, सर्विलांस सेल प्रभारी विंध्यवासिनी तिवारी, एसओ फतनपुर राजेंद्र त्रिपाठी, एसओ महेशगंज मुकेश सिंह की टीम के साथ शहर के सरोज चौराहा कांशीराम कॉलोनी के पास कृषि विभाग के खंडहर में छापेमारी कर दी। बाहर गाड़ियां खड़ी थीं और भीतर लोग बड़ी चटाई पर जुए की फड़ सजाए सजाए थे। पुलिस ने मौके से ताश के पत्ते, रुपये, जेवर बरामद करने के बाद 19 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद नगर कोतवाली पुलिस को सूचना दी तो कोतवाल सहित कई चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंच गए। बाद में शहर कोतवाल नीरज यादव ने मामले में केस दर्ज कराया। छापेमारी में चौकी इंचार्ज और सिपाही शामिल किए गए। तैनाती रिकार्ड देखने के बाद बनाई गई थी टीम जुए की फड़ पर छापामारी के लिए कई दिनों से टीम तैयार की जा रही थी। सूत्रों के मुताबिक छापामारी टीम में शामिल करने के लिए पहले सभी के तैनाती रिकार्ड देखे गए। यह देखा गया कि टीम में शामिल कहीं किसी की तैनाती नगर कोतवाली में न रही हो। यह इसलिए किया गया था कि छापामारी की सूचना किसी भी सूरत में लीक न होने पाए। नई टीम पर जताया भरोसा, पुराने पर संदेह पुलिस की इस छापामारी में जिले में लंबे समय से तैनात किसी भी पुलिस अधिकारी को शामिल नहीं किया गया था। छापामारी टीम में सीओ सिटी के अलावा सभी अधिकारी व कर्मचारी अन्य जनपद से ट्रांसफर होकर हाल ही में आए हैं। प्रयागराज, हमीरपुर के भी जुआरी थे शामिल, 19 भेजे गए जेल प्रतापगढ़, संवाददाता। शहर के सरोज चौराहा कांशीराम कॉलोनी के पास जर्जर मकान में जुआ खेलने वालों में शहर के जुआरियों के साथ प्रयागराज और हमीरपुर तक के लोग शामिल हुए थे। पुलिस ने 20 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर मौके से गिरफ्तार 19 लोगों को जेल भेज दिया। शहर कोतवाल नीरज यादव की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में मौके से 5 लाख, 69 हजार 104 रुपये, 3 अंगूठी, 1 चेन, 1 लॉकेट, 1 कड़ा सोने का, 6 अंगूठी, 2 चेन चांदी की, 21 मोबाइल, 7 वाहनों की चाबियां, ताश की 4 गड्डियां बरामद की गई। मामले में 20 के खिलाफ घर में जुआ खेलने का केस दर्ज किया गया। आम तौर पर जुआ एक्ट में आरोपित थाने से ही मुचलके पर रिहा कर दिए जाते हैं। इसमें घर के भीतर जुआ खेलने का केस उनके लिए मुसीबत बन गया। मौके से गिरफ्तार प्रयागराज सराय इनायत जैतपुर के अकबर अमीर खाना, फूलपुर उदयपुर के ज्ञानेन्द्र बहादुर, नगर कोतवाली करनपुर के अतुल सिंह, शिवजीपुम के पुनीत कुमार ओझा, अरविन्द कुमार सिंह उर्फ केतन सिंह, हमीरपुर जरिया गोहंड के मान बहादुर उर्फ मुन्ना, संग्रामगढ़ चकेड़ी के विमल तिवारी, नगर कोतवाली टक्करगंज के संदीप सोनी उर्फ शनि, सोनू सिंह, करनपुर के मनीष शर्मा उर्फ मोनू, अतुल सिंह, विवेक नगर के अभिषेक सिंह, प्रयागराज फाफामऊ के रामचन्द्र सोनी, सरोज चौराहा कांशीराम कॉलोनी के सत्यम सिंह उर्फ गांधी, मऊआइमा बोमापुर के नागेन्द्र कुमार, मलाक के सुधीर त्रिपाठी, सरायइनायत के पारस नाथ, देहात कोतवाली पूरे खुशई के साहब सिंह और पृथ्वीगंज औवार के रोहित पटेल को जेल भेज दिया गया। मौके से दो लोग फरार हो गए थे। चर्चा है कि इनमें से एक जुए का संचालक था। . इनका कहना है नगर कोतवाली पुलिस से छापेमारी छिपाने जैसी बात नहीं थी। स्थानीय पुलिस को लोग पहचानते हैं इसलिए बाहर की पुलिस बुलाई गई थी। ऐसा इसलिए भी किया गया था कि आपराधिक कार्य करने वाले यह जान लें कि उनके खिलाफ सबूत मिलने पर कहीं भी पुलिस कार्रवाई कर सकती है। जुए के मामले में भी लिखापढ़ी की सारी कार्रवाई नगर कोतवाली पुलिस ने की है। -शिवनारायण वैश, सीओ सिटी
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