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बनबसा बैराज से पानी छोड़ा, शारदा नदी किनारे गांवों में फिर आई आफत की बाढ़

Pilibhit News - पहाड़ी और मैदानी इलाकों में भारी बारिश के कारण बनबसा बैराज से 4.61 लाख क्यूसेक पानी शारदा नदी में छोड़ा गया। इससे नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ की आशंका से हड़कंप मच गया। प्रशासन ने ग्रामीणों को अलर्ट...

Newswrap हिन्दुस्तान, पीलीभीतFri, 13 Sep 2024 08:36 PM
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बनबसा बैराज से पानी छोड़ा, शारदा नदी किनारे गांवों में फिर आई आफत की बाढ़

पहाड़ी और मैदानी इलाके में भारी बारिश के कारण शुक्रवार को बनबसा बैराज से साढ़े चार लाख क्यूसेक से अधिक पानी शारदा नदी में पानी डिस्चार्ज किया गया। इनता अधिक पानी छोड़े जाने से नदी किनारे बसे गांव के लोगों में बाढ़ की आशंका को लेकर खलबली मच गई। लोग घरेलू सामान, मवेशियों आदि के साथ सुरक्षित स्थान पर पहुंचने लगे। प्रशासन द्वारा भी ग्रामीणों को बाढ़ की आशंका को लेकर अलर्ट किया गया। दोपहर बाद से नदी किनारे बसे गांवों में आफत की बाढ़ के हालत बन गए। कई गांवों में बाढ़ का पानी पहुंच गया। शाम तक आबादी बाढ़ के पानी में घिर गई। पीलीभीत जिले में नेपाल सीमावर्ती गांव बंदरबोझ के पास शारदा नदी प्रवेश करती है। इसके बाद करीब 70 किमी. का सफर तय कर पूरनपुर तहसीलक्षेत्र के ट्रांस शारदा क्षेत्र के गांव नहरोसा के समीप नदी जिला लखीमपुर खीरी में प्रवेश करती है। पूरनपुर और कलीनगर तहसील क्षेत्र के गांव चंदिया हजारा, राहुलनगर मजदूर बस्ती, खिरकिया बरगदिया, राणाप्रताप नगर, वैल्हा, सुंदरनगर, बूंदीभूड़, नौजल्हा, गभिया, महाराजपुर, नगरिया खुर्द कलां सहित दो दर्जन से अधिक गांव नदी किनारे बसे हैं जो लंबे समय से कभी बाढ़ तो कभी कटान की समस्या का सामना करते चले आ रहे हैं। बताते हैं जब भी बनबसा बैराज से डेढ़ लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जाता है तब बाढ़ के हालत जरूर बनते हैं। बुधवार से पहाड़ी और मैदानी क्षेत्र में हो रही बारिश की बजह से शुक्रवार को बनबसा बैराज से चार लाख 61 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। इससे नदी किनारे बसे गांव के लोगों में बाढ़ की आशंका को लेकर खलबली मच गई। हालांकि दोनों तहसीलों की प्रशासन टीम द्वारा गांव-गांव पहुंचकर लोगों को अलर्ट किया गया। ताकि बाढ़ की आपदा से सभी सुरक्षित रहे। इससे बाढ़ प्रभावित गांव के लोग अपने-अपने घरों से जरूरी घरेलू सामान और मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने लगे। दोपहर बाद नदी में उफान आने का सिलसिला शुरू हुआ और खेतों से होकर बाढ़ का पानी गांवों में पहुंचने लगा। शाम तक पूरनपुर के गांव राहुलनगर मजदूर बस्ती, खिरकिया बरगदिया और कलीनगर के नौजल्हा नंबर दो, नगरिया खुर्दकलां, डैम किनारे तलहटी, कंजिया सिंहपुर आदि गांव में बाढ़ का पानी घुस गया। लगातार आबादी में बाढ़ का पानी बढ़ने से लोग अपनी और परिवार के सदस्यों की जान बचाने के लिए सुरक्षित जगह की तरफ रुख करने लगे।

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