Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़police inspector was asking for address when old man could not hear him he dragged him by his collar slapped him public

दरोगा पूछ रहा था पता, बुजुर्ग नहीं सुन पाया तो कॉलर पकड़कर घसीटा; सरेआम बरसाए थप्पड़

वर्दी के नशे में चूर दरोगा ने हद पार कर दी। एक बुजुर्ग पर न सिर्फ थप्पड़ बरसाए, बल्कि उन्हें सरेआम कॉलम पकड़कर घसीटता ले गया। 65 साल के वृद्ध का कसूर सिर्फ इतना था कि वह कम सुन पाते हैं और दरोगा के पता पूछने पर उन्हें सुनाई नहीं दे रहा था।

Dinesh Rathour लाइव हिन्दुस्तान, कानपुरSat, 28 June 2025 11:11 PM
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दरोगा पूछ रहा था पता, बुजुर्ग नहीं सुन पाया तो कॉलर पकड़कर घसीटा; सरेआम बरसाए थप्पड़

वर्दी के नशे में चूर दरोगा ने हद पार कर दी। एक बुजुर्ग पर न सिर्फ थप्पड़ बरसाए, बल्कि उन्हें सरेआम कॉलम पकड़कर घसीटता ले गया। 65 साल के वृद्ध का कसूर सिर्फ इतना था कि वह कम सुन पाते हैं और दरोगा के पता पूछने पर उन्हें सुनाई नहीं दे रहा था। आपा खोए दरोगा की अभद्रता सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसे सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर पुलिस अधिकारियों से शिकायत की। हालांकि आपका अपना अखबार वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। घटना सामने आने पर पुलिस अफसर कार्रवाई की बजाय समझौता होने की बात कहते रहे। मामला कानपुर के हीरामन का पुरवा का है।

रिजवी रोड निवासी चांद का कहना है कि शनिवार दोपहर तीन बजे उनके वृद्ध पिता हसीन अहमद पुलिस चौकी के पास किसी काम से गए थे। इस दौरान हीरामन का पुरवा चौकी प्रभारी डीसी राजपूत पहुंचे और पिता को रोककर वहां लगे एक बोर्ड के बारे पूछने लगे। हसीन अहमद को कम सुनाई देता है, इसलिए वह राजपूत की बात नहीं सुन-समझ सके। बेटे के मुताबिक जवाब न मिलने पर राजपूत ने पिता को कई थप्पड़ जड़े और उनका कॉलर पकड़कर घसीटते हुए अभद्रता की। शोर-शराबे पर आसपास के लोग पहुंच गए तो दरोगा निकल गए। पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया।

चांद ने मामले की शिकायत पुलिस अधिकारियों से की। डीसीपी सेंट्रल श्रवण कुमार का कहना है कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया है। फिलहाल मामले की जांच एसीपी कर रहे हैं। उधर चांद का कहना है कि हमारे पिता ने कोई समझौता नहीं किया है। कार्रवाई की जानी चाहिए। सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा कि दरोगा द्वारा की गई हरकत अशोभनीय है। इस मामले में समझौता नहीं, दरोगा के खिलाफ मुकदमा होना चाहिए। अगर आम जनता इस तरह का कार्य करती है तो पुलिस मुकदमा दर्ज कर अब तक जेल भेज देती।

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